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घुटनों से टक टक की आवाज क्यों आती है?हिंदी में जाने. लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
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मंगलवार, 5 अप्रैल 2022

घुटनों से टक टक की आवाज क्यों आती है?हिंदी में जाने.


 घुटनों से टक टक की आवाज क्यों आती है?हिंदी में जाने.

Ghutno se awaz kyon aati hai?In hindi.

Dr.VirenderMadhan.

#घुटनों की आवाज़|Ghutno ki aawaz.

आजकल हड्डियों और जोड़ों में कभी-कभी चटकने या टक-टक की आवाज आना बहुत आम है और यह आमतौर पर हानिकारक नहीं होता है।  जोड़ों से ऐसी आवाज आना कई बार राहत की भावना प्रदान कर सकता है और आपको जोड़ में अधिक गति प्रदान कर सकता है।लेकिन कुछ लोग इस आवाज को लेकर बडे चिंतित हो जाते है।

#घुटनों में आवाज आने के कारण?

वातविकार मे,

चोट लगने से,

जोडो की मांसपेशियों में सूजन होने पर,

घुटनों के जोड़ों पर मौजूद कार्टिलेज घिस जाने से,

जैसे ही क्षतिग्रस्त घुटने का जोड़ गति करता है इससे टूटने या चटकने जैसी आवाजें आती हैं, जिसे घुटने की चरचराहट कहते हैं। यह आवाजें घुटने में अकसर होती हैं और आमतौर पर दर्द नहीं देतीं।हड्डियों में आवाज आने को क्रैकिंग या पॉपिंग भी कहा जाता है और इसे मेडिकल भाषा में क्रेपिटस के रूप में जाना जाता है। 

घुटनों में आवाज आने पर क्या करें?

* भूने चने के साथ गुड़ का भी सेवन शरीर के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है। भुने चने में कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, कैल्शियम, आयरन और विटामिन भरपूर मात्रा में पाया जाता है। दिन में एक बार गुड़ और भुने हुए चने जरूर खाएं। इससे हड्डियों की कमजोरी दूर हो जाएगी और कट-कट की आवाज आना भी बंद हो जाएगी।

* मेथी दाना रात मे भिगोकर सवेरे चबा चबा कर खायें।

* रात मे हल्दी वाला दूध, या लहसुन वाला दूध पीयें।

*तैल मालिस करें।

#घुटनों के ग्रीस का इलाज?

1- हरसिंगार के पत्ते हरसिंगार के पत्ते जिसे पारिजात या नाइट जैस्मीन कहा जाता है यह पौधे घुटनों के दर्द के लिए काफी फायदेमंद माने जाते हैं, इसके फूल, पत्ते और छाल तीनों ही चीजें औषधि का काम करती हैं। 

2.नारियल पानी पीने से लाभ मिलता है।

3.अखरोट का सेवन जरूर करें।

4.खुब पानी पिएं ।

5.रोज हल्का व्यायाम करें।

#घूटने मजबूत करने के लिए क्या खायें?

सूप, सब्जी या सलाद की तरह किसी ना किसी रूप में पालक को शामिल करना चाहिए. आयुर्वेद में कैल्शियम के लिए अंजीर खायें। एक कप सूखे अंजीर को रात भर भिगो दें और फिर उसका पेस्ट बनाकर अगली सुबह दूध के साथ लें।

#घुटनों में आवाज आने पर क्या नही करें?

वातकारक चीचों न खायें।

तली हुई चीचों, बासी भोजन न करें।

नशे से दूर रहें।

वजन न बढने दें।

अधिक देर तक बैठे न रहे।

अत्यधिक पैदल भी न चलें।

धन्यवाद!

डा०वीरेंद्र मढान.