बसंत ऋतु में सेहतमंद रहने के लिए कौन सा काढ़ा पिएं
बसंत ऋतु में मौसम बदलने के कारण सर्दी-गर्मी का मिश्रण रहता है, जिससे सर्दी, खांसी, एलर्जी और पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। ऐसे में शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने और सेहतमंद रहने के लिए कुछ खास काढ़े लाभदायक होते हैं।
बसंत ऋतु के लिए सेहतमंद काढ़े:
गिलोय-तुलसी काढ़ा
गिलोय इम्यूनिटी बढ़ाने में सहायक होता है और तुलसी सर्दी-जुकाम से बचाती है।
सामग्री: 1 गिलोय स्टिक या 1 चम्मच गिलोय पाउडर, 5-6 तुलसी पत्ते, 1 चुटकी काली मिर्च, 1 कप पानी
विधि: सभी सामग्री को पानी में उबालें और छानकर पिएं।
हल्दी-अदरक काढ़ा
हल्दी एंटी-इंफ्लेमेटरी होती है और अदरक सर्दी-जुकाम से बचाव करता है।
सामग्री: 1/2 चम्मच हल्दी, 1 चम्मच अदरक का रस, 1 चुटकी काली मिर्च, 1 कप पानी
विधि: सामग्री को पानी में उबालें, शहद मिलाकर पिएं।
मुलेठी-दालचीनी काढ़ा
मुलेठी गले की खराश और खांसी में लाभदायक होती है, जबकि दालचीनी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाती है।
सामग्री: 1/2 चम्मच मुलेठी पाउडर, 1/4 चम्मच दालचीनी पाउडर, 1 कप पानी
विधि: पानी में सामग्री डालकर उबालें, छानकर पिएं।
नीम-गुड़ काढ़ा
नीम शरीर को डिटॉक्स करता है और बसंत ऋतु में होने वाली एलर्जी से बचाव करता है।
सामग्री: 4-5 नीम पत्ते, 1 चम्मच गुड़, 1 कप पानी
विधि: पानी में नीम पत्ते उबालें, गुड़ मिलाकर पिएं।
काढ़ा पीने के फायदे:
✅ इम्यूनिटी मजबूत होती है
✅ एलर्जी और संक्रमण से बचाव होता है
✅ पाचन तंत्र सही रहता है
✅ मौसमी बुखार और थकान से राहत मिलती है
आप अपनी जरूरत के अनुसार इन काढ़ों में बदलाव कर सकते हैं। इन्हें रोज सुबह या शाम को पीना ज्यादा फायदेमंद रहेगा।