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गुरुवार, 28 मार्च 2024

Petha Juice पेठे का जूस–सबसे शक्तिशाली डिटोक्स जूस


 Petha Juice पेठे का जूस–सबसे शक्तिशाली डिटोक्स जूस

#डा०वीरेंद्रमढान

#सफेद पेठे का जूस पीने के फायदे (Benefits of drinking ash gourd juice)


पाचन तंत्र के लिए:–

सफेद कद्दू का सेवन करने पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। ज्यादा मात्रा में सफेद कद्दू का सेवन करने से पेट खराब, उल्टी, दस्त जैसी समस्या हो सकती है।

सफेद पेठे का जूस पाचन बेहतर करने में कारगर होता है

 सफेद पेठे का जूस पाचन तंत्र को आराम देता है। सफेद पेठे में कैलोरी कम होती है। सफेद पेठे के सेवन से मेटाबॉलिज्म अच्छा रहता है। जिससे खाना आसानी से पचाया जा सकता है।

* बॉडी को रखे हाइड्रेटेड 

* एंटी इंफ्लेमेटरी गुण रखता है

* शुगर को करे कंट्रोल 

* सांस से जुड़ी समस्याओं का इलाज है सफेद पेठे का जूस

* सफेद पेठे के जूस का सेवन सुबह खाली पेट करना बेहतर होता है. खाली पेट लेने पर इस जूस के पोषक तत्व अवशोषण और पाचन गुण अधिक होते हैं.



* नहीं रहेगी गैस और कब्ज की दिक्कत

–  सफेद पेठे में एंटी-ऑक्सीडेंट, गेस्ट्रो-प्रोटेक्टिव जैसे गुण पाए जाते हैं जो गैस और कब्ज जैसी समस्याओं को दूर करने में भी मददगार हैं। अगर आप भी कब्‍ज (Constipation) की समस्‍या से परेशान हैं तो सफेद पेठे के जूस का सेवन नियमित रूप से करें। इसे पीने से पेट में जलन की समस्या भी खत्म होती है।

* प्रतिदिन एक गिलास सफेद पेठे का जूस पीने से वजन घटाने में असरदार होता है.

#सफेद कद्दू की तासीर क्या है?

* सफेद कद्दू में पानी की भरपूर मात्रा और ठंडी तासीर शरीर को हाइड्रेट रखने के साथ बॉडी को कूल भी बनाए रखती है।   *सफेद कद्दू का सेवन करने से बैड कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने के साथ शरीर में गुड कोलेस्ट्रॉल को बनाए रखने में भी मदद मिलती है।

* सफेद कद्दू में मौजूद एंटी इंफ्लेमेटरी गुण अस्थमा और गठिया रोग में फायदेमंद होते हैं।

सोमवार, 25 मार्च 2024

Heart Attack की पहचान और उपाय कैसे करें

 Heart Attack की पहचान और उपाय कैसे करें

Common Symptoms of Heart Attack in Hindi

– सीने में दर्द (Chest Pain)

– जकड़न (Chest Tightness)

– कंधो में दर्द (Shoulder Pain)

– थकान (Tiredness)

–नींद न आना (Difficulty in Sleeping)

–दिल की धड़कन तेज़ होना (Irregular Heart Beats)

–साँस फूलना (Breathlessness)

– साँस लेने में तकलीफ होना (Difficulty in Breathing)


हार्ट अटैक आने से पहले क्या लक्षण होता है?

* सीने में दर्द होना :–

 अगर आपको सीने बाईं तरफ तेजी से दर्द हो रहा है और जकड़न महसूस हो रही है तो यह हार्ट अटैक का शुरूआती संकेत हो सकता है। 

* सांस लेने में दिक्कत:–

 पूरी तरह से सांस लेने के बाद भी आपको सांस की कमी महसूस हो रही है या फिर सांस लेने में समस्या हो रही है तो यह हार्ट अटैक का संकेत हो सकता है।

#दिल का दौरा पड़ने के लक्षण क्या हैं?

– सीने में दर्द या बेचैनी महसूस कर सकता है तथा उसे दबाव, जकड़न या निचोड़ने जैसा महसूस हो सकता है जब उसे दिल का दौरा पड़ता है। 

– दर्द बाहों, गर्दन, जबड़े या पीठ तक भी वितरित हो सकता है। अन्य लक्षणों में सांस की तकलीफ, मतली या उल्टी, हल्कापन, या ठंडा पसीना शामिल हो सकता है।

#Heart Attack के लिए सावधानी:-

* तंबाकू उत्पादों के सेवन से बचें

* वजन कम करें

यदि आप अधिक वजन वाले या मोटे हैं तो अपना वजन कम करें

* योग, व्यायाम और पैदल चलने जैसी शारीरिक गतिविधियों को बढ़ाएं

* सुखी और सकारात्मक जीवन जिएं

* तला हुआ भोजन, पैकेज्ड भोजन और प्रसंस्कृत भोजन सहित अस्वास्थ्यकर भोजन से बचें

* ऐसा खाना खाएं जो दिल के लिए स्वस्थ हो

* धूम्रपान छोडे

#Heart Attack से बचने के लिए

* लहसुन का सेवन करके भी आप हार्ट ब्लॉकेज की समस्या से निजात पा सकते है। 

* हल्दी के सेवन भी हार्ट ब्लॉकेज को खोलने के बेहतरीन उपाय है। 

* तुलसी से करें हार्ट ब्लॉकेज समस्या का हल। 

* अदरक भी बेहतरीन उपाय है हार्ट ब्लॉकेज को खोलने का,

* सेब खाने से धमनियों में रुकावट और स्ट्रोक का खतरा कम हो सकता है। यह फल हमारे रक्त में वसा के स्तर को कम करने और एलडीएल कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने के लिए भी जाना जाता है। सेब के छिलके में फ्लेवोनोइड्स नामक यौगिक होते हैं। ये एंटीऑक्सीडेंट आपके हृदय रोग के जोखिम को कम कर सकते हैं।

*अर्जुन एक अद्भुत जड़ी बूटी है जो हृदय स्वास्थ्य को मैनेज करने में मदद करती है. 

अर्जुन की छाल का चूर्ण अपने कार्डियो-सुरक्षात्मक गुण के कारण हृदय की रक्षा करता है. यह हृदय टॉनिक के रूप में कार्य करता है और हृदय की मांसपेशियों को मजबूत करके हृदय के समुचित कार्य को मैनेज करने में मदद करता है.1

#शरीर की नसें खोलने के लिए क्या खाना चाहिए?

*विटामिन सी-

नसों में ताकत भरने के लिए विटामिन सी से भरपूर चीजों का पर्याप्त सेवन करना चाहिए. * इसके लिए फूलगोभी, बंदगोभी, स्ट्रॉबेरी, अन्नास, डार्क लीफी वेजिटेबल, स्प्रॉउट, संतरे, बेल पेपर आदि का सेवन रोजाना करें. 

* विटामिन ई-

कमजोर नसों में जान भरने के लिए विटामिन ई से भरपूर फूड का सेवन करना होगा.

* अनार नसों को खोलने में असरदार हो सकता है

* चेरी का सेवन करें

* जीरा पानी पिएं

* मुलेठी की चाय फायदेमंद होती है

शुक्रवार, 22 मार्च 2024

जब लीवर मे गंदगी हो जाये तो कैसे जाने लीवर की गंदगी कैसे साफ करें?


जब लीवर मे गंदगी हो जाये तो कैसे जाने

लीवर की गंदगी कैसे साफ करें?

खराब लीवर के लक्षण:–

– पेट दर्द और सूजन

– पैरों और टखनों में सूजन

– स्किन में खुजली होना

– पेशाब का रंग गहरा होना

– पीला मल का रंग

– बेहद थकावट

– मतली या उलटी

#जब लीवर में गंदगी हो तो क्या करना चाहिए?

*लिवर की गंदगी को साफ करने के लिए हल्दी का प्रयोग करें। हल्दी में एंटी-ऑक्सीडेंट्स और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो आपके लिवर को साफ कर सकते हैं। इसकी करक्यूमीन आपके शरीर की सूजन को कम कर सकता है। साथ ही लिवर के आसपास जमा अतिरिक्त फैट को कम करता है।

#लीवर की गंदगी कैसे निकाले?

लीवर की सफाई करने के लिए लीवर फ्रेंडली डाइट का सेवन आवश्यक है। लीवर फ्रेंडली डाइट में –

सब्जियां, फल, साबुत अनाज, फलियां, नट्स, सीड्स, मछली, अंडे, ऑलिव ऑयल और नारियल तेल का सेवन असरदार होता है। लीवर को स्वस्थ रखने के लिए ग्लूटेन फूड, कैफीन, एल्कोहॉल से परहेज करें।

#लिवर की सफाई के लिए क्या खाएं?

* सब्जियां, फल, मेवे, लहसुन, हरी चाय, कॉफी, हल्दी, किण्वित उत्पाद, जैतून का तेल और अनाज जैसे खाद्य पदार्थ लीवर को साफ करने और विषहरण करने में मदद कर सकते हैं, तो उन्हें अपने दैनिक आहार में शामिल करना चाहिए।

*लिवर के लिए सुबह क्या पीना चाहिए?

अगर आप लिवर को साफ रखना चाहते हैं तो रोज सुबह एक गिलास नींबू पानी जरूर पिएं. वहीं हल्दी आपके लिवर को डैमेज होने से बचाने में मददगार है. साथ ही लिवर पर चढ़ी चर्बी भी कम करती है.

#लीवर साफ करने के घरेलू उपाय

– हरी पत्‍तेदार सब्जियों का करें सेवन लीवर हेल्दी रहता है।हरी-पत्तेदार सब्जियां लीवर की सफाई करने में बेहद फायदेमंद हैं। 

लहसुन से करें लीवर की सफाई:–

* लहसुन लीवर को डिटॉक्सीफाई करने में काफी लाभदायक है।

* हल्दी से करें लीवर को डिटॉक्स कर सकते है

* एवोकाडो से भी लीवर की सफाई मे मदद मिलती है

*पत्ता गोभी खाएं लीवर साफ रहेगा

Q:-अपने लिवर को ठीक करने का सबसे तेज़ तरीका क्या है?

क्षति को ठीक करने का सबसे अच्छा तरीका यह है कि जो कुछ भी इसका कारण बन रहा है उसे हटा दिया जाए । उदाहरण के लिए, यदि आपको शराब पीने के कारण फैटी लीवर की समस्या है, तो शराब पीना बंद करना महत्वपूर्ण है। यदि यह आपके आहार या अधिक वजन के कारण है, तो स्वस्थ भोजन करना और वजन कम करना महत्वपूर्ण है।

Q:–लीवर खराब होने पर क्या परहेज करें?

लीवर की बीमारियों से बचाव करने के लिए वजन को कंट्रोल करना जरूरी है। 

पेट में वसा का निर्माण और अधिक वजन होने से लीवर रोग का खतरा बढ़ जाता है। लीवर को हेल्दी रखने के लिए कैलोरी, वसा और परिष्कृत कार्बोहाइड्रेट जैसे तेल, घी, पनीर, और शक्कर युक्त पेय से परहेज करें।