Migraine headache|आधाशीशी का दर्द|आधे सिर का दर्द,in hindi.
#आधासीसी Migraine का दर्द क्या होता है?In hindi.
By:-DrVirenderMadhan.
[आधासीसी Migraine]
#माइग्रेन (आधासीसी) इसे सुर्यावर्त्त, अर्धावभेदक नाम से भी आयुर्वेद में जाना जाता है।यह अधिकतर 15-20साल की युवतियों मे मध्यायु तक मिलता है।और इसमें सिर दर्द हफ्तों से लेकर महिनों रह जाता है।यह आधे सिर मे होता है कभी कभी यह पुरे शिर मे गर्दन तक हो जाता है।
#आधा सिर दर्द होने का कारण क्या है?
मस्तिष्क की रक्तवाहिनियों मे रक्तभार बढ जाने से या उसके आसपास के अवयवों मे शोफ होने पर,अवभेदक सिरदर्द की उत्पत्ति हो जाती है।
क्रोध, चिंता, मानसिक व शारिरिक थकान अथवा आंखों के अधिक थक जाने से
अजीर्ण होने, या विष खाये जाने से,अथवा किसी संक्रमण से, मस्तिष्क की रक्तवाहिनियों पर दबाव से सिरदर्द होने लगता है।
यह रोग स्त्रियों में प्रसवकाल मे या रजोनिवृत्ति के समय मिलता है जो स्त्री अधिक उपवास करती है ।चिंता करती रहती है उन मे आधाशीशी का दर्द मिलता है
कुछ लोगों मे पैत्रिक रूप से होता है।
मूत्ररोग, नेत्ररोग, धातु रोग, रक्तविकार, कुपच,कब्ज,टूयूमर,कैंसर आदि रोगों के कारण भी माईग्रेन हो जाता है।
#माईग्रेन के लक्षण क्या क्या होते है?
सिर में बार-बार होने वाला दर्द है जो खासकर सिर के आधे हिस्से को प्रभावित करता है। माइग्रेन होने पर मतली, उल्टी और प्रकाश तथा ध्वनि के प्रति संवेदनशीलता बढ़ा देता है। इसके आक्रमण की अवधि कुछ घंटों से लेकर कई दिनों की हो सकती है।
- माइग्रेन की स्थिति में सिर में बहुत तेज दर्द होता है, जो सिर के एक या दोनों ओर हो सकता है. मतलब आसान शब्दों में माइग्रेन का दर्द ऐसा होता है जैसे सिर पर कोई जोर से हथौड़ा मार रहा हो।
- प्रकाश, आवाज या गंध के प्रति संवेदनशील होना.
- थकान रहना.
-भोजन की लालसा या भूख की कमी.
- मनोदशा में बदलावहोना।
- कब्ज या दस्तहोना।
#घरेलू अनुभूत प्रयोग
#आधेशिर दर्द का घरेलू ईलाज कैसे करें?
- तिलतैल मे कुछ नमक मिलाकर (नस्य) नाक मे डालने से आधाशीशी मे आराम मिलता है।
-कागजी नींबू की 2 बूंद नाक मे डालने से आराम मिलता है।
-चुकन्दर की जड का रस 2-3 बूंद नाक मे टपकाने से आधाशीशी ठीक हो जाती है।
- मठ्ठा, भात,मिश्री मिलाकर कर सुर्योदय से पहले 4-5 दिन तक खाने से से माईग्रेन ठीक हो जाती है।
- 4-5 नीम की पत्तियों के रस मे 1 चुटकी चूना मिला कर 3-4 बूंद कान मे टपकाने से माईग्रेन ठीक हो जाता है।
- नारियल का पानी की कुछ बूंद नाक मे टपकाने से आधाशीशी का दर्द ठीक हो जाता है।
-समुंद्रफल की बकरी के मूत्र में पीसकर सुंघाने से से आधाशीशी मे आराम हो जाता है।
-सिरस के बीज का चूर्ण सुंघाये तो रोगी ठीक हो जाता है।
- सौठ को पानी में पीसकर ललाट पर लेप करें आधाशीशी ठीक हो जाता है।
- हरड की गुठली पीस कर मस्तक पर लेप करने से माईग्रेन ठीक हो जाता है।
- गाजर पर धी लगाकर गरम करें फिर उसका रस निकलकर 4-5 बूंद कान मे डाले आराम होगा।
* माईग्रेन एक वात प्रधान रोग है ।इसमे धी अच्छा वातनाशक का कम करता है।इसलिए धी के साथ खिचडी, चावल,दाल मिलाकर खायें।
#क्या खायें क्या न खायें?
पथ्य अपथ्य:-
- रोगी को पौष्टिक आहार दें।
- खट्टा, मीठा, चटपटा, मसालदार ,अधपका, भोजन,
बाजार के आहार,उत्तेजक पेय शराब आदि, से दूर रहें।
देर से पचने वाले गरिष्ठ भोजन न दें।
- चिंता, तनाव, आदि से दूर रहे।
धन्यवाद!
#डा०वीरेंद्र मढान,
#GuruAyurvedaInFaridabad,