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शुक्रवार, 1 अप्रैल 2022

ग्रघसी|साइटिका|दर्द क्या ये?In hindi.

 #Health care #AyurvedicTreatment. #Fitness. #घरेलूउपाय.

ग्रघसी|साइटिका|दर्द क्या ये?In hindi.



साइटिका के लक्षण, कारण और घरेलू -Sciatica Ke Lakshan, Karan Aur Gharelu in hindi.

#Dr_Virender_Madhan.

 साइटिका नर्व में हुई समस्या से जूझ रहे मरीजों को कमर दर्द, पैरों में सुन्नपन आ जाना या दर्द अनुभव होता है। साइटिका को कटिस्नायुशूल के नाम से भी जाना जाता है

कमर के निचले हिस्से में अचनाक दर्द होने लगता है।  लेकिन मामूली सा कमर में होने वाला दर्द साइटिका (Sciatica) का भी हो सकता है। यह बीमारी रीढ़ की हड्डी (spinal cord) से होते हुए पैरों की उगलियों तक पहुंच जाती है। 

* साइटिका के लक्षण, कारण और घरेलू उपचार (Sciatica ke Lakshan, Karan Aur Gharelu Upchar In Hindi)

#साइटिका के लक्षण क्या है?

दरअसल, कमर से संबंधित नसों में सूजन आ जाए तो पूरे पैर में असहनीय दर्द होने लगता है, जिसे साइटिका कहा जाता है। 50 साल से अधिक उम्र के लोगों में यह समस्या आम है। इसके अलावा अधिक मेहनत करने वाले या भारी वजन उठाने वाले लोगों में भी यह समस्या अधिकतर देखने को मिलती है

* कमर और पैरों में हल्का दर्द

कमर की तुलना में पैरों में अधिक दर्द महसूस होना

* पैरों की उंगलियों में दर्द होना

कमर और परों में झुनझुनी महसूस होना

* पैरों का बेजान महसूस होना

कूल्हों में दर्द होना

* कमर के निचले हिस्से में दर्द

पैरों में झुनझुनाहट जैसा महसूस होना

* कमर के निचले हिस्से में कमजोरी महसूस होना

साइटिका के क्या क्या कारण होते है?

#साइटिका का कारण क्या है? 

साइटिका की समस्या आमतौर पर तब होती है, जब तंत्रिकाओं में सूखापन आ जाता है और साथ ही रीढ़ की हड्डी भी खिसकने लगती है। अगर रीढ़ की हड्डी में किसी प्रकार की चोट लगी है, तो भी साइटिका होने की संभावना बढ़ जाती है।

* स्पाइनल कॉर्ड की नसों में दिक्कत होना

* नसों में खिंचाव के कारण

* मोटापा के कारण

* कमर या शरीर के निचले हिस्से में चोट का लगना

* गलत तरीके से एक्सरसाइज करना



#साइटिका का घरेलू उपचार- 

साइटिका की बीमारी में लहसुन (Garlic) 

- इसके लिए लहसुन की 4-5 कलियों को पीस कर गर्म दूध में मिलाकर पीना चाहिए। इससे साइटिका में होने वाले दर्द से छुटकारा मिलता है।

मेथी (Fenugreek) 

- अगर आप रोजाना नियमित रूप से मेथी का सेवन करते हैं। मेथी को पीसकर उसका पाउडर बना लेना चाहिए, फिर दूध में उस पाउडर को मिलाकर पीना चाहिए।

 * हल्दी (Turmeric)  

-साइटिका की शिकायत होने पर हल्दी को दूध में मिलाकर पीना चाहिए। 

* एक्सरसाइज (Exercise) 

Exercise करने से कमर की मांसपेशियों में मजबूती आती है। नियमित रूप से एक्सरसाइज करना चाहिए।  *सिकाई करना 

 सिकाई करने से सूजन और दर्द में आराम मिलता है।

*सहजन की पत्तियां 

 सहजन की पत्तियां औषधीय गुणों से भरपूर होती है। सहजन की पत्तियों को पानी में उबालकर पीना चाहिए। इसमें अर्जुन की छाल और अजवाइन भी मिला सकते हैं।

* अजवाइन (Ajwain)  

अजवाइन के सेवन से साइटिका में होने वाली सूजन से छुटकारा मिलता है। इसके लिए आप अजवाइन पानी या अजवाइन की चाय का सेवन कर सकते हैं।

- मालिश करना।

 इसके लिए जायफल पाउडर को तिल के तेल में मिलाकर मालिश करना चाहिए। मालिस के लिये “न्यूमोसओयल” का प्रयोग उत्तम है।

#साईटिका का आयुर्वेदिक इलाज?

साइटिका से निजात पाने के आयुर्वेदिक औषधियां

साइटिका का सबसे कारगर इलाज है मालिश। नारियल तेल या सरसों के तेल के अलावा प्रसारिणी तेल, निर्गुन्डी औषधि, महानारायण तेल, दशमूल तेल, सहचारी तेल, तिल का तेल का उपयोग कर सकते हैं। साइटिका का दर्द ठंड के दिनों में ज्यादा परेशान करता है। ऐसे में सरसों के तेल को थोड़ा गर्म करके इस्तेमाल करें

 चंदप्रभा वटी,

 त्रयोदशांक गुग्गुल 

 अश्वशीला,

रास्नादिगुग्गुल,

न्यूमोस ओयल,

महारास्नादि क्वाथ,

दशमूलारिष्ट लें।

महानारायण तैल की मालिस करे। इससे लाभ मिलेगा।

* इन बातों का रखें खास ध्यान- 

-उठते और बैठते समय शरीर को सही पोजीशन में रखें- महिलाएं हील वाली सैंडल न पहने- भारी चीजें उठाने से बचें।

फास्टफूड, बासी भोजन न करें।


 अस्वीकरण:

 सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें।