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Health and fitness यह ब्लॉग आयुर्वेदिक ज्ञान , औषधियों और जडी-बूटी की पूरी जानकारी के बारे में है ।
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बुधवार, 7 मई 2025
वरिष्ठ नागरिकों के लिए परवल: एक प्राकृतिक औषधि
वरिष्ठ नागरिकों के लिए परवल: एक प्राकृतिक औषधि
शनिवार, 3 मई 2025
गर्मियों में मखाने खाने के 5 फायदे in hindi.
गर्मियों में मखाने खाने के 5 फायदे in hindi.
मखाने क्या होते हैं?
मखाने के प्रमुख आयुर्वेदिक लाभ
वृद्धजनों के लिए उपयोगी
डायबिटीज़ में उपयोगी
हृदय स्वास्थ्य में सहायक
सेवन विधि और सावधानियाँ
गर्मियों में मखाने (Fox Nuts) खाना सेहत के लिए बहुत लाभकारी होता है। यहाँ इसके 5 प्रमुख फायदे दिए गए हैं:
शरीर को ठंडक पहुँचाते हैं –
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मखाने की तासीर ठंडी होती है, जिससे गर्मियों में शरीर का तापमान नियंत्रित रहता है और गर्मी जनित बीमारियों से बचाव होता है।
ऊर्जा बढ़ाते हैं –
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इनमें प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और फाइबर होते हैं, जो दिनभर ऊर्जावान बनाए रखते हैं बिना शरीर को भारी किए।
पाचन में मददगार –
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मखाने हल्के होते हैं और फाइबर युक्त होने के कारण पाचन क्रिया को ठीक रखते हैं, जिससे कब्ज जैसी समस्याओं से राहत मिलती है।
डिहाइड्रेशन से बचाते हैं –
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इनमें मौजूद पोषक तत्व शरीर में जल संतुलन बनाए रखने में मदद करते हैं और लू लगने की संभावना कम करते हैं।
वज़न नियंत्रित करने में सहायक –
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मखाने लो कैलोरी और हाई फाइबर युक्त होते हैं, जिससे भूख कम लगती है और ओवरईटिंग से बचाव होता है।
गुरुवार, 24 अप्रैल 2025
जाने आयुर्वेद के 5 चमत्कारी घरेलू नुस्खे – बिना दवा के राहत
जाने आयुर्वेद के 5 चमत्कारी घरेलू नुस्खे – बिना दवा के राहत
नमस्कार,
मैं Dr. Virender, आपका अपना आयुर्वेदिक मित्र। आज मैं आपको बताने जा रहा हूँ कुछ ऐसे सरल और प्रभावी घरेलू नुस्खे, जो बरसों से आज़माए जा रहे हैं – बिना किसी साइड इफेक्ट के।
1. पेट की गैस और अपच –
अजवाइन का कमाल
रात को सोते समय एक चुटकी अजवाइन में काला नमक मिलाकर गर्म पानी से लें। गैस, अपच और पेट दर्द से राहत मिलेगी।
2. सर्दी-जुकाम –
तुलसी और अदरक का काढ़ा
तुलसी, अदरक, काली मिर्च और गुड़ का काढ़ा सुबह-शाम लेने से सर्दी और जुकाम में आराम मिलता है।
3. जोड़ों का दर्द –
सरसों तेल और लहसुन
सरसों के तेल में लहसुन पकाकर मालिश करें। पुराने जोड़ों के दर्द में भी लाभदायक है।
4. नींद न आना –
गाय के दूध में जायफल
रात को गर्म दूध में एक चुटकी जायफल मिलाकर पीने से नींद अच्छी आती है।
5. बालों का झड़ना –
आंवला और ब्राह्मी का उपयोग
सप्ताह में दो बार आंवला और ब्राह्मी का तेल लगाने से बाल मजबूत और घने होते हैं।
नोट:
ये सभी उपाय सामान्य स्वास्थ्य के लिए हैं। किसी रोग की गंभीर स्थिति में विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें।
आपकी सेवा में सदैव,
Dr. Virender
Arogya Amrit – Ayurveda Clinic
रविवार, 6 अप्रैल 2025
जौ की रोटी खाने के फायदे in hindi.
जौ की रोटी खाने के फायदे in hindi.
जौ की रोटी आयुर्वेद और आधुनिक पोषण विज्ञान दोनों में अत्यंत लाभकारी मानी जाती है। इसके नियमित सेवन से कई शारीरिक लाभ होते हैं। नीचे जौ की रोटी खाने के प्रमुख फायदे दिए गए हैं:
1. पाचन तंत्र के लिए लाभकारी
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जौ में भरपूर मात्रा में फाइबर होता है, जिससे कब्ज नहीं होता और आंतें स्वस्थ रहती हैं।
यह दाहशामक (antacid) गुणों से युक्त है, जिससे पेट की जलन और अम्लपित्त में राहत मिलती है।
2. मधुमेह (डायबिटीज) में उपयोगी
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जौ का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, जिससे यह रक्त में शर्करा को धीरे-धीरे बढ़ाता है।
यह इंसुलिन सेंसिटिविटी को बेहतर करता है।
3. वजन घटाने में सहायक
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जौ की रोटी खाने से देर तक भूख नहीं लगती, जिससे ओवरईटिंग नहीं होती।
यह मेटाबोलिज्म को सक्रिय करता है।
4. हृदय रोग से सुरक्षा
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इसमें बीटा-ग्लूकन फाइबर होता है, जो कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है।
रक्तचाप को भी नियंत्रित करता है।
5. शीतल, रुक्ष और कफनाशक
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आयुर्वेद के अनुसार जौ कफहर, मेधावर्धक और शीतवीर्य होता है।
यह शरीर को शुद्ध करता है और ऊष्मा को संतुलित रखता है।
6. त्वचा और बालों के लिए फायदेमंद
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इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट त्वचा को साफ और चमकदार बनाते हैं।
बालों को झड़ने से रोकता है।
****************य
शुक्रवार, 28 मार्च 2025
हारसिंगार के पत्तों की चाय के फायदे नुकसान
हारसिंगार के पत्तों की चाय के फायदे नुकसान
हारसिंगार (पारिजात) के पत्तों की चाय फायदे और नुकसान
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परिचय
हारसिंगार, जिसे पारिजात (Nyctanthes arbor-tristis) भी कहा जाता है, आयुर्वेद में एक महत्वपूर्ण औषधीय पौधा है। इसके फूल, पत्ते और छाल विभिन्न बीमारियों के उपचार में उपयोग किए जाते हैं। हारसिंगार के पत्तों की चाय भी स्वास्थ्य लाभ के लिए काफी लोकप्रिय हो रही है। आइए जानते हैं इसके फायदे और संभावित नुकसान।
हारसिंगार के पत्तों की चाय के फायदे
1. जोड़ों के दर्द और गठिया में लाभकारी
हारसिंगार की पत्तियों में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो गठिया (Arthritis) और जोड़ों के दर्द को कम करने में सहायक होते हैं। इसकी चाय पीने से सूजन और अकड़न में राहत मिलती है।
2. इम्यून सिस्टम को मजबूत करे
इस चाय में एंटीऑक्सीडेंट और एंटीवायरल गुण होते हैं, जो शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करते हैं।
3. बुखार और वायरल संक्रमण में कारगर
हारसिंगार की पत्तियां मलेरिया, डेंगू और चिकनगुनिया जैसे बुखारों में बहुत प्रभावी होती हैं। इसकी चाय शरीर के तापमान को नियंत्रित करने में मदद करती है।
4. डायबिटीज को नियंत्रित करने में सहायक
यह ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद कर सकती है, जिससे डायबिटीज के मरीजों को लाभ हो सकता है।
5. पाचन तंत्र के लिए फायदेमंद
हारसिंगार की चाय पेट के कीड़े (Intestinal Worms) को खत्म करने में सहायक होती है और अपच, गैस जैसी समस्याओं में राहत देती है।
6. त्वचा के लिए लाभदायक
इसमें एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुण होते हैं, जो त्वचा के संक्रमण और मुंहासों की समस्या को कम कर सकते हैं।
हारसिंगार के पत्तों की चाय के नुकसान
1. अत्यधिक सेवन से पेट में दिक्कत
अगर इस चाय का ज्यादा सेवन किया जाए तो पेट में ऐंठन, एसिडिटी या हल्का दस्त हो सकता है।
2. गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए सावधानी
गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं को बिना डॉक्टर की सलाह के इसका सेवन नहीं करना चाहिए।
3. कम ब्लड प्रेशर वालों के लिए सावधानी
यह चाय ब्लड प्रेशर को कम कर सकती है, इसलिए लो ब्लड प्रेशर के मरीजों को इसका सेवन सावधानीपूर्वक करना चाहिए।
4. एलर्जी का खतरा
कुछ लोगों को हारसिंगार के पत्तों से एलर्जी हो सकती है। यदि किसी को खुजली, स्किन रैश या सांस लेने में दिक्कत हो तो तुरंत सेवन बंद कर देना चाहिए।
कैसे बनाएं हारसिंगार की पत्तों की चाय?
सामग्री:
4-5 हारसिंगार की ताजी पत्तियां
1 कप पानी
शहद या नींबू (स्वादानुसार)
विधि:
पानी को उबालें और उसमें हारसिंगार की पत्तियां डालें।
इसे 5-7 मिनट तक धीमी आंच पर उबलने दें।
छानकर चाय को कप में निकालें।
स्वादानुसार शहद या नींबू मिलाएं और गरमागरम पिएं।
निष्कर्ष
हारसिंगार के पत्तों की चाय कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान कर सकती है, लेकिन इसे संतुलित मात्रा में और आवश्यक सावधानियों के साथ ही लेना चाहिए। यदि आप इसे किसी विशेष रोग के लिए उपयोग करना चाहते हैं तो पहले किसी आयुर्वेदिक विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य लें।
क्या आपने कभी हारसिंगार की चाय पी है? अपने अनुभव हमें कमेंट में बताएं!
बुधवार, 26 मार्च 2025
गर्मियों मे गुड खाने फायदे और नुकसानin hindi.
गर्मियों मे गुड खाने फायदे और नुकसानin hindi.
गर्मियों में गुड़ खाने के फायदे और नुकसान दोनों हो सकते हैं। आइए इसे विस्तार से समझते हैं।
गर्मियों में गुड़ खाने के फायदे:
डिटॉक्सिफिकेशन:–
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गुड़ शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है।
पाचन सुधारता है:–
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यह पाचन तंत्र को मजबूत करता है और कब्ज से राहत दिलाता है।
एनर्जी बूस्टर:–
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यह प्राकृतिक शर्करा का अच्छा स्रोत है, जिससे शरीर को ताजगी और ऊर्जा मिलती है।
खून की सफाई:–
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गुड़ रक्त को शुद्ध करता है और हीमोग्लोबिन बढ़ाने में मदद करता है।
त्वचा के लिए फायदेमंद:–
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इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट त्वचा को चमकदार बनाते हैं।
हीट स्ट्रोक से बचाव:–
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उचित मात्रा में खाने पर यह शरीर को ठंडक पहुंचा सकता है, विशेष रूप से अगर इसे सौंफ या पानी के साथ लिया जाए।
गर्मियों में गुड़ खाने के नुकसान:–
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अत्यधिक गर्मी पैदा कर सकता है:–
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अधिक मात्रा में खाने से शरीर में गर्मी बढ़ सकती है, जिससे नाक से खून आना (नकसीर) या शरीर में जलन हो सकती है।
पसीना बढ़ सकता है:–
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गुड़ खाने से शरीर में चिपचिपापन और अधिक पसीना आ सकता है।
ब्लड शुगर बढ़ा सकता है:–
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मधुमेह के मरीजों को गुड़ सीमित मात्रा में ही खाना चाहिए, क्योंकि इसमें प्राकृतिक शर्करा होती है।
डिहाइड्रेशन की संभावना:–
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ज्यादा गुड़ खाने से शरीर में गर्मी बढ़ने के कारण डिहाइड्रेशन हो सकता है।
कैसे खाएं?
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गर्मियों में गुड़ को सीमित मात्रा (10-20 ग्राम) में ही लें।
गुड़ को छाछ, सौंफ, या पानी के साथ लेने से इसकी गर्म तासीर कम हो जाती है।
दिन में केवल एक बार, विशेष रूप से सुबह या दोपहर के समय लें।
अगर आपको ज्यादा गर्मी लगती है, तो गुड़ खाने से बचें।
आपकी उम्र और स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए
गुड के साथ क्या खाने से कौन से रोग दूर होते हैं
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गुड़ को विभिन्न चीजों के साथ मिलाकर खाने से कई रोगों में लाभ होता है। आयुर्वेद में इसे औषधीय दृष्टि से उपयोगी माना गया है। आइए जानते हैं कि गुड़ को किन चीजों के साथ खाने से कौन-कौन से रोग दूर होते हैं।
1. गुड़ + अदरक
लाभ:-
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सर्दी-खांसी और जुकाम में राहत
पाचन सुधारता है और गैस, अपच से बचाता है
जोड़ों के दर्द में फायदेमंद
कैसे लें?
1 चम्मच अदरक का रस या अदरक पाउडर को गुड़ के साथ मिलाकर खाएं।
2. गुड़ + सौंफ
लाभ:–
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शरीर को ठंडक पहुंचाता है
गर्मियों में लू से बचाव करता है
आंखों की जलन को कम करता है
पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है
कैसे लें?
गुड़ और सौंफ को चबाकर खाएं या गुड़-सौंफ का पानी बनाकर पिएं।
3. गुड़ + तिल
लाभ:–
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हड्डियों को मजबूत करता है (कैल्शियम और आयरन का अच्छा स्रोत)
सर्दी के मौसम में गर्मी बनाए रखता है
एनीमिया (खून की कमी) को दूर करता है
त्वचा और बालों के लिए फायदेमंद
कैसे लें?
तिल और गुड़ के लड्डू बनाकर खाएं।
4. गुड़ + दूध
लाभ:–
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हड्डियों की मजबूती बढ़ाता है
शरीर को डिटॉक्स करता है
कब्ज और एसिडिटी में राहत देता है
नींद की गुणवत्ता को बेहतर बनाता है
कैसे लें?
रात को सोने से पहले गर्म दूध में गुड़ मिलाकर पिएं।
5. गुड़ + घी
लाभ:–
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जोड़ों के दर्द और हड्डियों की कमजोरी में लाभकारी
शरीर में ताकत और ऊर्जा बढ़ाता है
कब्ज से राहत दिलाता है
कैसे लें?
भोजन के बाद एक चम्मच घी के साथ थोड़ा सा गुड़ खाएं।
6. गुड़ + मूंगफली
लाभ:–
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शरीर को मजबूत बनाता है
वजन बढ़ाने में मदद करता है
दिल को स्वस्थ रखता है
कैसे लें?
गुड़ और मूंगफली मिलाकर खाएं या इससे चिक्की बनाकर खाएं।
7. गुड़ + काला नमक
लाभ:–
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पाचन तंत्र को सुधारता है
गैस और एसिडिटी को दूर करता है
भूख बढ़ाता है
कैसे लें?
गुड़ में थोड़ा सा काला नमक मिलाकर खाएं।
8. गुड़ + हल्दी
लाभ:-
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इम्यूनिटी को बढ़ाता है
शरीर में सूजन और दर्द को कम करता है
त्वचा को निखारता है
शनिवार, 8 मार्च 2025
पैरों के तलवों मे जलन के घरेलू उपाय in hindi
पैरों के तलवों मे जलन के घरेलू उपाय in hindi
Dr.VirenderMadhan.
पैरों के तलवों में जलन (Burning Feet Syndrome) आम समस्या है, जो गर्मी, थकान, नसों की कमजोरी, मधुमेह, विटामिन की कमी या अन्य कारणों से हो सकती है। इसके लिए कुछ असरदार घरेलू उपाय इस प्रकार हैं—
1. ठंडे पानी में भिगोना
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एक टब में ठंडा पानी लें और उसमें 10-15 मिनट के लिए पैर डुबोकर रखें।
इससे जलन और सूजन में राहत मिलेगी।
2. नारियल तेल या सरसों का तेल मालिश
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सोने से पहले तलवों पर नारियल तेल, जैतून का तेल या सरसों के तेल की मालिश करें।
इससे रक्त संचार बेहतर होगा और जलन में राहत मिलेगी।
3. एलोवेरा जेल
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ताजा एलोवेरा जेल निकालकर तलवों पर लगाएं और हल्के हाथों से मसाज करें।
यह ठंडक पहुंचाता है और जलन कम करता है।
4. सेब का सिरका (Apple Cider Vinegar)
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एक कटोरी गुनगुने पानी में 2 चम्मच सेब का सिरका मिलाएं और इसमें पैर डुबोकर रखें।
यह पीएच बैलेंस बनाए रखता है और जलन कम करता है।
5. फिटकरी का पानी
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एक लीटर पानी में आधा चम्मच फिटकरी पाउडर डालें और पैर धो लें।
इससे जलन और पसीने की समस्या में राहत मिलेगी।
6. हल्दी दूध या हल्दी पेस्ट
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हल्दी में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं।
हल्दी पाउडर को नारियल तेल में मिलाकर तलवों पर लगाएं।
रोज़ रात को हल्दी दूध पीने से भी लाभ होगा।
7. तुलसी पत्ते का काढ़ा
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8-10 तुलसी के पत्तों को पानी में उबालकर पिएं या पैर धोने के लिए इस पानी का इस्तेमाल करें।
8. खान-पान में सुधार
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विटामिन B12, D और आयरन की कमी से भी तलवों में जलन हो सकती है।
हरी सब्जियां, दूध, मेथी, गाजर, चुकंदर, सूखे मेवे, नारियल पानी आदि लें।
यदि जलन लगातार बनी रहती है या मधुमेह या किसी अन्य बीमारी के कारण हो रही है, तो डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें।