Guru Ayurveda

बुधवार, 31 मई 2023

अनार के छिलके|Anar ke chilke kaise khaye,

 अनार के छिलके|Anar ke chilke kaise khaye,

#अनार के छिलके को कैसे इस्तेमाल करें?

#अनार के छिलके|Pomegranate Peels

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#Dr.VirenderMadhan.

•अनार के छिलकों का उपयोग भी बहुत स्वास्थ्यकर हो सकता है।इन्हें बेकार समझकर बाहर न फैंकें, आपके लिए यह बहुत उपयोगी हो सकता है। 

#अनार के छिलकों के कुछ उपयोग :–

* त्वचा संबंधी समस्याओं के लिए:–

 अनार के छिलकों में गुणकारी तत्व होते हैं जो त्वचा को निखारने और सुंदर बनाने में मदद कर सकते हैं। हम अनार के छिलकों को पीसकर पेस्ट बना सकते हैं और इसे चेहरे पर लगा सकते हैं। यह त्वचा को मुलायम और चमकदार बनाने में मदद कर सकता है और मुंहासे, दाग-धब्बे और झाइयां जैसी समस्याओं को कम करने में सहायता प्रदान कर सकता है।

* दांतों के स्वास्थ्य के लिए:–

अनार के छिलकों को दांतों पर रगड़ने से दांतों की सफाई में हो जाती है। यह दांतों की मसूड़ों को मजबूत बनाने में भी मदद कर सकता है।

*पाचन तंत्र के लिए:–

 अनार के छिलकों में एंटीऑक्सिडेंट और फाइबर की मात्रा होती है, जो पाचन को सुधारने में मदद कर सकते हैं। आप अनार के छिलकों को सूखा करके पीस सकते हैं और फिर उन्हें मसाले के रूप में उपयोग कर सकते हैं। इसे आप अपने भोजन में मिला सकते हैं या अन्य व्यंजनों में इस्तेमाल कर सकते हैं। 

* अनार के छिलकों में पाचन को बेहतर बनाने वाले एंजाइम्स पाए जाते हैं, जो खाद्य पदार्थों को पचाने में मदद करते हैं और अपच के लक्षणों को कम कर सकते हैं।

#युरिक एसिड के स्तर को कम करने के लिए:–

   अनार के छिलकों में उपस्थित तत्व युरिक एसिड के स्तर को कम करने में मदद कर सकते हैं। इसलिए, अनार के छिलकों का सेवन गठिया और अन्य मूत्राशय संबंधी समस्याओं के लिए उपयोगी हो सकता है।

#कब्ज़ को दूर करने के लिए:–

   अनार के छिलकों में प्राकृतिक फाइबर की मात्रा होती है, जो पाचन को सुधारने में मदद करती है और कब्ज़ से राहत दिलाती है। इसलिए, अनार के छिलकों का सेवन कब्ज़ को दूर करने और पेट स्वास्थ्य को सुधारने में मददगार हो सकता है।

    अनार के छिलकों को अच्छी तरह से धो लें और साफ पानी से धो लें, ताकि किसी कीटाणुओं की मौजूदगी की संभावना कम हो। अगर आप अनार के छिलकों को खाना चाहते हैं, तो आप उन्हें पहले सुखा लें और उन्हें चबाकर खा सकते हैं। आप भी अनार के छिलकों को पाउडर बना सकते हैं और उन्हें आपकी पसंदीदा रेसिपी में उपयोग कर सकते हैं, जैसे कि शाकाहारी करी या धनिया-पुदीना चटनी।

>>अनार के छिलकों के सेवन से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श करना उचित हो सकता है, विशेषतः अगर आपको किसी खास रोग या एलर्जी की समस्या हो। अनार के छिलकों का सेवन कम मात्रा में शुरू करें और अपने शरीर की प्रतिक्रिया को ध्यान से निगरानी करें। यदि कोई अनुपातित प्रतिक्रिया होती है जैसे त्वचा रेशा, चकत्ते या अन्य अवसादी लक्षण, तो तुरंत इसका सेवन बंद करें और चिकित्सक से संपर्क करें।

कुछ प्रश्नोत्तर:-

Q:-अनार के छिलके के फायदे- 

 – खांसी और गले की खराश से दिलाए आराम खांसी और गले की खराश से आराम दिलाने में अनार का छिलका काफी फायदेमंद हो सकता है। 

– पाचन संबंधी समस्याओं को दूर करता है

–शरीर को डिटॉक्सिफाई करता है

– त्वचा का रंग साफ करताहै

Q:– अनार के छिलके का उपयोग कैसे करें?

Ans:– इसके पाउडर को पानी में मिला कर उसके गरारे करने से गले की खराश और खांसी से राहत मिलती है. विटामिन सी का अच्छा स्त्रोत है

– अनार के छिलकों में विटामिन सी पाया जाता है, जो घावों को हील करने और स्कार टिश्यूज को बनाने में मदद करता है.

 –विटामिन सी से इम्यूनिटी भी बूस्ट होती है.

Q:–अनार के छिलके का फेस पैक

  Ans:–  इसके लिए एक-दो चम्मच अनार के छिलकों का पाउडर लें, इसमें गुलाब जल मिलाकर पेस्ट तैयार कर लें। इसे चेहरे पर लगाएं, 10-15 मिनट बाद सादा पानी से धो लें। मुलायम त्वचा के लिए आप इस फेस पैक का इस्तेमाल कर सकते हैं।

Q:–गोरा होने के लिए फेस पैक कैसे बनाएं?

Ans:- इसके लिए आप

1 बाउल में बेसन, हल्दी और चंदन पाउडर डालकर इसे अच्‍छी तरह से मिला लें।

फिर दही और गुलाब जल को थोड़ा-थोड़ा करके तब तक मिलाएं जब तक कि पेस्ट न बन जाए।

इस पैक को चेहरे पर लगाएं।कुछ समय बाद इसे धीरे से साफ करें।

इस फेस पैक का इस्‍तेमाल करने के बाद टोनर और मॉइश्चराइजर लगाएं।

धन्यवाद!

मंगलवार, 30 मई 2023

सोने से कीमती केला के छिलके|Banana peel

 

सोने से कीमती केला के छिलके|Banana peel

#केले का छिलका मुंह पर रगड़ने से क्या होता है?

#कैसे काम करता है केले का छिलका?

– मुंहासों के दाग चेहरे से कम करता है. 

– यह आगे होने वाले मुंहासे को भी आने से रोकता है. 

– यह एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन सी की भरपूर होती है, जो त्वचा की इलास्टिसी को बढ़ाने में मदद करता है त्वचा को नर्म बनाता है  

– झुर्रियों को कम करता है.

#केले के छिलके चेहरे पर लगाने से क्या होता है?

-मुंहासों की समस्या के लिए केले के छिलकों का फेस पैक फायदेमंद होता है। 

- यह एंटी-एक्ने काम करता है,  - केले में जिंक एलिमेंट भी होता है, जिसे मुंहासे के इलाज के लिए जाना जाता है 

#केले के छिलके खाने से क्या होता है?

- पाचन के लिए अच्छा होता है

- केले का छिलका फाइबर से भरपूर होता है और अगर इसका रोज सेवन किया जाए तो पाचन तंत्र को बेहतर बनाने में मदद करता है. 

- ये कब्ज और दस्त की समस्याओं को दूर करता है. अगर आपको इरिटेबल बोल सिड्रोम की समस्या है तो केले के छिलके का नियमित रूप से सेवन करना चाहिए.

#केले के छिलके को चेहरे पर कैसे लगाए?

कैसे करें इस्तेमाल –

केले के छिलके को छोटे टुकड़े काट लें. पहले चेहरे को साफ कर लें ताकि आपकी त्वचा पर कोई धूल या पसीना न हो. अब केले के छिलके का पीस लें और चेहरे पर मसाज करें. 

#तत्काल चमक के लिए केले के फेस पैक कैसे बनाये?

* एक पका केला लें और उसमें 2 से 3 चम्मच चावल का आटा और 1 चम्मच शहद मिला दें. अब इस पेस्ट को चेहरे और गले पर लगाएं और 15 से 20 मिनट के लिए छोड़ दें. बाद में चेहरे को ठंडे पानी से धो दें. कुछ ही आपको चेहरे पर फर्क नजर आ जाता है।

#केले के छिलके की चाय कैसे बनायें?

banana peel tea

बनाने की विधि:-

- केले के छिलकों के टुकड़ों में काट कर उबलते पानी में डालते है. जब यह अच्छे से उबल जाए, तो इसे कप में इसे छान लें। फिर इसमें दालचीनी और शहद मिलाएं और पी लें।

- यह  दिल की बीमारियों से बचाता है

शनिवार, 27 मई 2023

बच्चे का वजन कैसे बढायें हिंदी


 #बच्चे का वजन कैसे बढायें हिंदी में.

प्रश्न-बच्चों को खाया पीया नही लगता क्या करें?

प्रश्न-बच्चे का वजन कैसे बढ़ाएं   प्रश्न-बच्चों की हेल्थ बनाने के क्या उपाय है?

प्रश्न-क्या घी या मक्खन का सेवन शिशु का वजन बढ़ा सकते है?

प्रश्न-क्या मेवा जैसे काजू और बादाम दें कर शिशु को स्वस्थ कर सकते है?

प्रश्न-क्या अण्डा और आलू शिशु का वजन बढ़ाने के लिए दे सकते है ?

प्रश्न-क्या मलाई वाला दूध पिलाकर बच्चे को मोटा कर सकते है?

By--Dr.VirenderMadhan.

इस प्रकार के प्रश्न हमसे रोज पुछे जाते है।

लेकिन सब से पहले बच्चे हेल्दी क्यों नही हो रहे है उनके कारण का पता करना चाहिए।

#बच्चों को खाया पीया न लगने के मुख्य कारण:-

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- लीवर का कमजोर होना।

- समय पर भुख न लगना।

- कुपोषण

- बच्चों को हर समय कुछ न कुछ खिलाते रहना।

- कोई बीमारी होना।

[कारण का पता करने के लिए एक बार अपने चिकित्सक को जरूर दिखायें।]

#क्या घी या मक्खन का सेवन शिशु का वजन बढ़ा सकते है?

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हां..अगर बच्चे का पाचन (डाइजेशन) ठीक है तो उसकी उम्र के अनुसार मक्खन दिया जा सकता है।

- शिशु का वजन, दाल का प्रोटीन बढ़ाता है दाल खिलायें।

- अगर बेबी का वजन नहीं बढ़ रहा है तो केला खिलायें।

- आप खिचड़ी, दाल, चावल में देसी घी डालकर बच्चों को खिला सकते हैं। 

- आप बच्चों को अरहर, मूंग दाल खिला सकते हैं।

-  केला खिलायें

केला पोटैशियम, विटामिन सी, विटामिनी बी6 और कार्बोहाइड्रेट से भरपूर होता है।

-  दालें –

दालों में प्रोटीन, मैग्‍नीशियम, कैल्शियम, आयरन, फाइबर और पोटैशियम होता है।

* कुछ अन्य वजन बढाने वाले पदार्थ:-

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- मलाई सहित दूध,:-

 बच्चे का वजन अगर कम है तो उसे मलाई वाला दूध पिलाना सही माना जाता है। 

- अंडे :-

अंडे प्रोटीन से भरपूर होते हैं। 

- आलू :-

आलू वजन बढ़ाने के लिए उपयोगी होते हैं। 

- शकरकंद :-

शकरकंद फाइबर, पोटेशियम, विटामिन ए,बी और सी से भरपूर होते हैं। 

- बच्चों को दही खिलायें।

- समय पर भोजन कराये

- समय पर बच्चे को सोने दे -नीद भी स्वस्थ्य के लिऐ बहुत जरुरी होता है।

गुरुवार, 25 मई 2023

मोर्निंग वाकिंग के 5 फायदे (Benefits of Morning Walking)


 #मोर्निंग वाकिंग के 5 फायदे (Benefits of Morning Walking)

[मोर्निंग वाकिंग]

#Dr.VirenderMadhan,

मोर्निंग वाकिगं करने के 5 फायदे–

सुप्रभात! इस सवाल का जवाब देने के लिए आपको मॉर्निंग वाकिंग (Morning walking) के 5 फायदों के बारे में बताता हूं:–

1–स्वास्थ्य सुधार:–

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 मोर्निंग वाकिंग आपके स्वास्थ्य को सुधारने में मदद करती है। यह आपकी रक्त संचार को बढ़ावा देती है, हृदय की सेहत को सुधारती है और मस्तिष्क को ऊर्जा प्रदान करती है। यह आपको दिनभर ताजगी और ऊर्जा प्रदान करने में मदद करती है।

2–वजन कम करने में सहायता:–

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 यदि आप वजन कम करने की कोशिश कर रहे हैं, तो मोर्निंग वाकिंग आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकती है। इससे आपकी कैलोरी खपत बढ़ती है और आपके शरीर के वसा को कम करने में मदद मिलती है।


3–मानसिक स्थिरता:

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 मोर्निंग वाकिंग मानसिक स्थिरता को बढ़ाने में मदद कर सकती है। इसके द्वारा आपके मस्तिष्क को शांति मिलती है और तनाव कम होता है। यह आपके मन को सकारात्मक रखकर आपकी मनोदशा को सुधार सकती है।

4–एंटी-एजिंग लाभ:

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 मोर्निंग वाकिंग समय आपके त्वचा को फायदेमंद ढंग से प्रभावित कर सकती है। वाकिंग करने से आपकी शरीर के अंदर ऊर्जा का स्तर बढ़ता है, जिससे त्वचा की धूम्रपान क्षमता बढ़ती है। इसके फलस्वरूप, आपकी त्वचा स्वस्थ और चमकदार दिखती है और उसमें झुर्रियाँ और अनियमितताओं की कमी होती है।

5–संपूर्ण दिन के लिए ऊर्जा: 

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मोर्निंग वाकिंग आपको संपूर्ण दिन के लिए ऊर्जा प्रदान करती है। जब आप सुबह उठते हैं और वाकिंग करते हैं, तो आपकी शरीर की गतिविधियों को बढ़ावा मिलता है और यह आपको दिनभर तरोताजगी और कार्यक्षमता के साथ रखता है। इसके अलावा, वाकिंग करने से आपकी नींद का प्रबंधन बेहतर होता है, जिससे आप रात्रि को अच्छी तरह सोते हैं और सकारात्मक दिनचर्या बना पाते हैं।

* ये थे मोर्निंग वाकिंग करने के 5 फायदे। सुबह की सैर आपकी शारीरिक, मानसिक और तात्कालिक प्रदर्शन को सुधार सकती

प्रश्नोत्तर:–

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Q:-मॉर्निंग वॉक के अन्य फायदे

कुछ मॉर्निंग वॉक के फायदे – Benefits of Morning Walk in Hindi

- वजन घटाने के लिए .

-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाए

-गठिया और ऑस्टियोपोरोसिस से बचाए .

-हृदय स्वास्थ्य को सुधारे .

-कैंसर के जोखिम को कम करे .

- दिमागी कार्यक्षमता बढ़ाए .

-डिप्रेशन से राहत दिलाए .

-मधुमेह को नियंत्रित करे .

Q:–रोज मॉर्निंग वॉक करने से क्या होता है?

मॉर्निंग वॉक आपके दिन की शुरुआत और अंत अच्छे मूड में करती है । वे आपकी रचनात्मकता में भी मदद कर सकते हैं।

- उठने और हिलने-डुलने से आपको बैठने की तुलना में अधिक रचनात्मक होने में मदद मिलती है।

- टहलना आपको बेहतर नींद लेने में भी मदद करता है, जिसके परिणामस्वरूप अगली सुबह आपका मूड बेहतर होता है।

धन्यवाद

#डा०वीरेंद्र मढान,

अच्छी lifestyle को कैसे बनाए रखें?

 #अच्छी lifestyle को कैसे बनाए रखें?

#अच्छी lifestyle कैसे बनाएं?

[स्वस्थ जीवन शैली|healthy lifestyle]

#Dr.VirenderMadhan.

#अच्छी lifestyle को बनाए रखने के लिए, यहां 15 सूत्र हैं:

1–*स्वस्थ आहार|Healthy Diet:-

 संतुलित और पौष्टिक आहार खाना एक अच्छी lifestyle का महत्वपूर्ण हिस्सा है। अपने भोजन में सब्जियां, फल, पूरे अनाज, प्रोटीन, हेल्दी तेल और पर्याप्त पानी शामिल करें।

2–*नियमित व्यायाम|Regular exercise:-

 दिन में कुछ समय व्यायाम करना स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है। योग, ध्यान, संभ्राम, वॉकिंग, जॉगिंग, स्विमिंग जैसे शारीरिक गतिविधियां शामिल करें।

3–*पर्याप्त नींद|Enough Sleep:-

 आवश्यक मात्रा में नींद लेना मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है। सात-आठ घंटे की नींद प्राप्त करने का प्रयास करें।

4–*मनोयोग|meditation:-

 मनोयोग तकनीकों जैसे मेडिटेशन, प्राणायाम और ध्यान के माध्यम से अपने मन को शांत और स्थिर रखें। यह तनाव को कम करने, मन को ताजगी प्रदान करने और मानसिक चेतना को विकसित करने में मदद करता है।

5–*नकारात्मकता को कम करें|Reduce negativity :- 

नकारात्मकता, चिंता और तनाव आपके जीवन को अस्वस्थ बना सकते हैं। सकारात्मक सोच, स्वस्थ मनोवृत्ति और उन्नत जीवन दृष्टिकोण विकसित करने के लिए कोशिश करें।


6–*स्वास्थ्य जांच|Health check up:-

 नियमित रूप से स्वास्थ्य जांच करवाएं और अपने शारीरिक स्वास्थ्य को निरीक्षण करें। यदि कोई समस्या हो, तो उसका समय पर इलाज कराएं।

7–*संतुलित कार्य और छूट|Balancing Work and Discounts:-

 अपने कार्य और व्यक्तिगत जीवन के बीच संतुलन बनाए रखने का प्रयास करें। अवकाश, मनोरंजन और सामाजिक सक्रियताओं के लिए समय निकालें।

8–*स्थायित्व और नियमितता|Stability and regularity:- 

नियमितता और स्थायित्व का पालन करें। एक नियमित दिनचर्या, नियमित समय पर उठना और सोना, भोजन के नियमित समय और स्वनिर्धारित व्यायाम अपनाएं।

9–*समय का उपयोग|Use of time:-

 समय को समझें और उसे सद्यस्थ रूप से उपयोग करें। आपके लक्ष्यों, प्राथमिकताओं और आपके आप को समृद्ध करने के कामों के लिए समय निर्धारित करें।

10–*सोशल मीडिया की सीमा|Social media limits:- 

सोशल मीडिया का मात्रात्मक और नियमित उपयोग करें

11–*संगठन स्तर बनाएं|Create organization level :-

 अपने जीवन को संगठित रखें। कार्यसूची, कैलेंडर, और नोट्स का उपयोग करें ताकि आप अपने कार्यों को संगठित रूप से नियंत्रित कर सकें।

12–*स्वतंत्र समय|Free time:-

 अपने जीवन में स्वतंत्र समय को महत्व दें। यह आपको अपनी प्रिय गतिविधियों के लिए समय निकालने और स्वाधीनता का आनंद लेने में मदद करेगा।

13–*संबंधों की देखभाल|Relationship care:-

 परिवार, मित्र, और प्रियजनों के साथ संबंधों को महत्व दें। नियमित रूप से समय बिताएं, संवाद करें, और एक-दूसरे का समर्थन करें।

14–*स्वतंत्रता की आदत|Habit of freedom:-

 आपकी खुशहाली के लिए स्वतंत्रता और स्वाधीनता की आदत विकसित करें। स्वतंत्र विचारों का समर्थन करें, अपनी रुचियों और आपकी प्राथमिकताओं पर ध्यान केंद्रित करें।

15–*आनंद और मनोरंजन|Fun and entertainment:-

 आपके जीवन में आनंद और मनोरंजन को महत्व दें। यह आपको स्त्रोतों से आकर्षित रखेगा, नई गतिविधियों को अनुभव करने का मौका देगा, और आपकी मनोरंजन की आवश्यकताओं को पूरा करेगा। यह फिल्में देखना, किताबें पढ़ना, संगीत सुनना, कला और शिल्प के प्रति रुचि रखना जैसी गतिविधियों को शामिल कर सकता है।


ये 15 सूत्र एक अच्छी lifestyle को बनाए रखने के लिए मददगार हो सकते हैं। हाथापाई और अभ्यास के माध्यम से इनका पालन करें और नए स्तर पर अपने जीवन को सुधारें। ध्यान दें कि हर व्यक्ति की आवश्यकताएं और प्राथमिकताएं अलग-अलग हो सकती हैं, इसलिए अपने व्यक्तिगत संदर्भों के अनुसार इन सूत्रों को अनुकूलित करें।

कुछ प्रश्नोत्तर

Q:–हेल्दी लाइफ कैसे जिए?

Healthy Lifestyle Tips:– सेहतमंद ज़िंदगी के लिए लाइफस्टाइल में लाएं ये 6 आसान बदलाव!

1-सुबह जल्दी उठना .

2- वर्कआउट ज़रूर करें .

3- हेल्दी नाश्ता करें .

4–बाहर का खाने से परहेज़ करें .

5-रात का खाना देर से न खाएं .

6-समय से सोएं और पूरी नींद लें

Q:–स्वस्थ जीवन शैली का क्या महत्व है?

[स्वस्थ रहने के लाभ]

*मानसिक रूप से बेहतर महसूस करना - 

नियमित व्यायाम आपके मूड को बेहतर कर सकता है और आपको बेहतर महसूस करने में मदद कर सकता है। 

*पैसा बचाना - 

 जंक फूड खाना, धूम्रपान करना और शक्करयुक्त पेय या शराब पीना सभी महंगी आदतें हैं। 

*कम स्वास्थ्य समस्याएं -

 एक स्वस्थ जीवन शैली जीने का अर्थ है कई विकसित होने का कम जोखिम होना,

Q:–जीवन शैली की सबसे अच्छी परिभाषा क्या है?

जीवन शैली एक व्यक्ति, समूह, या संस्कृति की रुचियों, विचारों, व्यवहारों और व्यवहारिक उसके रहन-सहन के ढंग को जीवन शैली कहते है - जीवनशैली को काम और अवकाश व्यवहार और गतिविधियों, दृष्टिकोण, रुचि, राय, मूल्यों और आय के आवंटन में व्यक्त किया जाता है।

धन्यवाद!

#डा०वीरेंद्र मढान,

बुधवार, 24 मई 2023

#बुद्धि कैसे बढ़ाएं?In hindi.

 #बुद्धि कैसे बढ़ाएं?In hindi.



 # आयुर्वेद से बुद्धि कैसे बढ़ाएं ?In hindi.

 #Dr.VirenderMadhan. 

#मेध्य (बुद्धि बढाने वाली औषधि)brain enhancer, 

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[बुद्धि कैसे बढ़ाएं?] 

विषय सूची:- 

*मेध्य (बुद्धि बढाने वाली औषधि)brain enhancer, के नाम, 
*दिमाग को तेज करने वाली कौन सी दवा है? 
*दिमाग को बढाने के लिये क्या खायें? 
*बुद्धि को बढाने के लिए क्या करें? 
*आयूर्वेद मे ब्रेन टॉनिक क्या है? 
*आयुर्वेदिक बुद्धि बर्द्धक औषधि  
*कौन सा फल खाने से दिमाग तेज होता है? 
*बुद्धि बढ़ाने के हैं ये 6 बेहतरीन तरीके

 #स्मरणशक्ति एवं बुद्धि बढ़ाने वाली आयुर्वेद औषधियां व जड़ी बूटियाँ- 

जैसे
  शंखपुष्पी, बच, शतावरी, ज्योतिष्मती, अश्वगंधा, आंवला, शहद आदि और खाद्य-पदार्थों में अनार, बथुवा, जौ , लहसुन, सैंधा नमक, गाय का दूध और घी, मालकांगनी, आदि बुद्धि-वर्धक हैं। 

#दिमाग को तेज करने वाली कौन सी दवा है? 

मस्तिष्क के लिए बेहतरीन टॉनिक है 

ब्राह्मी  - 

ब्राह्मी मस्तिष्क के लिए एक बेहतरीन प्राकृतिक औषधि मानी जाती है. अगर आप ब्राह्मी के अर्क का सेवन हर रोज नियमित रूप से करते हैं, तो इससे आपकी याददाश्त तेज, अल्जाइमर, सोचने-समझने की क्षमता, व्यवहारिक दक्षता आदि को बढ़ाने में सहायता मिलती है. 

#दिमाग को बढाने के लिये क्या खायें? 

कमजोर दिमाग को तेज करने के लिये अपने भोजन में शामिल करें. केले, ब्रोकोली और अन्य पत्तेदार हरी सब्जियां डाइट , तेज दिमाग के लिए पालक, केले, ब्रोकोली और अन्य पत्तेदार हरी सब्जियां सहायक होती हैं. अंडा का सेवन लाभदायक होता है. अखरोट खाने से दिमाग को बल मिलता है. 

#बुद्धि को बढाने के लिए क्या करें?

 - सही भोजन का सेवन करे . 
- रोजाना एक्सरसाइज करे. 
-समय पर , सही मात्रा में नींद ले.
 -  कुछ समय के लिए मनोरंजन करें.रोजाना गाने सुने ब्रेन गेम्स को खेले  

#आयूर्वेद मे ब्रेन टॉनिक क्या है? 

बीएचयू के आयुर्वेद विभाग के द्रव्य गुण विभाग में मण्डूकपर्णी के पौधे पर रिसर्च कर ब्रेन टानिक के रूप में उन गुणों को पाया गया है, जिनसे टेंशन, डिप्ररेशन, कमजोर यादाश्त से लड़ा जा सकता है। 
मण्डूकपर्णी के पौधे का रस दिमाग की इन्द्रियों को फ्रेश रखता है।  टेंशन और घबराहट के लिए 'ब्रेन टॉनिक' है 

#आयुर्वेदिक बुद्धि बर्द्धक औषधि :- 

- शंखपुष्पी सीरप
 - गुरु ब्रनिका सीरप 
- सारस्वतारिष्ट
 - अश्वगंधारिष्ट  

#कौन सा फल खाने से दिमाग तेज होता है? 

स्ट्रॉबेरी में सभी गुण होते हैं, जो आपके मानसिक संतुलन को बनाए रखने में आपकी मदद कर सकती है। इसमें भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट, फ्लेवोनॉएड्स मौजूद होता है, जो ब्रेन सेल्स को मजबूत करता है। दिमाग की शक्ति को बढ़ाता है। खासतौर से बढ़ते बच्चों के लिए स्ट्राबेरी खाना लाभदायक हो सकता है।

 #बुद्धि बढ़ाने के हैं ये 6 बेहतरीन तरीके - 

जीवन मे कुछ नया कीजिए . - 
- रोजना नियमित व्‍यायाम अपने बल के अनुसार करते रहें. 
- दिमागी कसरत करें जैसे पहेलियां सोल करना. - पोजेटिव सोच रखें। सकारात्‍मक सोच रखने से दिमाग की ताकत बढती है. 
 - सात्विक व स्‍वस्‍थ पोष्टिक आहार लेना चाहिए.  
- ज्ञान बर्द्धक ,मोटीवेशन करनेवाली किताब पढ़ें. धन्यवाद!

सोमवार, 22 मई 2023

जौ का सत्तू बनाने की आसान विधि. इन हिंदी.

 #जौ का सत्तू बनाने की आसान विधि

#जौ का सत्तू कैसे बनायें?

#Orgnaic Jaun Ka Sattu |जौ का सतू .

जौ का सतू बनाने के लिए आपको निम्नलिखित सामग्री की आवश्यकता होगी: –

सामग्री:-

जौ के दाने

चक्की या ब्लेंडर

विधि:–

सबसे पहले, जौ के दाने को धोकर अच्छी तरह से साफ कर लें।

अब, जौ के दानों को सुखाने के लिए उन्हें एक साफ सुखाने वाले थाली या किसी साफ जगह पर बिखेरें। इसे धूप में या अच्छी वेंटिलेशन वाले स्थान पर रखें और रोज़ाना बार-बार चेक करें कि दाने पूरी तरह से सूख रहे हैं।

जब जौ के दाने पूरी तरह से सूख जाएं, तो उन्हें चक्की या ब्लेंडर में डालें।

अब चक्की या ब्लेंडर को चालू करें और धीरे-धीरे जौ के दानों को पीसें। यदि आपका सतू थोड़ा कठोर हो रहा है, तो आप उसमें थोड़ा-थोड़ा पानी या दूध मिला सकते हैं।

जब जौ के दाने पूरी तरह से पीस जाएं और एक धूल बन जाए, तो आपका सतू तैयार है। आप इसे एक साफ और सुखे जार में स्टोर कर सकते हैं।

- यहाँ ध्यान दें कि जौ का सतू उत्पाद में जीरा, छोटी इलायची या काली मिर्च जैसे मसाले भी मिला सकते हैं, यदि आप चाहें तो। इसे पानी या दूध के साथ प्रयोग किया जा सकता है।

- जौ का सतू आपके भोजन के लिए एक स्वास्थ्यवर्धक विकल्प हो सकता है। आप इसे दूध, दही, या फलों के साथ मिलाकर शेक बना सकते हैं। इसे उबालकर, परांठा बनाकर, रोटी, डोसा, इडली आदि के लिए भी उपयोग किया जा सकता है।

यह अच्छा विकल्प हो सकता है विशेष रूप से उन लोगों के लिए जो ग्लूटेन का सेवन नहीं कर सकते हैं, क्योंकि जौ ग्लूटेन-मुक्त अनाज होता है।

#सतू का शर्बत कैसे बनायें?

सामग्री:-

500 ग्राम जौ सतू

2-3 टी स्पून ब्राउन शुगर

1/2 नींबू का रस

1-2 चुटकी काला नमक या स्वादनुसार

1बड़ा कप पानी

3-4 बर्फ के टुकड़े

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<<सतू खाने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श करना अच्छा होगा, विशेष रूप से यदि आपके पास कोई खाद्य एलर्जी या विशेष चिकित्सा स्थिति है।>>

#सतू का प्रयोग कैसे करें?

सतू को उपयोग करने के विभिन्न तरीके हैं। यहां कुछ सामान्य तरीके हैं जिनसे आप सतू का उपयोग कर सकते हैं:-

* सतू दूध शेक:-

 एक कटोरे में सतू और दूध को मिलाएं। इसमें चीनी या शहद डालकर अच्छी तरह से मिक्स करें। 

- इसे ब्लेंडर में पीसकर गाढ़ा और मुलायम शेक बना सकते हैं। इसे ठंडा करके पीयें।

*सतू का दोसा/चीला:-

 सतू को नमक और चटपटे मसालों के साथ गाढ़ा बैटर बनाएं। इसे तवे पर चटपटे दोसा या चीला के रूप में तलें। साथ में चटनी या सांभर सर्व करें।

*सतू की रोटी:–

 सतू को गेहूं आटे के साथ मिलाएं और नमक डालें। पानी के साथ गोंदे और बैलन या रोटी मेकर की मदद से पतली रोटी बनाएं। इसे तवे पर तलें और घी या मक्खन के साथ परोसें।

*सतू के लड्डू:-

 सतू को गुड़ या शक्कर के साथ मिलाएं और घी मिलाएं। इस मिश्रण को छोटे लड्डू के आकार में बांधें। यह एक स्वादिष्ट और पौष्टिक मिठाई होगी।

*सतू की पूरी:-

 सतू को गेहूं के आटे के साथ मिलाएं और नमक डालें। इसमें थोड़ा सा तेल मिलाएं और पानी के साथ गोंदे ताकि एक मद्यम या मलाईदार आटा बने।

आटे को छोटे गोल पत्तियों में बांटें और इन्हें बेलन की मदद से पतली पुरियां बनाएं।

तवे को गर्म करें और इस पर पुरियों को तलें। साथ में ताजगी या आचार-चटनी सर्व करें।


ये थे कुछ सामान्य तरीके सतू का उपयोग करने के। आप सतू को अपने स्वाद और पसंद के अनुसार उपयोग करके और इसे अपनी प्राथमिकताओं के अनुसार सामग्री के साथ मिलाकर विविध पकवान तैयार कर सकते हैं।