सोने से क्या लाभ होता है?
“निद्रा”
#drVirenderMadhan.
#नीदं क्या है?
आयुर्वेद में स्वास्थ्य के तीन
उपस्तम्भ बताये है,
आहार,निद्रा,और ब्रह्मचर्य,
निद्रा–
दूसरा उपस्तम्भ है,
अब हम बताने वाले है कि
- सोने से हमें क्या लाभ है
और क्या हानि होती है,
- दिन मे सोने से क्या होता है
- गर्मीयों मे दोपहर मे हमें सोना
चाहिए या नही
<उल्टा सोने के फायदे>
और अधिक सोने से क्या नुकसान है
या कम सोने से क्या होता है।
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*नींद न आने से–
दुखः मिलता है
शरीर सूख जाता है
दुर्बलता आती है,
अज्ञानता बढती है,
मृत्यु निकट आ जाती है,
* सुखद नीदं आने से –
सुख,मिलता है
शरीर बलवान होता है,
ज्ञान बढता है
लम्बा जीवन मिलता है,
* अत्यधिक नीदं लेने से–
सुख और आयु दोनों नष्ट हो जाते है
#दिन मे सोने से क्या होता है?
- दिन मे सोनेसे कफदोष बढता है,
- शरीर मे स्निग्धता बढती है
- वजन बढता है,
रात्रिजागण:-
रात मे जागने से रुक्षता बढती है वातदोष बढता है,
बैठ कर सोने से, झपकी लेकर सोने से न रुक्षता आती है न स्निग्धता आती है,
*गर्मियों के दोनों में वातदोष का संचय होता है आदानकाल के कारण रुक्षता आती है,
रात छोटी होती है,इसलिए दिन मे सोना हितकर है,
*अन्य ऋतुओं मे कफ विकार होते है दिन मे सोना कफकारक होता है।
#दिन मे कौन लोग सो सकते है?
अष्ठांग हृदय के श्लोक न०56 से 60 तक वर्णन है कि
अधिक बोलने से,
सवारी करने से,
शराब पीने पर,
नवविवाहित को,
क्रोध से, भय से , शोक से,
थके हुये परुष को,
श्वास, कास ,अतिसार के रोगी को,
बृद्ध , बालक , दुर्बल ,
क्षीण ,क्षयरोगी, प्यास रोग,
शूलरोग से पीडित को,
अजीर्ण रोगी , घायल ,पागल आदि को दिन में सोने की अनुमति है
#उल्टा सोने से क्या होता है?
पेट के बल सोन से पीठ में दर्द की शिकायत भी हो सकती है,वातदोष बढ जाता है,
#कुसमय सोने से कौन से रोग होते है?
मोह, ज्वर ,क्लेद ,पीनस
बहने वाला जुकाम, शिरोरोग
यानि शिर के रोग,
सुजन, जीमचलना,
तथा मन्दाग्नि हो जाती है।
धन्यवाद!
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