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मंगलवार, 28 सितंबर 2021

High Cholesterol हाई कोलेस्ट्रॉल है तो क्या करें?

 



High Cholesterol है तो क्या करें?

#क्या है हाई कोलेस्ट्रोल High Cholesterol ?

#Cholesterol  कोलेस्ट्रोल कितना होना चाहिए?

#हाई कोलेस्ट्रोल High के क्या लक्षण होते है?

#हाई कोलेस्ट्रोल है तो जीवन शैली LifeStyle कैसी हो ?

[कोलेस्ट्रोल]

हाई कोलेस्ट्रॉल कितनी गंभीर बीमारी है, 

 भारत में लगभग 27 प्रतिशत लोग हाई कोलेस्ट्रॉल के शिकार हैं। यह खबर भारत में हाई  कोलेस्ट्रॉल की चिंताजनक स्थिति को उजागर करती है।


इसके अलावा, हाई कोलेस्ट्रॉल का समय रहते इलाज न होने पर यह हार्ट अटैक या दिल के दौरे का कारण भी बन सकती है। ऐसे में यह जरूरी है कि लोगों को उच्च कोलेस्ट्रॉल की अधिक से अधिक जानकारी दी जाए ताकि वे अपने और अपने प्रियजनों को इस घातक बीमारी से बचा सकें।

लिपिड का हिस्सा कोलेस्ट्रॉल होता है जो एक चिकने मोम की तरह दिखता है। शरीर की सभी कोशिकाओं में ये तत्व पाया जाता है। कोलेस्ट्रॉल शरीर के सभी हिस्सों में रक्त पहुंचाने का कार्य करता है।

 ये दो प्रकार का होता है, 


लो डेंसिटी लिपोप्रोटीन को बैड कोलेस्ट्रॉल और 

हाई डेंसिटी लिपोप्रोटीन को गुड कोलेस्ट्रॉल कहा जाता है। 

- बैड कोलेस्ट्रॉल से ब्लड वेसेल्स में प्लेक जमा होने लगता है जिससे हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा बढ़ता है। हाई कोलेस्ट्रॉल के मरीजों की संख्या पिछले कुछ समय में काफी बढ़ी है।

- आयुर्वेद के अनुसार यह कफ विकृति होती है।रक्त मे आम उत्पन्न हो जाता है जिससे ये लोग कोलेस्ट्रॉल कहते है।

 वसायुक्त भोजन लेने से ये बीमारी लोगों को अपना शिकार बना सकती है। 


-मोटापा, स्मोकिंग और कुछ दवाइयों के सेवन से भी कोलेस्ट्रॉल का स्तर शरीर में बढ़ सकता है।

- रोगी को उच्च रक्तचाप (High Blood Pressure) की शिकायत होती है और इन्हें स्ट्रोक होने की संभावना बढ़ जाती है। 

ऐसे में कोलेस्ट्रॉल के बढ़ने के लक्षणों को समझना जरूरी है ताकि हेल्थ प्रॉब्लम्स को टाला जा सके। 

लक्षण:-

 हाई कोलेस्ट्रॉल के लक्षण शरीर के इन हिस्सों में दिखते हैं 

आंखें:-

  कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ने से आंखों में भी संकेत मिलते हैं। बताया जाता है कि हाई कोलेस्ट्रॉल के मरीजों को आंखों की कॉर्निया के बाहरी हिस्से में ऊपर या नीचे नीले या सफेद रंग की गुंबद जैसा कुछ दिखाई देता है तो उन्हें कोलेस्ट्रॉल लेवल की जांच करा लेनी चाहिए। बताया जाता है कि इस परेशानी को Arcus Senilis नाम से जाना जाता है।


हाथ मे दर्द:-

  कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से कई बार लोगों को हाथों में दर्द हो सकता है। कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से धमनियों के अंदर की परत में वसा जमा हो जाता है जिससे ब्लड सर्कुलेशन बाधित होता है। इसके कारण लोगों हाथों में दर्द की परेशानी होने लगती है।


 त्वचा (स्किन) -

कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के मुख्य संकेतों में त्वचा में बदलाव होना भी शामिल है। अगर आपको स्किन के रंग का बदलना नजर आए तो इसे इग्नोर न करें। आंखों के नीचे, हथेलियों और पैर के निचले हिस्से में नारंगी या पीला रंग दिखे तो कॉलेस्ट्रॉल के स्तर की जांच करें।

-सिर में दर्द होना ।

- चक्कर आना 

-पैरों के नीचले हिस्से में दर्द होता है.
-सीने मे दर्द रहता है.
-दिल की धडकन अनियमित रहतीहै.

#कोलेस्ट्रॉल कितना होना चाहिए ?


 #गुड कोलेस्ट्रॉल 

य  स्वास्थ्य को ठीक रखता है. ल ये आपके हार्ट के लिए भी अच्छा माना जाता है। 


नैशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन (NCBI) के अनुसार कोलेस्ट्रॉल लेवल निम्नलिखित होना चाहिए। जैसे:


20 या इससे ज्यादा उम्र के पुरुष में कोलेस्ट्रॉल लेवल-


टोटल कोलेस्ट्रॉल: 125 से 200 mg/dL


नॉन एचडीएल: 130 mg/dL से कम


एलडीएल: 100 mg/dL से कम


एचडीएल: 40 mg/dL से ज्यादा


20 या इससे ज्यादा उम्र की महिला में कोलेस्ट्रॉल लेवल-


टोटल कोलेस्ट्रॉल: 125 से 200 mg/dL


नॉन एचडीएल: 130 mg/dL से कम


एलडीएल: 100 mg/dL से कम


एचडीएल: 50 mg/dL से ज्यादा


#हाई कोलेस्ट्रॉल के लिए लाइफ स्टाइल में बदलाव क्या करें?

 कोलेस्ट्रॉल की समस्या होने पर दिल से जुड़ी गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए हाई कोलेस्ट्रॉल के लिए लाइफ स्टाइल में बदलाव करना बेहद जरूरी है। 


जीवनशैली life style:-


1. एक्टिव रहें (Be active)

फिजिकल एक्टिविटी ना करने की वजह से शरीर पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ता है और कोलेस्ट्रॉल लेवल भी में इमबैलेंस होने की संभावना बनी रहती है। इसलिए रोजाना कम से कम आधे घंटे के लिए अपने आपको फिजिकल एक्टिविटी (Physical activity) में व्यस्त रखें।

2. एक्सरसाइज (Workout) करें

नियमित एक्सरसाइज करने से शरीर को फिट रखने के साथ-साथ बैड कोलेस्ट्रॉल के निर्माण में भी बाधा पहुंच सकती है। इसलिए हाय कोलेस्ट्रॉल की समस्या से बचने के लिए या बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल लेवल (Cholesterol level) को बैलेंस में लाने के लिए नियमित एक्सरसाइज करें। आप चाहें तो एक्सरसाइज की जगह योग (Yoga), स्विमिंग (Swimming) या रनिंग (Running) को भी अपने दिनचर्या में शामिल कर सकते हैं।

3. संतुलित वजन (Balanced weight)

बढ़ता वजन कई शारीरिक परेशानियों को दावत देने में सक्षम है। इसलिए हाई कोलेस्ट्रॉल के लिए लाइफ स्टाइल में बदलाव लाना चाहते हैं, तो वजन को संतुलित रखें। दरअसल बढ़ते वजन की वजह से बैड कोलेस्ट्रॉल का खतरा बढ़ जाता है और कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ने की वजह से दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए बॉडी वेट (Body weight) मेंटेन रखें।


4. हेल्दी फैट्स (Healthy fats)

आजकल ज्यादातर लोग फैट फ्री खाने का सेवन करने लगे हैं, जबकि स्वस्थ रहने के लिए गुड फैट्स यानी हेल्दी फैट्स का सेवन करना आवश्यक माना जाता है। इसलिए ट्रांस फैट (Trans fat) वाले फूड प्रॉडक्ट्स का सेवन ना करें और मोनोसैचुरेटेड (Monounsaturated) और पोलीअनसैचुरेटेड फैट (Polyunsaturated fat) का सेवन करना लाभकारी माना जाता है। हाई कोलेस्ट्रॉल के लिए लाइफ स्टाइल में बदलाव लाना जरूरी है।


5. स्मोकिंग ना करें (Quit smoking)

हाय कोलेस्ट्रॉल के लिए लाइफ स्टाइल में बदलाव लाना बेहद जरूरी माना जाता है। आजकल ज्यादातर लोग स्मोकिंग को अपनी आदत और बदलते वक्त का हिस्सा मान रहें हैं। लेकिन स्मोकिंग एक नहीं, बल्कि कई गंभीर बीमारियों को दावत देने का काम करती है और बैड कोलेस्ट्रॉल (Bad cholesterol) के निर्माण में भी सहायक होता है। इसलिए स्मोकिंग ना करें।


6. ऑलिव ऑयल का करें सेवन (Use of Olive oil)

ऑलिव ऑयल में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट (Antioxidant) शरीर के लिए बेहद लाभकारी मानी जाती है। ऑलिव ऑयल के सेवन से हार्ट हेल्थ को हेल्दी रखने में मदद मिलती है और कोलेस्ट्रॉल लेवल (Cholesterol level) भी बैलेंस रहता है।


7. मछली (Fish) का करें सेवन

अगर आप मांसहारी हैं और आपको मछली खाना पसंद है, तो कोलेस्ट्रॉल लेवल बैलेंस रखने का ये बेहतर विकल्प माना जाता है। दरअसल मछली में मौजूद ओमेगा 3 फैटी ऐसिड (Omega 3 Fatty Acid) की मात्रा हृदय के लिए लाभकारी माना जाता है। इसलिए हाय कोलेस्ट्रॉल के लिए लाइफ स्टाइल में बदलाव लाना चाहते हैं, तो अपने डायट में संतुलित मात्रा में मछली का सेवन करें। हालांकि ध्यान रखें अत्यधिक तेल मसाले वाले फिश का सेवन ना करें, बेहतर होगा आप ग्रिल्ड फिश (Grilled fish) या स्टीम्ड फिश (Steamed fish) का सेवन करें।


8. प्रोसेस्ड फूड (Processed food)

बदलती लाइफ स्टाइल में प्रोसेस्ड फूड लोगों की पंसद बनती जा रही हैं, लेकिन प्रोसेस्ड फूड शरीर के लिए नुकसानदायक माना जाता है। इसलिए हाय कोलेस्ट्रॉल के लिए लाइफ स्टाइल में बदलाव की लिस्ट में अगर अपने प्रोसेस्ड फूड को शामिल किया है, तो उनसे दूरी बनायें।

10 . ब्रहमूहर्त मे उठेने की आदत बनाये. उठते ही पानी पीयें।

11. शरीर से कुछ न कुछ करते रहे.

12. पहला खाया हुआ भोजन पचने के बाद ही दुसरी बार भोजन करें.

#बैड कोलेस्ट्रॉल है तो क्या खायेंं ?


- ओट्स लें.

ओट्स में फाइबर पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है और इसमें बीटा ग्लूकॉन भी होता है जो आंतों की सफाई करता है और कब्ज से राहत दिलाता है। नियमित तौर पर नाश्ते में ओट्स खाने से शरीर में कलेस्ट्रॉल को लगभग 6 प्रतिशत तक कम किया जा सकता है।

- अलसी

अलसी के बीज कोलेस्ट्रॉल को कम करने में काफी मददगार होते हैं। बेहतर होगा कि आप साबुत बीज की जगह पर पिसे हुए बीज का सेवन करें।

- ग्रीन टी

ग्रीन टी कोलेस्ट्रॉल को कम करने में काफी सहायक होती है।

-  धनिया के बीज

धनिया की बीजों के पाउडर को एक कप पानी में उबालकर दिन में दो बार पीने से भी कोलेस्ट्रॉल कम होता है।

- प्याज

हाई कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में लाल प्याज काफी फायदेमंद होता है। एक चम्मच प्याज के रस में एक चम्मच शहद मिलाकर सेवन करें।

-  आंवला

एक चम्मच सूखे आंवला के पाउडर को एक गिलास गर्म पानी में मिलाकर सुबह-सुबह पीने से कोलेस्ट्रॉल कम होता है।

- सेब का सिरका

सेब का सिरका हमारे शरीर के टोटल कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड के लेवल को कम करता है।

- संतरे का जूस

हाई कोलेस्ट्रॉल को प्राकृतिक रूप से कम करने के लिए नियमित तौर पर तीन कप संतरे के जूस पिएं।

-   नारियल का तेल

कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए रोज खाने के साथ आर्गेनिक नारियल के तेल का एक से दो चम्मच इस्तेमाल करें। 

रिफाइंड या प्रोसेस्ड नारियल के तेल का इस्तेमाल न करें।

- मूंगफली

रोज 50 ग्राम मूंगफली के दाने खाने से कोलेस्ट्रॉल को कम किया जा सकता है।

- अखरोट

सुबह उठकर 2-3 अखरोट नियमित तौर पर खाने से कोलेस्ट्रॉल पर नियंत्रण पाया जा सकता है।

- बादाम

4-5 बादाम रोज खाने से भी कोलेस्ट्रॉल कम होता है। बेहतर होगा कि शाम को बादाम भिगो दें

- वॉक (Walk) करें,

- योग (Yoga) करें और पौष्टिक आहार (Healthy diet) का सेवन करें और

 हेल्दी लाइफ स्टाइल (Healthy lifestyle) फॉलो करें। 


#कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए आयुर्वेदिक उपचार

-आरोग्यवर्द्धिनी वटी, 

-पुनर्नवा मंडूर, 

-त्रिफला, या त्रिफला क्वाथ पीये.

-अर्जुन की छाल के चूर्ण के सेवन से लाभ मिलता है।

-अर्जुन का काढा बना कर पीया जाता है

- मेदोहर वटी व नवक गुगल वटी गुनगुने पानी से लेंने से लाभ मिलता है।


*कोई भी औषधि लेने के लिए अपने आयुर्वेदिक चिकित्सक से परामर्श जरूर करें।

उम्मीद है कि आपको लेख पसन्द आया होगा।

*  किसी सवाल का जवाब जानना चाहते हैं, तो हमें कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं।

डा०वीरेंद्र मढान

"गुरू आयुर्वेद”

फरिदाबाद .भारत




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