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शनिवार, 3 मई 2025

गर्मियों में मखाने खाने के 5 फायदे in hindi.


गर्मियों में मखाने खाने के 5 फायदे in hindi.

  • मखाने क्या होते हैं?

  • मखाने के प्रमुख आयुर्वेदिक लाभ

  • वृद्धजनों के लिए उपयोगी

  •  डायबिटीज़ में उपयोगी

  • हृदय स्वास्थ्य में सहायक

  • सेवन विधि और सावधानियाँ

  • गर्मियों में मखाने (Fox Nuts) खाना सेहत के लिए बहुत लाभकारी होता है। यहाँ इसके 5 प्रमुख फायदे दिए गए हैं:


    शरीर को ठंडक पहुँचाते हैं – 

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    मखाने की तासीर ठंडी होती है, जिससे गर्मियों में शरीर का तापमान नियंत्रित रहता है और गर्मी जनित बीमारियों से बचाव होता है।


    ऊर्जा बढ़ाते हैं – 

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    इनमें प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और फाइबर होते हैं, जो दिनभर ऊर्जावान बनाए रखते हैं बिना शरीर को भारी किए।


    पाचन में मददगार – 

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    मखाने हल्के होते हैं और फाइबर युक्त होने के कारण पाचन क्रिया को ठीक रखते हैं, जिससे कब्ज जैसी समस्याओं से राहत मिलती है।


    डिहाइड्रेशन से बचाते हैं – 

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    इनमें मौजूद पोषक तत्व शरीर में जल संतुलन बनाए रखने में मदद करते हैं और लू लगने की संभावना कम करते हैं।


    वज़न नियंत्रित करने में सहायक – 

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    मखाने लो कैलोरी और हाई फाइबर युक्त होते हैं, जिससे भूख कम लगती है और ओवरईटिंग से बचाव होता है।

    बुधवार, 19 फ़रवरी 2025

    बसंत ऋतु में सेहतमंद रहने के लिए कौन सा काढ़ा पिएं


     बसंत ऋतु में सेहतमंद रहने के लिए कौन सा काढ़ा पिएं


    बसंत ऋतु में मौसम बदलने के कारण सर्दी-गर्मी का मिश्रण रहता है, जिससे सर्दी, खांसी, एलर्जी और पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। ऐसे में शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने और सेहतमंद रहने के लिए कुछ खास काढ़े लाभदायक होते हैं।


    बसंत ऋतु के लिए सेहतमंद काढ़े:

    गिलोय-तुलसी काढ़ा


    गिलोय इम्यूनिटी बढ़ाने में सहायक होता है और तुलसी सर्दी-जुकाम से बचाती है।

    सामग्री: 1 गिलोय स्टिक या 1 चम्मच गिलोय पाउडर, 5-6 तुलसी पत्ते, 1 चुटकी काली मिर्च, 1 कप पानी

    विधि: सभी सामग्री को पानी में उबालें और छानकर पिएं।

    हल्दी-अदरक काढ़ा


    हल्दी एंटी-इंफ्लेमेटरी होती है और अदरक सर्दी-जुकाम से बचाव करता है।

    सामग्री: 1/2 चम्मच हल्दी, 1 चम्मच अदरक का रस, 1 चुटकी काली मिर्च, 1 कप पानी

    विधि: सामग्री को पानी में उबालें, शहद मिलाकर पिएं।

    मुलेठी-दालचीनी काढ़ा


    मुलेठी गले की खराश और खांसी में लाभदायक होती है, जबकि दालचीनी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाती है।

    सामग्री: 1/2 चम्मच मुलेठी पाउडर, 1/4 चम्मच दालचीनी पाउडर, 1 कप पानी

    विधि: पानी में सामग्री डालकर उबालें, छानकर पिएं।

    नीम-गुड़ काढ़ा


    नीम शरीर को डिटॉक्स करता है और बसंत ऋतु में होने वाली एलर्जी से बचाव करता है।

    सामग्री: 4-5 नीम पत्ते, 1 चम्मच गुड़, 1 कप पानी

    विधि: पानी में नीम पत्ते उबालें, गुड़ मिलाकर पिएं।

    काढ़ा पीने के फायदे:

    ✅ इम्यूनिटी मजबूत होती है

    ✅ एलर्जी और संक्रमण से बचाव होता है

    ✅ पाचन तंत्र सही रहता है

    ✅ मौसमी बुखार और थकान से राहत मिलती है


    आप अपनी जरूरत के अनुसार इन काढ़ों में बदलाव कर सकते हैं। इन्हें रोज सुबह या शाम को पीना ज्यादा फायदेमंद रहेगा।

    शनिवार, 21 दिसंबर 2024

    गला बैठ गया है आवाज नही निकलती क्या करें|Health Tips


     गला बैठ गया है आवाज नही निकलती क्या करें|Health Tips


    गला बैठने और आवाज न निकलने की समस्या आमतौर पर गले में संक्रमण, अत्यधिक बोलने, या गले पर दबाव के कारण होती है। इसे ठीक करने के लिए आप निम्न उपाय कर सकते हैं:


    1. गुनगुना पानी पिएं

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    दिन में बार-बार गुनगुने पानी से गरारे करें।

    गुनगुने पानी में नमक डालकर गरारे करना भी फायदेमंद है।

    2. शहद और अदरक का सेवन करें

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    एक चम्मच शहद में थोड़ा सा अदरक का रस मिलाकर दिन में 2-3 बार लें।

    यह गले को आराम देगा और सूजन को कम करेगा।

    3. भाप लें

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    गर्म पानी में यूकेलिप्टस ऑयल डालकर भाप लें।

    यह गले को आराम देने और गले की रुकावट को दूर करने में मदद करता है।

    4. तुलसी और काली मिर्च की चाय

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    तुलसी के पत्ते, काली मिर्च और अदरक को पानी में उबालकर पीएं।

    यह गले को साफ करता है और संक्रमण को ठीक करता है।

    5. बोलने से बचें

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    आवाज को आराम दें और ज्यादा बोलने से बचें।

    जबरदस्ती बोलने से गला और खराब हो सकता है।

    6. धूल और धुएं से बचें–

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    गले की समस्या को बढ़ाने वाले धूल और धुएं से बचें।

    ठंडी चीजों का सेवन न करें।

    7. डॉक्टर से परामर्श लें

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    अगर 3-4 दिन में आराम न मिले या तेज बुखार हो तो डॉक्टर से संपर्क करें।

    इन उपायों से आपको राहत मिलेगी। आराम करें और गले को आराम दें।