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गुरुवार, 17 अक्तूबर 2024

दोबारा गर्म करने से कौन सा भोजन जहर बन जाता है

 दोबारा गर्म करने से कौन सा भोजन जहर बन जाता है

डा०वीरेंद्र

दोबारा गर्म करने से जहर बनने वाले भोजन

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कुछ खाद्य पदार्थों को दोबारा गर्म करने से उनकी संरचना बदल सकती है, जिससे वे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकते हैं। ऐसे कुछ खाद्य पदार्थ हैं:


चावल:–

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 पके हुए चावल को अगर कमरे के तापमान पर अधिक समय तक रखा जाए और फिर दोबारा गर्म किया जाए, तो इसमें Bacillus cereus नामक बैक्टीरिया पनप सकते हैं, जो फूड पॉइज़निंग का कारण बन सकते हैं।


अंडे:–

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पके हुए अंडों को दोबारा गर्म करने पर उनमें प्रोटीन की संरचना बदल सकती है, जिससे पाचन में समस्या हो सकती है।


आलू:– 

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अगर पके हुए आलुओं को ठंडा करके लंबे समय तक बाहर रखा जाए, तो उनमें बैक्टीरिया विकसित हो सकते हैं। दोबारा गर्म करने पर यह हानिकारक हो सकता है।


मुर्गी (चिकन):–

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 चिकन में प्रोटीन की उच्च मात्रा होती है, और इसे दोबारा गर्म करने पर प्रोटीन की संरचना बदल सकती है, जिससे पाचन और स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।


पालक:–

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 पालक में नाइट्रेट होता है, जो दोबारा गर्म करने पर नाइट्राइट में बदल सकता है। नाइट्राइट कैंसरजनक (carcinogenic) हो सकता है।


इन खाद्य पदार्थों को सही तरीके से स्टोर करना और दोबारा गर्म करने से बचना स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है।


कुछ अन्य खाद्य पदार्थ भी हैं जिन्हें दोबारा गर्म करने से स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं:


मशरूम:–

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 मशरूम में प्रोटीन की मात्रा काफी अधिक होती है, और अगर इन्हें पकाने के बाद लंबे समय तक रखा जाए और फिर दोबारा गर्म किया जाए, तो इनकी प्रोटीन संरचना बदल सकती है, जिससे पेट खराब होने या अपच की समस्या हो सकती है।


बीन्स (राजमा, लोबिया आदि):–

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कुछ प्रकार के बीन्स जैसे राजमा या लोबिया में phytohaemagglutinin नामक टॉक्सिन होते हैं, जो इन्हें पर्याप्त तरीके से पकाए बिना खाने पर हानिकारक हो सकते हैं। दोबारा गर्म करने से भी इनके पोषक तत्वों की गुणवत्ता कम हो सकती है।


चुकंदर (Beetroot):–

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 चुकंदर में नाइट्रेट होता है, और इसे दोबारा गर्म करने पर नाइट्रेट नाइट्राइट में बदल सकता है, जिससे शरीर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।


समुद्री भोजन (Seafood):–

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 जैसे झींगा, मछली आदि को दोबारा गर्म करने पर इनमें बैक्टीरिया पनप सकते हैं, खासकर अगर इन्हें सही तापमान पर स्टोर नहीं किया गया हो। इससे फूड पॉइज़निंग का खतरा बढ़ जाता है।


तेल युक्त भोजन:–

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 खासकर वे खाद्य पदार्थ जो बहुत अधिक तेल में तले जाते हैं, जैसे कि समोसे, पकौड़े आदि। दोबारा गर्म करने पर उनमें ट्रांस फैट्स का निर्माण हो सकता है, जो हृदय रोगों के लिए खतरनाक हो सकते हैं।


खाद्य पदार्थों को सही तरीके से स्टोर करना और आवश्यकता होने पर ही दोबारा गर्म करना स्वास्थ्य की दृष्टि से सुरक्षित है।