नपुंसकता impotence को आयुर्वेद से कैसे ठीक करें?In hindi.
By :- Dr.Virender Madhan.
नपुंसकता impotence
नपुंसकता के मुख्य कारण-
1- मधुमेह
2-मानसिक तनाव
3-कुछ एलोपैथीक दवा
4- हस्तमैथून
#नपुंसकता impotence की चिकित्सा–
#प्रथम अवस्था में:-
धातुपौष्टिक चूर्ण,
स्वर्णराज बंगेश्वर तथा
चन्द्रप्रभा वटी। आरम्भ इनसे करें।
#गम्भीर अवस्था में:-
पुरुष नपुसंकता गहरा है तो उनके लिये।
मनमथ रस वटी,
पुष्पधन्वा रस वटी।
बहुमूल्य औषधि–
वृहद्कामचूङामणि रस ( वटी) एक व
टी सुबह-शाम लें।
और यदि कोई भी समस्या है काम-शक्ति मर्दन करने वाली है।
(मधुमेह, उच्च रक्तचाप, गैस्ट्रिक, मूत्ररोग) अधिक उम्मीद कि सफल, कोई हानि नहीं। बस अति न करें, हफ्ते में एक दो बार ही लें।
इस शास्त्रीय दवा को डा
लने का उद्देश्य, रोग बिना पूर्णतः ठीक हुऐ भी सन्तुष्टि और विश्वास मिले।
जब तक गैस्ट्रिक की कोई समस्या है या फेफङा पूर्णतः साफ नहीं, पौरुष-शक्ति तो लुका-छिपी ही करती रहेगी।
#गैस्ट्रिक की समस्या मे–
यदि गैस्ट्रिक की समस्या है पर गम्भीर नहीं, सरल चूर्ण ( स्वानुभूत) काफी है।
#फेफडे की समस्या है तो–
यदि फेफङे हेतु त्रिकटु चूर्ण, वासा, मुलैठी सम्भाग मिश्रण चूर्ण- काफी है।
योग–
गुदा-संकोचन क्रिया।
मूत्र-विसर्जन हमेशा बैठ कर करना। एक धार में लगातार विसर्जन -
– दो या तीन बार बीच-बीच में रोकना। धातु-क्षीणता दूर करने में ये उपाय काफी सहयोग करते हैं।
Dr.virenderMadhan.