#सिकुडी हुई किडनी
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जब शरीर मे खाने पीने की गलती से या रूखा सुखा भोजन करने से या समय पर न खाने से या किसी औषधी के प्रयोग से वात पित और कफ के अल्पाधिक होने से -विशेषताः कफ कम हो जाये और वात अधिक हो तो यह दोष धातुओ (वसा- मेद-मज्जा-और ओज ) को दुषित कर दे।
तो वात के प्रकोप से वृक्क सुख जाता है सिकुड जाना कह सकते है
यह दोषो की विषमता असाध्य वृक्क रोग पैदा कर देती है।क्योकि जब कफ को बढाने की औषधी देते है तो शीत गुण के कारण वात की और बृध्दि हो जाती है।
अगर वातशामक औषधी देते है तो कफ और कम हो जाता है ।
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