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गुरुवार, 8 अगस्त 2024

अपच होने के 10 आयुर्वेदिक कारण in hindi


 अपच होने के 10 आयुर्वेदिक कारण

Dr.VirenderMadhan

आयुर्वेद के अनुसार, अपच (डिस्पेप्सिया) के विभिन्न कारण हो सकते हैं। यहाँ अपच होने के 10 प्रमुख आयुर्वेदिक कारण दिए जा रहे हैं:


असंतुलित आहार:–

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 गलत समय पर और असंतुलित भोजन करना।

अतिपान: 

अधिक मात्रा में खाने और पीने से पाचन तंत्र पर बोझ बढ़ता है।

अपथ्य आहार:–

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 अपाच्य और भारी भोजन करना।

अजीर्ण:–

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 पिछले भोजन के पूर्ण पाचन से पहले ही नया भोजन करना।

अवस्थापन:–

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 भोजन के तुरंत बाद लेट जाना या शारीरिक गतिविधियों का अभाव।

अम्लता:–

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 अधिक मसालेदार और तली हुई चीजों का सेवन।

विरुद्ध आहार:–

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 विरोधाभासी खाद्य पदार्थों का एक साथ सेवन।

मानसिक तनाव:–

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 तनाव, चिंता और अवसाद का पाचन पर नकारात्मक प्रभाव।

अनियमित दिनचर्या:–

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 अनियमित सोने और जागने का समय।

कुपित दोष:–

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 वात, पित्त, और कफ दोषों का असंतुलन।


प्रकृति विरोधी आहार:–

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 अपनी प्रकृति (वात, पित्त, कफ) के खिलाफ आहार लेना।

दुर्बल अग्नि:–

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 कमजोर पाचन शक्ति या अग्नि मन्दता।

अन्य रोग:–

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 शरीर में अन्य बीमारियों के कारण पाचन शक्ति का कम होना।

संक्रमण:–

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 पेट में कीड़े या अन्य संक्रमण होना।

औषधियों का प्रभाव:–

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 कुछ दवाइयों के दुष्प्रभाव के कारण।

अतिप्रवृत्त:–

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 अत्यधिक शारीरिक श्रम या व्यायाम करना।

अपचन से होने वाले रोग:–

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–कब्‍ज, 

–एसिडिटी, 

–आंतों में सूजन, 

–संक्रमण, 

–सीलिएक रोग, 

–क्रोहन रोग, 

-अल्सरेटिव कोलाइटिस, –इंटेस्टाइनल इस्किमिया जैसी बीमारियों का खतरा अधिक रहता है।

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