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मंगलवार, 28 दिसंबर 2021

धनकुबेर पीयूष जैन परिचय.in hindi.

 #धनकुबेर #पीयूष जैन #गुदडी_मे_लाल.#इत्र का कारोबारी #जीएसटी का छापा.

#पीयूष जैन कौन है?



पीयूष जैन उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं। वह आनंदपुरी के रहने वाले हैं और कन्नौज के चिप्पट्टी के रहने वाले हैं। जैन कन्नौज में एक परफ्यूम फैक्ट्री, कोल्ड स्टोर और पेट्रोल पंप के मालिक हैं।

#कारोबारी पीयूष जैन की कितनी संपत्ति जब्द की गई है ?

24 दिसंबर 2021 को पीयूष जैन के घर से नकदी से भरे बोरी, कंटेनर जब्त किए गए। आयकर अधिकारियों ने बताया कि अब तक 150 करोड़ रुपये की नकदी जब्त की गई है।

#पीयूष जैन की जीवन-शैली?

>> 15 साल में पूरी तरह बदल गई पीयूष जैन की जिंदगी, 

#कन्नौज के धनकुबेर की पूरी कहानी

* पीयूष जैन कन्नौज के बड़े व्यापारियों में शुमार हैं। पीयूष जैन इत्र के बड़े कारोबारी हैं। जब से उनकी सम्पत्ति जब्त की गई तब से इन्हें कन्नौज का धनकुबेर भी कहा जाता है।

#समाजवादी इत्र बनाने वाले कारोबारी के यहां छापा.

> पीयूष जैन का कारोबार वैसे तो कानपुर में ही है, लेकिन उनकी पैदाइश कन्नौज की है। पीयूष जैन के पुरखे कई पीढ़ियों से कन्नौज में ही रहते आए हैं। इत्र के कारोबार की दुनिया में पीयूष जैन का भले ही बड़ा नाम था, लेकिन उनकी

चर्चा इनकम टैक्स की रेड के बाद ही मिली है। कन्नौज के छिपट्टी मोहल्ले से निकल मुंबई और मध्य पूर्व तक में इत्र का कारोबार करने वाले पीयूष जैन का नाम आज देश भर में चर्चा में है।

- पीयूष के ठिकानों से बरामद रुपयों को लेकर अनुमान लगाया जा रहा है कि यह करीब 290 करोड़ के आस-पास हो सकता है। आपको बता दें कि पीयूष जैन के कन्नौज स्थित आवास से आठ बोरों में मिली नकदी की गिनती शुरू हो गई है। फिलहाल हर कोई यह जानना चाहता है कि पीयूष आखिर कौन हैं,  

#कन्नौज के धनकुबेर की कहानी-

पीयुष जैन ःपिता थे केमिस्ट: स्थानीय लोगों के मुताबिक पीयूष जैन के पिता महेंश चंद्र जैन पेशे से केमिस्ट हैं। दो साल पहले उनकी पत्नी का निधन हो गया था। बताया जाता है कि उनके दोनों बेटों पीयूष और अंबरीष ने इत्र और खाने-पीने की चीजों में मिलाए जाने वाले एसेंस (कंपाउंड) बनाने का तरीका महेश से ही सीखा था। आपको बता दें कि कन्नौज की जैन स्ट्रीट में पीयूष जैन का पुश्तैनी घर है, जो काफी छोटा हुआ करता था। लेकिन अब यह घर एक आलीशान कोठी में तब्दील हो गया है। जैन स्ट्रीट के उनके पड़ोसी बताते हैं कि उन्हें भी इस बात का इल्म नहीं था कि जैन परिवार इतना रईस है।

#आलीशान कोठी मे बदला घर।

जयपुर से आये थे कारीगर:

समाचार के अनुसार जब पीयूष की माली हालत बदली तो बगल के ही दो मकानों को खरीदकर एक कर दिया गया। बाद में करीब 700 वर्ग गज के इस मकान को बनवाने के लिए जयपुर से कारीगर बुलवाए गए थे। इस आलिशान घर में मोटी-मोटी दीवारें, महंगे एयरकंडिशनर, स्टील की बालकनी और दरवाजें इस कोठी को बाकी मकानों से एकदम अलग बनाते हैं। इतना बड़ा कारोबार और जोखिम होने के बावजूद घर के किसी भी बाहरी हिस्से में एक भी सीसीटीवी कैमरा नहीं दिखा। घर भी ऐसा बना है कि दूसरे मकानों से बालकनी के अलावा कुछ नहीं दिखता।

कन्नौज में नहीं रहता परिवार: समाचार के अनुसार इस मकान में मुख्यतौर पर महेश चंद्र जैन और उनका स्टाफ रहता है। पीयूष और अंबरीष यहां अक्सर आते-जाते रहते थे। पड़ोसियों के अनुसार, पीयूष और अंबरीष के 6 बेटे-बेटियां हैं। सभी कानपुर में पढ़ते हैं और कन्नौज में कम ही आते-जाते थे।

#कारोबार.

40 से ज्यादा कंपनियों के मालिक: मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पीयूष जैन 40 से ज्‍यादा कंपनियों के मालिक हैं। इनमें से दो कंपनियां मिडिल ईस्ट में हैं।

जबकि कन्‍नौज में पेट्रोल पंप, परफ्यूम फैक्‍ट्री और कोल्‍ड स्‍टोरेज भी हैं। 

पीयूष जैन इत्र का सारा बिजनेस मुंबई से करते थे जो विदेशों तक फैला है।

#साधारण भैष मे घनकुबैर।

घर में भरा पड़ा था कैश, पर बाहर नहीं करते थे ऐश... कन्नौज के धनकुबेर पीयूष जैन 

कन्नौज के छिपट्टी मोहल्ले से निकल मुंबई और मध्य पूर्व तक में इत्र का कारोबार करने वाले पीयूष जैन का नाम आज देश भर में चर्चा में है। तिजोरियों और बेसमेंट से निकल रहे कैश को गिनने में मशीनें जुटी हैं। अब तक करीब 257 करोड़ रुपये पीयूष जैन के ठिकानों से मिल चुके हैं। फिलहाल हर कोई यह जानना चाहता है कि पीयूष आखिर कौन हैं, 


#पीयूष जैन का स्टाईल।

चप्पल और पायजामा पहनकर ही शादियों में पहुंच जाते थे ।

पीयूष जैन का परिवार भले ही धनकुबेर था, लेकिन कन्नौज के लोग बताते हैं कि वे सादगीपूर्ण जिंदगी ही जीते रहे हैं। इससे अंदाजा ही नहीं लग पाया कि वह इतने अमीर हो सकते हैं। कई बार तो वह चप्पल और पायजामा पहनकर ही शादी-पार्टियों में पहुंच जाते थे। पीयूष जैन पर आरोप है कि कई फर्ज़ी फर्मों के नाम से बिल बनाकर कंपनी ने करोड़ों रुपयों की जीएसटी चोरी की। पीयूष के घर से 200 से अधिक फर्जी इनवॉइस और ई-वे बिल मिले हैं।  घर में बड़ी तादाद में बक्से मंगवाये गए हैं। छापेमारी के दौरान जीएसटी चोरी का भारी खेल सामने आया है।

#सियासी रंग

 *यूपी चुनाव से पहले सियासत के केंद्र में पीयूष जैन,

*बीजेपी-सपा में राजनीति तेज। 


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