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Dengue-danda juwar-डेंगू फिवर-बुखार-डेंगू की देशी-आयुर्वेदिक औषधि। लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
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मंगलवार, 12 अक्तूबर 2021

डेंगू { Dengue }का वार,फिर क्या करें उपचार?

जाने:-

 #{Dengue}डेंगू क्या होता है?

<< डेंगू के क्या क्या लक्षण होते है?

>> डेंगू कितने दिनोंं तक रहता है?

<< डेंगू फिवर होने पर क्या खायेंं?

>>डेंगू फिवर मे क्या न खायें?

#डेंगू फिवर हो तो क्या करें उपाय?

_Dngue डेंगू कीआयुर्वेदिक चिकित्सा?

#डेंगू मे उल्टी होने पर क्या करें?

*डेंगू की गम्भीर अवस्था कब होती है?


#क्या होता है डेंगू { Dengue} फिवर ?

#What is Dengue fever ?

Dengue डेंगू एक वायरल डिसीज Viral disease है। यह एडीज एजिप्टी मच्छर से फैलने वाला रोग है।
और Virus का नाम Togavirus होता है।
इसमें बडी तेजी से शरीर का तापमान बढता है। इसमें तापमान 104 से 105 ० फेरानाईट तक हो जाता है।
यह दिन में 3 से 4 बार चढता है।
आयुर्वेद मे इसे {दण्डक ज्वर } के नाम से जानते है।दण्ड मारने जैसी पीडा करने वाला ज्वर दण्डक ज्वर कहलाता है। आयुर्वेद में इसको सन्निपात ज्वरों मे माना है।

#डेंगू फिवर-दण्डक ज्वर के क्या क्या लक्षण होते है?

#What is sing - symptoms of dengue fever?

* शरीर में जकडाहट,अस्थियों मे दर्द रहना,जोडों मे दर्द होना।
* तेज बुखार होना।
*शरीर पर दाने होना,Rash or rad spot होना।
* भुख न लगना loss of appetite,
* नाडी मंद चलना।
*सिरदर्द होना।
* उल्टी-उबकाई _Vomitting-Nausea,आना।
* पेट दर्द _abdomen pain
आदि डेंगू मे लक्षण होते है।
तीव्र अवस्था में रक्तस्राव का लक्षण मिलता है।

#डेंगू कितने दिनों तक रहता है?

यह साधारणतया ५ से ७ दिनों मे ठीक हो जाता है कभी कभी यह १४ दिनों तक भी रह जाता है।

[देखने मे आया है कि डेंगू ज्वर ठीक होने के बाद कमजोरी और जोड दर्द छोड जाता है जो एलोपैथीक मडिसिन से कभी ठीक नही होता रोगी को आयुर्वेद की शरण मे आना पडता है]

#Dengue डेंगू होने पर क्या खायें?

पथ्य:-
* नारियल पानी खुब पीये।
* संतरे का जूस पीयें।
*Vitamin-c युक्त पदार्थों का प्रयोग करें।
*हल्दी एक एंटीबायोटिक है इसलिए हल्दी वाला दूध पीये।
* पपीते का रस पीयें।
* चुकन्दर व कद्दू का रस पी या इनका सूप बना कर लेंं।
* अनार का जूस या फल खाये।
ध्यान रखें कि भोजन मे रोगप्रतिरोधक शक्ति बढाने वाला व रक्तबर्धक प्लेटलेटस बढाने वाला भोजन दें।
* पूर्ण विश्राम कराये।
* तरल आहार करायेंं।
* कीवी खिलायेंं।

<< Dengue फिवर मे क्या न खायेंं?

अपथ्य:-
- फ्राईड भोजन नहीं करना है।
- मसालेदार, चटपटा ,गरिष्ठ भोजन नही करना है।
- फ्रिज से ठंडा हुआ भोजन नही करना है।

> अग्रजी दवा डिस्प्रिन न खिलाये।

#डेंगू फिवर हो तो क्या करें उपाय?

*खुब नारियल पानी पीयें ।
* मेथी दाना भिगो कर रखदें बाद मे इसका पानी पीयें।
* पपीते के पत्तों का रस या क्वाथ बना कर दें।
* प्लेटलेट्स बढाने के लिऐ खुब लिक्विड डाईट दें।
*खट्टे फलों का रस पीलायें।
* हल्दी वाला दूध दे।
* तुलसी की चाय बनाकर ठंडा होने पर शहद मिलाकर पीने को दे।
* मच्छरों से बचाव करें ।
*शरीर को ढक कर रखें।
*घर के आसपास सफाई रखें।
* गिलोय रस पीलायें।
* जौ का रस , या गेहूँ का ज्वारों का रस निकल कर पीलायें।
*सब्जियों का सूप बनाकर पीलायें।

#Dengue डेंगू की आयुर्वेदिक औषधियों कौन सी हैं?

>> प्लेटलेट्स बढाने के लिए औषधियों
* गुरु गिलोय रस
* गुरु पपीता रस
* गुरू एलोवेरा जूस
* गुरु त्रिफला रस
* गेहूँ के ज्वारों का रस
* गुडूच्यादि क्वाथ
* पटोलपंचक क्वाथ
* त्रिभुवनकिर्ति रस
* मृत्यंजय रस
* ज्वरकेशरी रस
* गोदंती भस्म
* प्रवालपिष्ट
*जहरमोरापिष्टि
* सौभाग्य वटी
*संजीवनी वटी
* गिलोय घनवटी
*महसुदर्शनचूर्ण
* पंचकोल चूर्ण
* चन्दनबलालक्षादि तैल
* अमृतारिष्ट
* कालमेघासव

* पिप्पलासव

* षड्गपानीय*

 सावधान!

 अन्य बहुत सी औषधि आयुर्वेद में है।
मगर आप इन औषघियों का प्रयोग किसी आयुर्वेदिक चिकित्सक से सलाह लेकर ही करें क्योंकि आयु,काल,रोग की तीव्रता, रोगी की प्रकृति के अनुसार ही औषधि व्यवस्था की जाती है अतः बिना विशेषज्ञ की सलाह के किसी भी प्रकार की औषधी नही लेनी चाहिए।यहां केवल ज्ञान प्राप्त हेतू वर्णन किया गया है।

#डेंगू मे उल्टी रोकने के लिए क्या करें?

- दो लौंग एक कप पानी में पकाकर पीने से वमन मे लाभ मिलता है।
- तुलसी के बीजों को शहद मे भिगो कर चबाने से उल्टीयां मे राहत मिलती है।
-पुदिने के पत्तों को नींबू के रस मे भिगोकर चबाने से आराम मिलता है।
करीपत्ता को खुब चबा चबाकर खायें।

#डेंगू की गम्भीर अवस्था कैसे जाने?

-जब प्लेटलेट्स कम हो जाये।
-नाक ,मुहँ से रक्तस्राव हो।
तब रोग की गम्भीर अवस्था समझे।

आपको लेख कैसा लगा टिप्पणी( comment) मे जरुर लिखे मुझे बहुत खुशी होगी।
धन्यवाद!
<डा०वीरेंद्र मढान>