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शनिवार, 17 सितंबर 2022

अम्ल पित्त क्या है?In hindi.

 Acid reflux|अम्ल पित्त

अम्ल पित्त क्या है?In hindi.



By:- Dr.Virender Madhan.

अम्ल पित्त|Acid reflux.

* आमाशय मे पित्त के बिगडने से खट्टे डकार आना,छाती मे जलन होना , पित्त का उछलना अम्ल पित्त कहलाता है।

कभी कभी दर्द असहनीय होता है। पेट-छाती की जलन कभी कभी दिल के दौरे से ही होती है। दर्द छाती से पीठ की ओर चलता है इसके साथ पसीना, सांस चलना, घबडाहट आदि लक्षण होते है।

#अम्लपित्त की बीमारी क्यों होती है?

Why is acidic disease?

#अम्ल पित्त क्यों (कारण) 

बनता है?

-बहुत अधिक तीखा भोजन करने से पित्त बढ़ता है। -मानसिक तनाव के कारण पित्त बढ़ता है।

 -शरीर की क्षमता से अधिक मेहनत करने पर भी पित्त दोष में वृद्धि हो जाती है। 

-भूख लगने पर भोजन ना करना या बिना भूख के भी कुछ ना कुछ खाने से भी पित्त बढ़ने की समस्या हो जाती है।

- क्रोध, शोक,चिन्ता, भय,परिश्रम, उपवास,जलेभुने पदार्थों के खाने से,अत्यधिक पैदल चलने से, कडवे-खट्टे,नमकीन, तीखे, गरम,दाहक चीजों से, सरसौ, अलसी, तिल आदि का तैल, दालें,शाक,मछली मांस, दही,मठ्ठा, पनीर, कांजी, शराब,खट्टे फलों के सेवन से पित्त कुपित हो जाता है।

- गर्भावस्था में कभी कभी अंतिम महिनों में जादा आम्लता महसूस होती है।

- भोजन को पचने के लिए पर्याप्त समय न देना और अपच के बावजूद खाते रहना, आपकी इस समस्या को बढ़ा सकता है। 

#अम्ल पित्त के लक्षण :-

- भोजन का पाचन नहीं होना, 

बगैर किसी मेहनत के ज्यादा थकावट होना,

 कड़वी या खट्टी डकार आना, शरीर में भारीपन, 

हृदय के पास या पेट में जलन होना, 

कभी-कभी उल्टी होना,

 उल्टी में अम्ल या खट्टे पदार्थ का निकलना,

 मिचली होना और मुंह से खट्टा पानी आना,

 सिरदर्द, आंखों में जलन, जीभ का लाल होना जैसे लक्षण हाइपर एसिडिटी में सामने आते हैं। 

 #Acid reflux|अम्ल पित्त हो तो क्या उपाय करें ?

- छोटी हरड,पीपल, मुन्नका, मिश्री, धनिया, आंवला, कुटकी सभी को समान मात्रा में लेकर चूर्ण बना लें।रात मे एक छोटी कटोरी में पानी भरकर उसमे चूर्ण की 20 ग्राम मात्रा में डालकर रख दें।प्रातःकाल कपडे से छानकर इस पानी को पीलें।

- सौठ,गिलोय, का समभाग चूर्ण बनाकर 4-6 ग्राम  चूर्ण शहद मे मिलाकर चाट ले।

-त्रिफला,कुटकी के समभाग चूर्ण में मिश्री मिलाकर सेवन करने से लाभ मिलता है।

-करेले के पत्ते, फुल का चूर्ण 1-2 ग्राम चूर्ण दिन में 2-3 बार लेने से अम्ल पित्त ठीक हो जाता है।

-नाश्ते में केला दूध लने से आराम मिल जाता है।

- फलों में पपीता, मौसंबी, अनार आदि को अपनी डाइट का हिस्सा बनाएं। 

- नारियल और नारियल पानी का भी भरपूर सेवन करें। 

 - मुनक्का, आंवले का मुरब्बा, कच्चा आंवला भी खाना बेहतर होगा। 

#कुछ शास्त्रीय आयुर्वेदिक औषधियां:-

हरीतिकी खण्ड,

नारिकेल खण्ड,

कुष्मांडावलेह,

पिप्पली धृत,

शतावरी धृत,

अम्ल पित्तान्तक लौह,

लीलाविलास रस,आदि।


अधिक जानकारी के लिए अपने चिकित्सक से बात करें।

धन्यवाद!

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