नीम के फायदे in hindi.
नीम Neem tree
नीम के कई फायदे होते हैं, जैसे कि
– यह एंटीबैक्टीरियल गुणों से भरपूर होता है,
– त्वचा के लिए उपयुक्त होता है,
– शरीर की पौष्टिकता बढ़ाता है,
– मधुमेह के लिए लाभकारी हो सकता है, और
– पेट संबंधित समस्याओं को कम करने में मदद कर सकता है।
#नीम तैल के फायदे:–
– नीम का तेल त्वचा पर लगाने से शिकने कम हो सकते हैं और त्वचा स्वस्थ बनी रह सकती है।
– बालों के स्वास्थ्य के लिए:–
नीम बालों को मजबूती और चमक देने में मदद कर सकता है, साथ ही रूके हुए बालों को भी कम कर सकता है।
–जोड़ों की सुरक्षा:–
नीम के गुणों का अध्ययन जोड़ों की सुरक्षा के लिए भी संकेत करता है, जिससे आपके जोड़े स्वस्थ रह सकते हैं।
नीम के पत्तों का चूर्ण:–
–आंखों के स्वास्थ्य के लिए:–
नीम में पाए जाने वाले गुण आंखों के स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद हो सकते हैं, जैसे कि आंखों की सुरक्षा और डिटॉक्सिफिकेशन में मदद करना।
–विषाणुरोधी गुण:–
नीम के प्राकृतिक गुण विषाणुरोधी होते हैं, जिससे यह अनेक इंफेक्शन्स से लड़ने में मदद कर सकता है।
– नीम शरीर को डिटॉक्सीफाई करता है नीम शरीर के लिए बहुत उपयोगी है।
– नीम एंटी-फंगल और एंटी-बैक्टीरियल है.
– यह डैंड्रफ ख़त्म करता है.
– हड्डियों के लिए नीम उपयोगी
नीम है मुहाँसों के इलाज मे लाभदायक है.
– स्वच्छता में सहायक है
– पुरानी बीमारियों के इलाज मे उपयोगी है
– इम्युनिटी बूस्टर है नीम
० नीम के बारे मे कुछ प्रश्न-उत्तर
Q:-नीम के पत्तों से कौन सी बीमारी ठीक होती है?
Ans:-
नीम इम्यूनिटी बूस्ट करे-
नीम में मौजूद एंटी बैक्टीरियल, एंटी फंगल और एंटीवायरल हैं और वायरल सर्दी खासी से लड़ने के लिए शरीर को तैयार करते हैं. यानि नीम की पत्तियों से इम्यूनिटी बूस्ट होती है. पाचन से जुड़ी समस्या में भी नीम की पत्तियां फायदेमंद है.
Q :–नीम कौन सी बीमारी में काम आता है?
Ans:–
नीम के पत्तों का उपयोग कुष्ठ रोग के लिए किया जाता है. इसके प्रयोग से नेत्र विकार, नकसीर, आंतों के कीड़े, पेट की ख़राबी, भूख न लगना, त्वचा के अल्सर, हृदय और रक्त वाहिकाओं के रोगों, बुखार, मधुमेह, मसूड़ों की बीमारी (मसूड़े की सूजन) और लीवर के रोग ठीक हो जाते हैं.
Q :–क्या नीम से खून साफ होता है?
Ans:–
नीम की पत्तियों में रक्त शुद्ध करने का अच्छा गुण होता है । शरीर में विषाक्तता के स्तर को कम करने में मदद करते हैं और मुँहासे, एक्जिमा और त्वचा पर चकत्ते जैसी त्वचा की समस्याओं के जोखिम को कम करते हैं।
– नीम में तिक्त (कड़वा) और कषाय (कसैला) गुण होता है, जिसके कारण यह रक्त शोधक के रूप में काम करता है और त्वचा की विभिन्न समस्याओं को नियंत्रित करता है।
Q:–नीम कब नहीं खाना चाहिए?
Ans:–
नीम का सेवन लगातार तीन हफ्तों से अधिक नही करना चाहिए, अधिक नीम का सेवन करने से शरीर में एलर्जी की प्रतिक्रिया हुई, जो कि दाने और चक्कते के रूप में नजर आते हैं।
ध्यान दें कि ये फायदे व्यक्ति के शारीरिक स्वास्थ्य के आधार पर भिन्न हो सकते हैं, इसलिए सबसे अच्छा होगा कि आप अपने चिकित्सक से सलाह लें।
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