#हार्ट अटैक क्या होता है?In hindi.
हार्ट के लक्षण क्या होते हैं?
Heart Attack|हृदयावरोध के लक्षण क्या हैं?
हार्ट अटैक का सबसे प्राथमिक लक्षण है सीने में दर्द होना जिसे angina pain कहते है। यह एक pressure , heaviness या tightness जैसे महसूस होने लगता है।
अटैक के समय सीने में शिकंजे से जकडने जैसी तीव्र पीडा होती है।
श्वास लेने में कठिनाई होती है।
ठंडे पसीने आते है।
रोगी अपने को बहुत कमजोर अनुभव करता है।
रोगी को वमन जैसा (उबकाई) महसुस होती है।
रोगीको अपने हृदयस्पंदन बाहर तक महसुस होते हैं।
यह दर्द चले से या परिश्रम करने से बढ़ता है , थोड़ा आराम करने से कम होता है।
सांस की तकलीफ और पसीना आना मे राहत मिल सकती है।
कुछ लोगो को गैस होने की फीलिंग आती है।
#हार्ट अटैक आने से पहले क्या होता है?
अगर आपके सीने में असहज दबाव, दर्द, सुन्नता जैसा महसूस हो रहा है तो इसे अनदेखा नहीं करना चाहिए. अगर यह बेचैनी आपकी बाहों, गर्दन, जबड़े या पीठ तक फैल रही है तो आप सचेत हो जाएं । यह हार्ट अटैक आने के कुछ मिनट या घंटे पहले के लक्षण हैं.
#हार्ट अटैक का मुख्य कारण क्या है?
इसे कोरोनरी थ्रोम्बोसिस ,तीव्र हृदयपेशीय रोधगलन आदि नाम से भी जाना जाता है।हृदयपौषक धमनियों की किसी बडी शाखा मे एक थक्का फसने से अथवा अन्दर की झिल्ली के नीचे रक्त स्राव होने से मांस सूत्रों मे मृत्यु प्रकिया शुरू हो जाती है वहाँ की दिवार रक्तावरोध से वाहनी फैट भी जाती है।और अचानक मृत्यु भी हो जाती है।अर्थात् हार्ट अटैक या हृदयाघात जब शरीर की नसों में खून का प्रवाह सुचारु रूप से नहीं हो पाता है तो ऐसे में खून जमने की समस्या या क्लॉटिंग होना शुरू हो जाती है। इस क्लॉटिंग की वजह से खून हृदय तक पहुँचने में असमर्थ होता है। इसी के साथ हृदय को ऑक्सीजन मिलनी बंद हो जाती है। यह स्थिति हार्ट अटैक की होती है।
*तले चिकने वसा युक्त भोजन करने से,
*अत्यधिक एनिमिया (रक्ताल्पता) से,
*थायराइड विकार मे,
*उच्च रक्तचाप,
*मधुमेह के कारण,
*मोटापा बढने पर,
*अत्यधिक चिंता करने से,
*शराब,चरस,गांजा, चाय,कोफी अधिक लेने से,
*बेहोशी की दवाई से,
*अत्यधिक भोजन से,
*मानसिक आघात से हृदयाघात हो जाते है।
~~अंडे और डेयरी उत्पादों जैसे उच्च वसा वाले पशु खाद्य पदार्थों की अधिक मात्रा लेने से आपके कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ सकता है। जो हृदय के लिये हानिकारक हो सकता है।
#हार्ट अटैक आने पर क्या करें?
- यदि आपके पास Disprin, Ecosprin या Aspirin है, तो आपको इसे रोगी को देना चाहिए।
- अगर किसीके घर में कोई हार्ट पेशेंट हो तो sorbitrate की 5mg की टेबलेट जीभ के नीचे रखनी है , इसे दर्द की तीव्रता थोड़ी कम हो जाती है।
तुरंत नजदीकी हस्पताल के ambulance से संपर्क करना है।
* कुछ लोगों के अनुभव के अनुसार अगर आप किसी को भी हार्ट अटैक आते देखते हैं तो एक चम्मच लाल मिर्च एक ग्लास पानी में घोलकर मरीज को दे दीजिए। एक मिनट के भीतर मरीज की हालत में सुधार आ जाएगा। इस घोल का असर सिर्फ एक अवस्था में होता है जिसमें मरीज का होश में होना आवश्यक है।
- पुराना गुड और हरड 3 ग्राम मिलाकर खिला दें।
- लहसुन की 10- 30 बूंद तक रोगी को दे दें।
इस देने से रोगी मृत्यु से बच सकता है।
-बाद मे रोगी को मुलहठी और अर्जुन को चूर्ण 1-1 चम्मच 2-3 बार खिलाते रहे।
- हृदयावरण रस 2-2गोली दिन में 2-3 बार दें।
अजुर्न चूर्ण 1-1 चम्मच दूध या पानी से दिन में 2-3 बार दें।
अर्जुनारिष्ट दिन मे 2बार जरुर ले।
#हार्ट अटैक का रोगी क्या खायें क्या न खायें?
-रोगी अपना लाईफस्टाइल ठीक करें।
-कम कैलोरी का भोजन करें।
-वजन कंट्रोल करे।
-हल्का व्यायाम करें भारी शारिरिक श्रम से बचे।
खोवा की मिठाइयों, चिकनी चीचें, रबडी, चोकलेट, मैदा की बनी चीचें न ले
मेडिटेशन करें चिन्ता को हटाऐ।
किसी भी चिकित्सा करने से पहले अपने चिकित्सक से सलाह जरुर लें।
धन्यवाद!