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शुक्रवार, 11 जून 2021

Sing and symptom of Diabetes

#मधुमेह Diabetes के लक्षणः-

#Diabetes Symptoms in Hindi


* हर पांचवा व्यक्ति मधुमेह या शुगर की बीमारी से ग्रसित है. यह कितनी खतरनाक बीमारी है इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि इस एक बीमारी के कारण रोगी को:

-हार्ट-अटैक ,
-ब्लाइंडनेस,
-stroke (आघात),या
- kidney failure तक हो जाता है.
इसके बावजूद इन खतरों के भारत में इस बीमारी को लेकर awareness बहुत कम है. लाखों लोगों डायबिटीज का पता तब चलता है जब इसकी वजह से उन्हें काफी नुक्सान पहुँच चुका होता है।


#मधुमेह होता क्या है?

मधुमेह एक ऐसी बीमारी हैं जिसमें रोगी के blood में  ग्लूकोज  की मात्रा (blood sugar level) ज़रुरत  से अधिक हो जाती है. ऐसा  दो  कारणों से हो सकता है:

-आपका शरीर पर्याप्त मात्रा में इन्सुलिन नहीं पैदा कर रहा है. या
-आपके cells produce हो रही insulin पर react नहीं कर रहे.
**Diabetes के दो प्रमुख प्रकार:
--Type 1 diabetes: इसमें बॉडी insulin बनाना बंद कर देती है और मरीज को injection द्वारा इन्सुलिन देना पड़ता है.
--Type 2 diabetes: इसमें बॉडी इन्सुलिन तो बनाती है पर हमारे cells उस पर प्रतिक्रिया नहीं करते. 

ज्यादातर लोगों को टाइप 2 डायबिटीज ही होता है.
Related: डायबिटीज की विस्तृति जानकारी
तो आइये अब जानते हैं:

10 Diabetes Symptoms in Hindi

मधुमेह के लक्षण / शुगर के लक्षण
1. भूख और थकान:
आपका शरीर आप जो खाना खाते हैं उसे ग्लूकोज में कन्वर्ट करता है जिसे आपके सेल energy के लिए प्रयोग करते हैं.  लेकिन आपके cells को ग्लूकोज को अन्दर लाने के लिए इन्सुलिन की ज़रुरत होती है.

यदि आपका शरीर पर्याप्त मात्रा में इन्सुलिन नहीं बनाता या अगर बनाता भी है तो आपके सेल्स उसको resist करते हैं, तो ग्लूकोज cells में प्रवेश नहीं कर पाते और आपके अन्दर उर्जा नहीं रहती. जिस कारण से आपको सामान्य लोगों की अपेक्षा अधिक भूख लगती है और आप थका-थका सा महसूस करते हैं.

2. अधिक पेशाब और प्यास लगना:
औसतन एक इंसान दिन भर में 6-7 बार पेशाब करता है, लेकिन यदि आपको इससे अधिक बार urinate करना पड़ रहा है तो आपको डायबिटीज हो सकता है.

होता क्या है कि डायबिटीज के कारण ब्लड में शुगर का लेवल नॉर्मल  से कहीं अधिक हो जाता है. ऐसा होने पर बॉडी पेशाब के जरिये excess sugar को शरीर से निकालने का प्रयास करती है. चूँकि एक बार urinate करने पर भी ब्लड में शुगर का लेवल कम नहीं होता इसलिए बॉडी extra शुगर को निकालने के लिए किडनी को काम पे लगा देती है. किडनी ब्लड को फ़िल्टर कर बार-बार यूरिन बनाती है और diseased person को frequently urinate करना पड़ता है.

प्यास क्यों लगती है?

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यूरिन के माध्यम से बॉडी से excess sugar निकालने के लिए हमारा शरीर पहले ब्लड को dilute करता है जिसके लिए वह शरीर में मौजूद fluids (तरल पदार्थ)/ water का उपयोग करता है. इस कारण से शरीर dehydrated हो जाता है और बार-बार प्यास लगती है.

3. मुंह सूखना और खुजली होना:

-चूँकि diabetic person को बार-बार पेशाब होती है  और ये पेशाब बॉडी में मौजूद फ्लुइड्स (तरल) से बनती है इसलिए बाकी चीजों के लिए moisture की कमी हो जाती है. ऐसा होने पर आप डीहाईड्रेटेड महसूस कर सकते हैं. शरीर में पानी की कमी के कारण मुंह सूखने लगता है और त्वचा में नमी की कमी skin को dry कर खुजली पैदा कर सकती है.

4. धुंधली दृष्टि:
जैसा कि हम जानते हैं बॉडी से excess sugar निकालने के लिए हमारा शरीर ब्लड को dilute करता है जिसके लिए वह शरीर में मौजूद fluids का उपयोग करता है. कई बार fluids की movement की वजह से कुछ fluid आँखों की lenses में चला जाता है, जिससे लेंस swell हो जाते हैं. फूलने के कारण लेंस का शेप बदल जाता है और वह ठीक से फोकस नहीं कर पाता है. इसलिए चीजें धुंधली दिखाई देती हैं.

- कई बार इसका उल्टा भी होता है, यानी, lenses में मौजूद fluids pull हो जाते हैं और तब भी लेंस का शेप बिगड़ जाता है और चीजें धुंधली दिखाई देती हैं.

5. अचानक से वजन कम होना:

यदि आप unintentionally अपना weight lose कर रहे हैं तो ये भी diabetes का एक symptom हो सकता है. ऐसा अधिकतर Type 1 डायबिटीज में होता है लेकिन कभी-कभार टाइप 2 में भी ये लक्षण देखने को मिलता है.

दरअसल, इन्सुलिन की कमी के कारण खून में मौजूद ग्लूकोज शरीर की कोशिकाओं (cells) तक नहीं पहुँच पाता और सेल्स ग्लूकोज को एनर्जी के रूप में इस्तेमाल नहीं कर पाते… लेकिन बॉडी को एनर्जी तो चाहिए ही, इसलिए वो उर्जा पाने के लिए body fat और muscles को burn करने लगती है. Obviously, ऐसा होने पर शरीर का वजन तेजी से घटने लगता है.

6. मतली और उल्टी:

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जब बॉडी अपने energy needs fulfill करने के लिए  फैट बर्न करती है तो वो साथ ही “ketones” produce करती है. कीटोन्स आपके खून में खतरनाक लेवल तक बढ़ सकते हैं, जिस वजह से आपको पेट में परेशानी महसूस हो सकती है और आपको मतली और उलटी की शिकायत हो सकती है.

7. यीस्ट या फंगल इन्फेक्शन :

डायबेटिक व्यक्ति में ग्लूकोज अधिक मात्रा में होता है और यीस्ट को फलने-फूलने के लिए ग्लूकोज चाहिए होता है.

- इसलिए यदि आपको बार-बार यीस्ट इन्फेक्शन हो रहा है तो ये भी मधुमेह का एक लक्षण हो सकता है. आमतौर पर ये संक्रमण इन जगहों पर होता है:

** उँगलियों के बीच में
* स्तन के नीचे
** सेक्स organs और जाँघों के आस-पास

8. घाव का देरी से भरना:

यदि आपका कोई घाव भरने में सामान्य से अधिक समय ले रहा है तो आपको डायबिटीज हो सकता है. दरअसल, diabetes की वजह से खून में बढ़ी हुआ ग्लूकोज की मात्रा, धीरे-धीरे आपकी नसों को प्रभावित कर सकती है जिससे शरीर में blood का circulation ठीक से नहीं हो पाता है. ऐसे में चोट लगी जगह पर भी सही मात्रा में ब्लड नहीं पहुँच पाता और साथ ही उसके साथ आने वाली ऑक्सीजन और nutrients की सप्लाई भी बाधित हो जाती है. इस वजह से घावों को ठीक होने में आवश्यकता से अधिक समय लगता है.

9. हाथ पैर में झुनझुनी होना / हाथ-पाँव सुन्न पड़ना


डायबिटीज के शुरूआती लक्षणअगर आपको डायबिटीज है और आपने उसे लम्बे समय तक कंट्रोल नहीं किया तो ये आपको nerves (नसों) को damage कर सकता है जिसे diabetic neuropathy कहते हैं. हाथ-पैर इन nerves की मदद से ही सिग्नल भेजते हैं. पर नसों को हुए नुक्सान की वजह से signal ठीक से पास नहीं हो पाते और आपको हाथ-पैर में झुनझुनी महसूस होती है.

10. मसूड़ों में घाव व सूजन

मधुमेह रोगाणुओं से लड़ने की आपकी क्षमता को कमजोर कर सकता है, इस कारण से आपके मसूड़ों और दांतों को जकड़ने वाली हड्डियों में इन्फेक्शन का खतरा बढ़ जाता है. ऐसे में आपके मसूड़े दांतों पर से हट सकते हैं, आपके दांत ढीले पड़ सकते हैं, या आपके मसूड़ों में घाव,मवाद या सूजन आ सकती है.
*** मधुमेह को silent killer भी कहते हैं क्योंकि बहुत बार इसके लक्षण साफ़ नहीं होते और जो थोड़ी बहुत दिक्कत होती भी है तो आदमी उसे ignore कर देता है, और जब बीमारी बहुत अधिक नुक्सान पहुंचा देती है तब इसका पता चलता है. लेकिन आप ऐसा मत करिए, इन 10 लक्षणों में से अगर एक भी आपको महसूस हो रहा है तो जल्द से जल्द अपने शुगर की जांच कराइए.
फास्टिंग वाली जांच में आपको बिना कुछ खाए-पिए सुबह-सुबह अपने ब्लड सैंपल देना होता है, जबकि रैंडम टेस्ट में आपको खाने के दो घंटे बाद अपना blood sample देना होता है.

दोस्तों, मधुमेह की बीमारी एक lifestyle disease है, अगर इसपर ध्यान ना दिया जाए तो ये हमारे लिए घातक हो सकती है लेकिन अगर हम समय रहते जान लेते हैं कि हम इस बीमारी से ग्रसित हैं तो इसे कंट्रोल करना  इतना भी मुश्किल नहीं है. इसलिए सबसे पहला स्टेप यही है कि हम पता करें कि हमें मधुमेह है या नहीं.

उम्मीद करता हूँ यह लेख आपके लिए फायदेमंद रहा होगा।
नमस्कार

डा०वीरेंद्र मढान

गुरु आयुर्वेद

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