# छाछ|छांछ|मठा, पीने के फायदे (Buttermilk Benefits )in hindi.
Dr.VirenderMadhan.
“लस्सी|मठ्ठा|तक्र|छाछ|छाँछ|”
आदि नाम से लोग पुकारते हैं।
फैट कम करने में कारगर छाछ होती है।छाछ में दूध और दही की तूलना में फैट बेहद कम होता है।
पाचन संबंधी समस्या रखे दूर करने मे उत्तम होती है।
छाछ स्वाद और सेहत से भरपूर होता है।
छाछ पीने से हड्डियों मजबूत हो जाती है।
डिहाईड्रेशन से दिलाए निजात दिलाती है।
छाछ पीने से इम्युनिटी बहतर होती है।
#लस्सी|Lassee|मठ्ठा पीने से लाभ?
लस्सी पीने से पेट को ठंडक मिलती है और शरीर के लिए फायदेमंद है.
- लस्सी पीने से कब्ज की समस्या दूर होती है और इम्यूनिटी बढ़ती है.
- रोज लस्सी पीने से पेट की सूजन कम हो जाती है.
- प्रोबायोटिक्स से भरपूर होने की वजह से लस्सी पाचन संबंधी समस्याओं को दूर करती है.
#खाली पेट लेने से ..
खाली पेट इसका सेवन करने से ये शरीर डिटॉक्सीफाई होने के साथ त्वचा भी भीतर से साफ़ होती है। छाछ का इस्तेमाल त्वचा से जुड़ी कई समस्याओं जैसे मुहांसों, रिंकल्स आदि को कम करने के लिए भी किया जाता है। भरपूर मात्रा में कैल्शियम होने के कारण छाछ हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करती है।
#लस्सी|मीठी छाछ कैसे बनाये|लस्सी बनाने की रेसिपी?
- एक गहरे बर्तन या पतीले में 2 कप दहीं लें। उसमें 3 टेबलस्पून चीनी और 1/4 टीस्पून इलायची का पाउडर डालें।
उसे मथनी या हेंड ब्लेंडर से मुलायम होने तक फेंट लें।
उसमें 1/2 कप पानी या दूध डालें सकते है।
#व्रत में लस्सी पी सकते हैं क्या?
जी हाँ व्रतों मे छांछ|लस्सी पी सकते हैं।
व्रतों मे फलों का भी प्रयोग करें जिस फल का सेवन करें वे ताजे हों, जिससे उनका आपके स्वास्थ्य पर खराब असर ना हो। व्रत में दूध और दूध से बने हुए अन्य पदार्थ जैसे-पनीर, लस्सी और मट्ठा ज्यादा लें।
#लस्सी|Lassee|मठ्ठा पीने का सही समय क्या है?
-लस्सी|Lassee|मठ्ठा पीने का सही समय सवेरे से दोपहर तक होता है।
ऐसा ऋषि वाग्भट्ट के अष्ठांग हृदय मे वर्णन मिला है।
#लस्सी|दही|छाछ कब न पीयें?
ऋषि वाग्भट्ट के अष्ठांग हृदय मे तक्र यानि छाछ व दही को रात मे लेने को मना किया है रात के समय निषेध है
मगर मजबूरन लेना हो तो शहद,बूरा,घी मिलाकर पीना चाहिए अन्यथा हानिकारक ही होगा।