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शनिवार, 23 अप्रैल 2022

किडनी को स्वस्थ कैसे रखें?In hindi.

 #Healthcare, #आयुर्वेदिकचिकित्सा, #घरेलूउपाय #डा०वीरेंद्रमढान

किडनी को स्वस्थ कैसे रखें?In hindi.



किडनी स्वस्थ रखने के लिए क्या घरेलू उपाय हैं

Dr.VirenderMadhan.

#किडनी को स्वस्थ रखने के उपाय?

1.) व्यायाम करें।

2.) शुगर या शर्करा की मात्रा पर नज़र रखें कम से कम खायें।

3.) रक्तचाप सामान्य रखें ।

4.) वज़न नियंत्रित रखें ।

5.) पर्याप्त जल का सेवन करें।

6.) धूम्रपान से बचें ।

7.) दवाइयों के अधिक सेवन से बचें।

#किडनी को मजबूत करने के लिए क्या खाएं?

- लाल शिमला मिर्च खाएं

- फूलगोभी का सेवन करें

- प्याज को डाइट में शामिल करें

- स्ट्रॉबेरी खाएं

किडनी रोग में कौन सा फल खाना चाहिए?

किडनी को स्वस्थ रखने के लिए आप अंगूर का सेवन कर सकते हैं. स्ट्रॉबेरी – स्ट्रॉबेरी विटामिन-सी और मैंगनीज से भरपूर होती है. इसमें एंथोसायनिन होता है. ये एक शक्तिशाली एंटी-ऑक्सीडेंट है.

#किडनी को ठीक रखने के लिए घरेलू व आयुर्वेदिक उपाय?

*अनार का रस इलायची मिलाकर लें।

*पुर्ननवा के पत्तों का रस निकाल कर पीयें।

* हरे बांस का पानी पीने से किडनी साफ व स्वस्थ रहती है।

* गोक्षुर का काढा पीयें।त्रिफला के रस मे गुड मिलाकर पीने से मूत्र खुलकर आता है।

* शिलाजीत का कभी कभी प्रयोग करना चाहिए।

*सहंजना के पत्तों का प्रयोग गुर्दो के लिए लाभप्रद है।

* अर्जुन की छाल का क्वाथ भी दिल और गुर्दों के लिए फायदेमंद होता है।

#किडनी के रोगी क्या दूध पी सकते है?

हाँ , तरल पेय दूध, छाछ,पानी ,नींबू पानी, नारियल पानी खुब पीना चाहिये।

#किडनी को साफ कैसे करें?

* जीरा,घनिया का पानी पीयें।

*धनिया, किसमिस का पानी पीने से किडनी स्वस्थ रहती है।

*खुब पानी पीयें।

धन्यवाद!









नाखून देखकर कैसे करें बीमारी की पहचान?In hindi.

 #नाखून देखकर कैसे करें बीमारी की पहचान?In hindi.

Dr.Virender Madhan.

नाखून चबाने की आदत :-

नाखून चबाने की आदत लगातार चिंता बनी रहने के कारण हो जाती है। कुछ मामलों में चिंता का इलाज होने से यह आदत भी छूट जाती है। इस आदत को ऑब्सेसिव कंपल्सिव डिस्आर्डर से भी जोड़कर देखा जाता है।

#आपके नाखूनों पर धारदार लकीरें क्यों बन जाती हैं?

- धारदार लकीरें,

 अगर आपके नाखूनों पर लंबी और खड़ी धारियां हैं तो व्‍यक्ति में जोड़ों की बीमारियों का अंदेशा रहता है। हाथ से छूने पर ये धारियां आपको महसूस होती हैं। ऐसी धारियां व्‍यक्ति के जीवन में धन संबंधी परेशानियों को भी दर्शाती हैं।

- ऐसे लोगों को किडनी से संबंधित परेशानियां भी हो सकती हैं।

#नाखून खराब होने के क्या कारण है?

- नाखून किसी ना किसी बीमारी का भी संकेत देते हैं. जैसे की शरीर में खून की कमी होना, कुपोषण, लिवर की बीमारी या फिर हार्ट फेलियर. अगर नाखून का रंग खत्म होने के साथ आपको कुछ और लक्षण भी महसूस हो रहे हैं तो अपने डॉक्टर से जरूर संपर्क करें.

# नीले नाखून और रोग

नीले रंग के नाखून होने का मतलब है शरीर को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन नहीं मिल रही है. यह फेफड़ों से संबंधित बीमारी एम्फिसीमा (ऐसी बीमारी जिसमें व्यक्ति को सांस लेने में दिक्कत होती है) की ओर संकेत हो सकता है. साथ ही नीले रंग के नाखून, दिल से जुड़ी समस्याओं का कारण हो सकते हैं.

#नाखून पर सफेद लाइन- 

अगर आपके नाखून पर सफेद धारियां दिख रही हैं तो ये शरीर में किडनी या लीवर से जुड़ी किसी बीमारी का संकेत हो सकता है. इसके अलावा नाखून में सफेद लाइन होना हेपेटाइटिस जैसी बीमारी का भी संकेत है. 

#पीले नाखून गंभीर बीमारी की सूचना

- पीले नाखून एनिमिया, जन्मजात दिल की बीमारी, लिवर की बीमारी या कुपोषण की समस्या को उजागर करते हैं। नाखून सफेद झक्क दिखाई दे रहे हों और उनकी अंदरूनी रिंग गहरे रंग की हो तो समझना चाहिए कि इस व्यक्ति को हिपेटाइटिस जैसी लिवर की कोई गंभीर समस्या है।  

- नाखूनों का रंग बदरंग फंगल इन्फेक्शन के कारण होता है।

इंफेक्शन की वजह से होते हैं। इंफेक्शन के ज्यादा बढ़ने पर आपका नाखून बहुत पीला पड़ जाता है. यह थायरॉइड (Thyroid), डायबिटीज (Diabetes), फेफड़ों की समस्या (Lung Disease) और सोरायसिस (Psoriasis) का संकेत होता है.

- ऐसे नाखून हेपेटाइटिस जैसी बीमारी की ओर संकेत करते हैं. पीले नाखूनों का सबसे सामान्य कारण फंगल इंफेक्शन हो सकता है. जैसे-जैसे संक्रमण ज्यादा होता जाता है वैसे नाखून की परत मोटी होकर टूट जाती है. कुछ मामलों में पीले नाखून थायराइड रोग, फेफड़े की बीमारी, डायबिटीज या सोरायसिस जैसी गंभीर समस्याओं का कारण हो सकते हैं.

- नाखून पर काले निशान त्वचा के कैंसर का सूचक है।

* नाखून पर किसी भी प्रकार का निशान या बदला रंग हो तो केवल अपने चिकित्सक को दिखकर ही कुछ निर्णय लें।



शुक्रवार, 22 अप्रैल 2022

दांत का दर्द तुरंत कैसे ठीक करें?In hindi

 

दांत का दर्द तुरंत कैसे ठीक करें?In hindi

दांत दर्द का क्या कारण है?



दांत दर्द|दंतशूल|ToothacheTreatment:  

Dr_Virender_Madhan.

दांत दर्द एक आम रोग है।यह अधिकतर कीडा लगने पर,

* कभी कभी स्नायु के कारण भी दंत पीडा होती है।

* चोट लगने से ,

*  आमतौर पर दांतों में दर्द ज्यादा गरम या ठण्डा खाना खाने, या

* ठंडे के ऊपर गर्म और गर्म के ऊपर ठंडा खाने पर दांत दर्द हो जाता है।

* दांतों की सफाई ना रखने, *कैल्शियम की कमी, *बैक्टीरियल इंफेक्शन या फिर * दांतों की जड़ों के कमजोर होने से होता है.

* अक्ल दाढ़ (Wisdom Tooth) निकलने के दौरान भी दांतों में तेज दर्द होता है।

#दांत दर्द के लक्षण क्या हैं? दांत दर्द का निदान कैसे किया जाता है?

दांत दर्द के लक्षणों में शामिल हैं:

- आप अपने एक दांत में और उसके आसपास तेज, लगातार, धड़कते हुए सनसनी महसूस कर सकते हैं। 

- यह दर्द तब हो सकता है जब आप अपने दांतों पर दबाव डालते हैं या सामान्य परिस्थितियों में भी।

- आपके दांत के आसपास का क्षेत्र सूज हो सकता है।

- आपको सिरदर्द या बुखार का अनुभव हो रहा होता है।

- दांत दर्द में खाने पीने मे असमर्थ हो जाता है।

- चेहरा लाल दिखाई देता है।

#आयुर्वेदिक औषधियों:-

* दंतप्रभाचूर्ण :- दिन मे दो बार दातों पर मले।

* इरिमिदादि तैल दांतों पर दिन में दो बार मलें।

* पायोरि टूथ पाउडर (गुरूफार्मास्यूटिकलस ) का दिन मे दो बार दांतों पर मलें।

* कर्पूरादि वटी चूसने से दांतों में आराम मिलता है।्

#घरेलू अनुभूत उपाय।

- कायफल को सिरके मे घिसकर दांतों में लगाने से दांत दर्द मे आराम मिलता है।

- नौसादर को रुई मे लेकर दंत छिद्र मे रखने से आराम होता है।

-अकरकरा को दांत के नीचे रखने से दांत दर्द बन्द हो जाता है।

-पीपल और बड की छाल का क्वाथ से कुल्ले करने से दांत दर्द को आराम मिलता है।

-खजूर की जड का काढे से कुल्ले करना चाहिए।

- खतमी के काढे मे सिरका मिला कर कुल्ला करते है।

- अनन्तमूल के पत्ते पीसकर दांतों के बीच रखने से दर्द में आराम मिलता है।

- अपामार्ग की ताजी जड से दातुन करते हैं।

- बरगद के दूध को रूई मे लगा कर दर्द वाली दांतों पर लगाते हैं।

- अमरुद के पत्तों को चबाने से भी दांत दर्द ठीक हो जाता है।

- भिलावे की राख मलने से दांत दर्द ठीक हो जाता है।

#दांतों के दर्द में क्या खायें क्या न खाये?

- मीठे खट्टे पदार्थ व पेय न लें।

- अत्यधिक ठंडा व गर्म न लें।

- आईस्क्रीम न खायें।

अगर दांत दर्द हो रहा है तो इन चीजों को खाने से बचें

- आपको ऐसे खाद्य पदार्थों से दूर रहना चाहिए जिन्हें चबाना मुश्किल हो। 

- एसिडिक, मसालेदार और नमकीन खाद्य पदार्थ आपके मसूड़ों को और अधिक परेशान कर सकते हैं। 

- ऐसे समय में आपको माउथवॉश का इस्तेमाल भी नहीं करना चाहिए जिसमें अल्कोहल हो।


#जब आपके दांत में दर्द हो, तो इन खाद्य पदार्थों का सेवन जरूर करें:

- छेना या पनीर पनीर काफी नरम और हेल्दी विकल्प होता है।

- उबले हुए आलू आलू को सब्जियों का राजा माना जाता है। 

- दलिया ,सूप खाया जा सकता है।

धन्यवाद!

डा०वीरेंद्र मढान।



गुरुवार, 21 अप्रैल 2022

हार्ट अटैक क्या होता है?In hindi.

 #हार्ट अटैक क्या होता है?In hindi.



हार्ट के लक्षण क्या होते हैं?

Dr_Virender_Madhan.

Heart Attack|हृदयावरोध के लक्षण क्या हैं?

हार्ट अटैक का सबसे प्राथमिक लक्षण है सीने में दर्द होना जिसे angina pain कहते है। यह एक pressure , heaviness या tightness जैसे महसूस होने लगता है। 

अटैक के समय सीने में शिकंजे से जकडने जैसी तीव्र पीडा होती है।

श्वास लेने में कठिनाई होती है।

ठंडे पसीने आते है।

रोगी अपने को बहुत कमजोर अनुभव करता है।

रोगी को वमन जैसा (उबकाई) महसुस होती है।

रोगीको अपने हृदयस्पंदन बाहर तक महसुस होते हैं।

यह दर्द चले से या परिश्रम करने से बढ़ता है , थोड़ा आराम करने से कम होता है।

सांस की तकलीफ और पसीना आना मे राहत मिल सकती है।

कुछ लोगो को गैस होने की फीलिंग आती है।

#हार्ट अटैक आने से पहले क्या होता है?

अगर आपके सीने में असहज दबाव, दर्द, सुन्नता जैसा महसूस हो रहा है तो इसे अनदेखा नहीं करना चाहिए. अगर यह बेचैनी आपकी बाहों, गर्दन, जबड़े या पीठ तक फैल रही है तो आप सचेत हो जाएं । यह हार्ट अटैक आने के कुछ मिनट या घंटे पहले के लक्षण हैं.

#हार्ट अटैक का मुख्य कारण क्या है?

इसे कोरोनरी थ्रोम्बोसिस ,तीव्र हृदयपेशीय रोधगलन आदि नाम से भी जाना जाता है।हृदयपौषक धमनियों की किसी बडी शाखा मे एक थक्का फसने से अथवा अन्दर की झिल्ली के नीचे रक्त स्राव होने से मांस सूत्रों मे मृत्यु प्रकिया शुरू हो जाती है वहाँ की दिवार रक्तावरोध से वाहनी फैट भी जाती है।और अचानक मृत्यु भी हो जाती है।अर्थात् हार्ट अटैक या हृदयाघात जब शरीर की नसों में खून का प्रवाह सुचारु रूप से नहीं हो पाता है तो ऐसे में खून जमने की समस्या या क्लॉटिंग होना शुरू हो जाती है। इस क्लॉटिंग की वजह से खून हृदय तक पहुँचने में असमर्थ होता है। इसी के साथ हृदय को ऑक्सीजन मिलनी बंद हो जाती है। यह स्थिति हार्ट अटैक की होती है।

*तले चिकने वसा युक्त भोजन करने से,

*अत्यधिक एनिमिया (रक्ताल्पता) से,

*थायराइड विकार मे,

*उच्च रक्तचाप, 

*मधुमेह के कारण,

*मोटापा बढने पर,

*अत्यधिक चिंता करने से,

*शराब,चरस,गांजा, चाय,कोफी अधिक लेने से,

*बेहोशी की दवाई से,

*अत्यधिक भोजन से,

*मानसिक आघात से हृदयाघात हो जाते है।

~~अंडे और डेयरी उत्पादों जैसे उच्च वसा वाले पशु खाद्य पदार्थों की अधिक मात्रा लेने से आपके कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ सकता है। जो हृदय के लिये हानिकारक हो सकता है।

#हार्ट अटैक आने पर क्या करें?

- यदि आपके पास Disprin, Ecosprin या Aspirin है, तो आपको इसे रोगी को देना चाहिए। 

- अगर किसीके घर में कोई हार्ट पेशेंट हो तो sorbitrate की 5mg की टेबलेट जीभ के नीचे रखनी है , इसे दर्द की तीव्रता थोड़ी कम हो जाती है।

तुरंत नजदीकी हस्पताल के ambulance से संपर्क करना है।

* कुछ लोगों के अनुभव के अनुसार अगर आप किसी को भी हार्ट अटैक आते देखते हैं तो एक चम्मच लाल मिर्च एक ग्लास पानी में घोलकर मरीज को दे दीजिए। एक मिनट के भीतर मरीज की हालत में सुधार आ जाएगा। इस घोल का असर सिर्फ एक अवस्था में होता है जिसमें मरीज का होश में होना आवश्यक है।

- पुराना गुड और हरड 3 ग्राम मिलाकर खिला दें।

- लहसुन की 10- 30 बूंद तक रोगी को दे दें। 

इस देने से रोगी मृत्यु से बच सकता है।

-बाद मे रोगी को मुलहठी और अर्जुन को चूर्ण 1-1 चम्मच 2-3 बार खिलाते रहे।

- हृदयावरण रस 2-2गोली दिन में 2-3 बार दें।

अजुर्न चूर्ण 1-1 चम्मच दूध या पानी से दिन में 2-3 बार दें।

अर्जुनारिष्ट दिन मे 2बार जरुर ले।

#हार्ट अटैक का रोगी क्या खायें क्या न खायें?

-रोगी अपना लाईफस्टाइल ठीक करें।

-कम कैलोरी का भोजन करें।

-वजन कंट्रोल करे।

-हल्का व्यायाम करें भारी शारिरिक श्रम से बचे।

खोवा की मिठाइयों, चिकनी चीचें, रबडी, चोकलेट, मैदा की बनी चीचें न ले

मेडिटेशन करें चिन्ता को हटाऐ।


किसी भी चिकित्सा करने से पहले अपने चिकित्सक से सलाह जरुर लें।

धन्यवाद!



मंगलवार, 19 अप्रैल 2022

सेब का सिरका के फायदे,In hindi.

 

सेब का सिरका पीने से क्या होता है?



#सेब का सिरका के फायदे,In hindi.

Dr.Virender Madhan.

#रात में सोने से पहले सेब का   सिरका लेने से क्या होता है?#सेब के सिरके के क्या क्या फायदे हैं?

#सुबह खाली पेट में सेब सिरका पीने के फायदे

* वजन कम करने में सहायक सेब का सिरका पीने से तेजी से वजन घटाने में मदद मिल सकती है। 

पाचन समस्या से छुटकारा 

- कई लोग पाचन की समस्या से परेशान रहते हैं।सेव का सिरका पानी मे लेने से राहत मिलती है।

इम्यून सिस्टम बनाए मजबूत 

- सेव के सिरका प्रयोग करने से रोगप्रतिरोधक क्षमता बढती है।

कोलेस्ट्रोल कम करे

- सेव के सिरका सेवन करने से कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल में रहता है।

डायबिटीज को करें कंट्रोल 

- डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए सेव का सिरका मददगार होता है।

 जोड़ों के दर्द में आराम

जोडो के दर्द को ठीक करने में सेव का सिरका लाभदायक सिद्ध होता है।

#रात में सोने से पहले सेब का   सिरका लेने से क्या होता है?

Bedtime Drink : रात में सोने से पहले इस तरह करें एप्पल साइडर विनेगर का सेवन, मिलेंगे ये 5 जबरदस्त फायदे

- रात में सोने से पहले आधा चम्मच एप्पल साइडर विनेगर को एक गिलास पानी में मिलाकर पीने से कई बेहतरीन लाभ मिलते हैं। 

*पाचन क्रिया सुधारे

benefits of apple cider vinegar

* वजन घटाने के लिए

वजन घटाने के लिए एप्पल साइडर विनेगर का सेवन बहुत फायदेमंद माना जाता है। 

* कैंसर का खतरा कम होगा

-  एप्पल साइडर विनेगर का सेवन करने से कैंसर का खतरा भी कम होता है। 

* मुंहासों से छुटकारा

- मुंहासों की समस्या ज्यादा ऑयली खाना खाने के कारण भी होती है। वहीं, एप्पल साइडर विनेगर का सेवन करने से शरीर में ऑयल की मात्रा को पचाने में मदद मिलती है और मुंहासों का खतरा भी कम हो जाता है।

* पेट दर्द से राहत

पेट में कब्ज और पेट दर्द की समस्या होने पर एप्पल साइडर विनेगर का सेवन किया जा सकता है। 

 सेव का सिरका लीवर के लिऐ- 

लाभदायक है एप्पल साइडर विनेगर लीवर को हेल्दी रखने में काफी फायदेमंद माना जाता है. ऐसे में सेब का सिरका लीवर के लिए एक हेल्दी डाइट के रूप में काम कर सकता है. हालाकि सेब के सिरका सेवन रोजाना नहीं करना चाहिए.

#सेब साइडर सिरका के दुष्प्रभाव क्या हैं?

- इसे खाली पेट पीने से भयंकर नुकसान हो सकते हैं। इससे गले में इंफेक्शन हो सकता है, -एसिडिटी की समस्या हो सकती है। इसलिए भूलकर भी इसका सेवन खाली पेट न करें।

#सेब का सिरका कितने दिन तक पीना चाहिए?

- पूरे दिन में कई बार या अधिक मात्रा में सेब का सिरका न पिएं. 

#सेब के सिरके के और नुकसान क्या है?

- सेब के सिरके के नुकसान 

सेब के सिरके में एसिड होने के कारण यह शरीर में मौजूद ब्लड में पोटैशियम के स्तर को कम करता है। सेब के सिरके को सीधा दांतों पर इस्तेमाल करने से दांतों को नुकसान हो सकता है। इसके अलावा इसका सीधा प्रयोग करना दांतों में पीलेपन की समस्या को भी बढ़ाता है।

इसके प्रयोग से पहले एक बार


*अपने चिकित्सक से सलाह जरूर करें।

धन्यवाद!

    


सोमवार, 18 अप्रैल 2022

सुबह खाली पेट काली मिर्च खाने से क्या फायदा होता है?In hindi.

 सुबह खाली पेट काली मिर्च खाने से क्या फायदा होता है?In hindi.



Dr.Virender Madhan.

- मसाले न सिर्फ खाने का टेस्ट बढ़ाते हैं, बल्कि इसके सेवन से सेहत को कई लाभ होते हैं. आज हम काली मिर्च (Black Pepper) के सेवन से होने वाले फायदों से आपको जानकारी दे रहे हैं.

काली मिर्च (Black Pepper) को गरम मसाले के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है, 

#खाली पेट काली मिर्च खाने के फायदे ?

इसेआप घरेलू उपाय के रूप मे अपना सकते हैं। काली मिर्च के सेवन से दांतों से जुड़ी समस्याओं से राहत मिलती है। इसके सेवन से मसूड़ों के दर्द में बहुत जल्दी आराम मिलता है। पेट दर्द - अक्सर कुछ भी गलत खाने पर लोगों को पेट दर्द की शिकायत हो जाती है तो ऐसे में काली मिर्च बड़े काम की हो सकती है।

#गुनगुने पानी के साथ काली मिर्च के सेवन के 6 फायदे?

1. पेट के लिए फायदेमंद

अगर आपको सर्दियों में पेट दर्द की शिकायत अक्सर हो जाती है तो इससे निजात पाने के लिए आप काली मिर्च का प्रयोग कर सकते हैं. इसे यूज करने के लिए सबसे पहले काली मिर्च पाउडर लें और उसमें अदरक, काला नमक और हींग मिलाएं. इसे मिक्स कर इसे गुनगुने पानी से खा जाएं. आपको कुछ ही देर में दर्द से आराम मिल जाएगा

- अगर पेट में गैस है या फिर एसिडिटी हो रही है तो नींबू के रस में काला नमक और काली मिर्च का पाउडर मिलाकर चुटकी भर लें, दर्द से पल भर में आराम आ जाएगा.

2. स्टेमिना बढ़ाने में कारगर है.

शरीर को डिटॉक्सीफाई (सफाई) करे- सुबह खाली पेट गर्म पानी के साथ काली मिर्च का सेवन करने से शरीर डिटॉक्सीफाई होता है. साथ ही शरीर के सभी विषैले पदार्थ बाहर निकल जाते हैं.     -डिहाइड्रेशन को रोके- 

गर्म पानी और काली मिर्च का सेवन करने से त्वचा की कोशिकाओं को पोषण मिलता है साथ ही डिहाइड्रेशन भी नहीं होता.

गुनगुने पानी (Lukewarm Water) के साथ काली मिर्च (Black Pepper) का सेवन करने से शरीरिक क्षमता (Stamina) बढ़ती है. साथ ही शरीर में पानी की कमी नहीं होती.

 3. टेंशन को करे दूर काली मिर्च.

-अगर आपको टेंशन हो तो

5 काली मिर्च के दाने खाये क्योंकि काली मिर्च में पिपराइन मौजूद होती है और उसमें एंटी-डिप्रेसेंट के गुण होते है. जिस कारण काली मिर्च लोगों की टेंशन और डिप्रेशन को दूर करने में मदद करती है.

4. मसूड़ों की कमजोरी करें दूर.

काली मिर्च से मसूड़ों के दर्द में बहुत जल्दी आराम मिलता है. काली मिर्च, माजूफल और सेंधा नमक तीनों चीजों को बराबर मात्रा में मिलाकर चूर्ण बनाकर कुछ बूंद सरसों के तेल में मिलाकर दांतों और मसूड़ों में लगाएं और आधे घंटे के बाद मुंह साफ कर लें. इससे आपके दांत और मसूड़ों में दर्द होने वाली समस्या भी दूर हो जाएगी.

5. कैंसर से होगा बचाव.

- महिलाओं के लिए काली मिर्च खाना बहुत फायदेमंद होता है. कालीमिर्च में विटामिन सी, विटामिन ए, फ्लेवोनॉयड्स, कारोटेन्स और अन्य एंटी -ऑक्सीडेंट होता है, जिससे महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर होने का खतरा कम हो जाता है.

6.काली मिर्च जुकाम की परेशानी दूर करता है ?

- जुकाम होने पर काली मिर्च गर्म दूध में मिलाकर पीने से आराम मिलता है. इसके अलावा जुकाम बार-बार होता है, छीकें लगातार आती हैं तो काली मिर्च की संख्या एक से शुरू करके रोज एक बढ़ाते हुए पंद्रह तक ले जाएं फिर प्रतिदिन एक घटाते हुए पंद्रह से एक पर आएं. इस तरह जुकाम की परेशानी में आराम मिलेगा.

#काली मिर्च गर्मी करती है क्या?

माना जाता है कि काली मिर्च को आप सर्दी-खांसी और जुकाम को ठीक करने के लिए मेडिसिन की तरह भी खा सकते हैं। काली मिर्च अनेकों तत्वों से भरपूर होती है जो शरीर को फायदा पहुँचाती है। इसमें एक पेपरिन महत्वपूर्ण कंपाउंड पाया जाता है। जो सर्दी-खांसी और जुकाम जैसी बीमारियों को ठीक करने में काफी हद तक लाभदायक हो सकता है।

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. 

शनिवार, 16 अप्रैल 2022

कैसे जानोगे आपकी किडनी खराब हो गई है?In hindi.

 कैसे जानोगे आपकी किडनी खराब हो गई है?In hindi.

Dr_Virender_Madhan.



#किडनी की बीमारियों के सामान्य लक्षण

-चेहरे की सूजन,

- पेट और पैरों में सूजन, 

किडनी की बीमारी की ओर संकेत करते है। 

- भूख की कमी,

- मितली एवं उलटी भूख की कमी,

- मुँह में असामान्य स्वाद लगना आदि कुछ आम लक्षण हैं। 

- उच्च रक्तचाप रहना।

- रक्तल्पता या एनीमिया और कमजोरी रहना। बीमार किडनी के लक्षण है

#किडनी रोग के पूर्व लक्षण?

- किडनी खराब होने से पहले शरीर देता है ये 5 संकेत, 

 - ​भूख में कमी आना शरीर में विषाक्त पदार्थों और वेस्ट का संचय भी आपकी भूख को कम कर सकता है, जिससे वजन भी घटने लगता है। 

- ​टखने और पैरों में सूजन ,

- ​त्वचा में सूखापन और खुजली ।

- ​कमजोरी और थकान महसूस होना ।

- ​बार-बार पेशाब आना

- रोगी को अधिक थकान महसूस होती है। इस स्थिति में पीठ में दर्द होता है।

- कभी-कभी जब गुर्दे के फिल्टर क्षतिग्रस्त हो जाते हैं, तो रक्त कोशिकाएं पेशाब में रिसने लगती हैं। गुर्दे की बीमारी का संकेत देने के अलावा, पेशाब में खून का आना रक्त ट्यूमर, गुर्दे की पथरी या किसी अन्य तरह के संक्रमण का संकेत दे सकता है। पेशाब में मवाद आने के साथ बुखार या ठंड लगना गंभीर हो सकता है।

अधिक जानकारी के लिऐ क्लिक करें:-

https://youtu.be/Rq3hi4flGYU

#किडनी रोग के कारण?

जैसे-जैसे गुर्दे की कार्य क्षमता कम होते जाती है, शरीर में विषाक्त पदार्थों का जमाव होता जाता है, जिससे त्वचा में खुजली, सूखापन और दुर्गंध होती है। पीठ दर्द या पेट के निचले हिस्से में दर्द: पीठ, बाजू या पसलियों के नीचे दर्द गुर्दे की गड़बड़ी के शुरुआती लक्षण हो सकते हैं जैसे कि गुर्दे की पथरी होना।

#किडनी की बीमारी क्यों होती है?

किडनी फेल होने के कारण- किडनी फेल होने के पीछे कई कारण हैं जैसे कि किसी बीमारी की वजह से यूरिन का कम हो जाना, 

हार्ट अटैक, दिल की बीमारी, लिवर का फेल हो जाना, प्रदूषण, 

कुछ दवाएं भी किडनी रोग का कारण बनती है, 

क्रोनिक डिजीज, डिहाइड्रेशन, किडनी ट्रॉमा, एलर्जी रिएक्शन, गंभीर इंफेक्शन और हाई ब्लड प्रेशर.

इसमे आयुर्वेदिक दवाएं जैसे की पुनर्नवा मंडूर, चन्द्रप्रभावटी, श्वेत पर्पटी, गिलोय सत्व, मुक्ता पिष्टी, मुक्तापंचमतामृत रस इत्यादि का सेवन आप डॉक्टर की देख रेख में ही ले। नियमित रूप से एलोवेरा, ज्वारे और गिलोय का जूस पिने से हिमोग्लोबिन बढ़ता है।

#पुनर्नवा मंडूर एक आयुर्वेदिक दवा।

PUNARNAVA MANDUR

यह जड़ी बूटी किडनी फेलियर के इलाज के लिए रामबाण इलाज है क्योंकि यह ब्लड में छुपे अपशिष्ट पदार्थ को अलग करता है और यही नहीं यह आपकी बॉडी में ब्लड की शुद्धता को भी अच्छा बनाती है। इस जड़ी बूटी की 2 गोलियाँ आप भोजन के बाद सादे पानी के साथ हर दिन ले।

किडनी को साफ करने के लिए क्या खाना चाहिए?

#किडनी को कैसे स्वस्थ रखे?

* किडनी को स्वस्थ रखने के लिए आप कौन से फूड्स डाइट में शामिल कर सकते हैं.

- लाल शिमला मिर्च – लाल शिमला मिर्च में स्वाद अधिक होता है लेकिन इसमें पोटैशियम की मात्रा कम होती है।

- फूलगोभी – इस सब्जी में फोलेट और विटामिन-सी जैसे पोषक तत्व होते हैं।

- गोभी – इसमें कोलेस्लो इंग्रेडिएंट फाइटोकेमिकल्स का एक अच्छा सोर्स है.

खरबूजा ,तरबूज, ककडी आदि का प्रयोग करें।

पानी का स्तर बनाये रखें।

मेदे से बने भोजन, तले भोजन न करें।

अदरक, अजवाइन, हल्दी का प्रयोग करें।

धन्यवाद!