अपच होने के 10 आयुर्वेदिक कारण
Dr.VirenderMadhan
आयुर्वेद के अनुसार, अपच (डिस्पेप्सिया) के विभिन्न कारण हो सकते हैं। यहाँ अपच होने के 10 प्रमुख आयुर्वेदिक कारण दिए जा रहे हैं:
असंतुलित आहार:–
–––––––––
गलत समय पर और असंतुलित भोजन करना।
अतिपान:
अधिक मात्रा में खाने और पीने से पाचन तंत्र पर बोझ बढ़ता है।
अपथ्य आहार:–
––––-––-
अपाच्य और भारी भोजन करना।
अजीर्ण:–
––––-
पिछले भोजन के पूर्ण पाचन से पहले ही नया भोजन करना।
अवस्थापन:–
––––––
भोजन के तुरंत बाद लेट जाना या शारीरिक गतिविधियों का अभाव।
अम्लता:–
–-–––
अधिक मसालेदार और तली हुई चीजों का सेवन।
विरुद्ध आहार:–
–--–––––
विरोधाभासी खाद्य पदार्थों का एक साथ सेवन।
मानसिक तनाव:–
–––––––-
तनाव, चिंता और अवसाद का पाचन पर नकारात्मक प्रभाव।
अनियमित दिनचर्या:–
––––––--–––
अनियमित सोने और जागने का समय।
कुपित दोष:–
––––––
वात, पित्त, और कफ दोषों का असंतुलन।
प्रकृति विरोधी आहार:–
–––––––-–
अपनी प्रकृति (वात, पित्त, कफ) के खिलाफ आहार लेना।
दुर्बल अग्नि:–
–-–––––
कमजोर पाचन शक्ति या अग्नि मन्दता।
अन्य रोग:–
––––––
शरीर में अन्य बीमारियों के कारण पाचन शक्ति का कम होना।
संक्रमण:–
–––––
पेट में कीड़े या अन्य संक्रमण होना।
औषधियों का प्रभाव:–
––––––––––
कुछ दवाइयों के दुष्प्रभाव के कारण।
अतिप्रवृत्त:–
–––––-
अत्यधिक शारीरिक श्रम या व्यायाम करना।
अपचन से होने वाले रोग:–
–––-–----
–कब्ज,
–एसिडिटी,
–आंतों में सूजन,
–संक्रमण,
–सीलिएक रोग,
–क्रोहन रोग,
-अल्सरेटिव कोलाइटिस, –इंटेस्टाइनल इस्किमिया जैसी बीमारियों का खतरा अधिक रहता है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें