Guru Ayurveda

बुधवार, 17 मई 2023

वजन न बढ़ने के कारण और उपाय

 

#वजन न बढ़ने के कारण और उपाय 

#खाना खाने के बाद भी वजन क्यों नहीं बढता

#शरीर का वजन न बढने के कारण?

इस लेख मे “वजन न बढ़ने के कारण” “किन रोगों के कारण वजन नही बढता?”और “वजन बढ़ाने के लिए आयुर्वेदिक दवा”के बारे मे बात करगें.

Dr.ViernderMadhan.

#वजन न बढ़ने के कारण क्या है?

वजन न बढ़ने के कई कारण हो सकते हैं। कुछ प्रमुख कारण देखें-


*कम खाना:-

 अगर आपकी खुराक काफी कम है या आपके खाने में पर्याप्त पोषक तत्व नहीं हैं, तो आपका वजन नहीं बढ़ सकता है। शरीर को उपयोग करने के लिए पर्याप्त कैलोरी नहीं मिलती है, तो यह अपने मांसपेशियों को तरोताजा करने की जगह वजन बढ़ाने के बजाय खर्च करने मे इस्तेमाल करता है।

*तनाव और चिंता:-

 तनाव और चिंता भी वजन बढ़ाने में बाधाकारक हो सकते हैं। जब हम तनाव या चिंता में होते हैं, तो हार्मोनल प्रभाव के कारण खाने की प्रवृत्ति बदल सकती है ठीक से भोजन नही किया जाता और वजन नहीं बढ़ता है।

* थाइरॉयड:-

 थाइरॉयड ग्रंथि के अधिक निष्क्रिय हो जाने के कारण भी वजन में कमी हो सकती है। इसे हाइपोथायराइडिज़्म कहा जाता है, और इसमें मेटाबोलिज़्म कम हो जाता है, जिसके कारण वजन बढ़ने की क्षमता प्रभावित हो सकती है।

*बीमारी या दवाओं का सेवन:-

 कुछ बीमारी मे या उनकी दवाओं के कारण वजन नही बढता,

*मेडिकल कॉन्डीशन्स:-

 कुछ मेडिकल कॉन्डीशन्स, जैसे-

 डायबिटीज, 

कैंसर, 

हार्ट रोग,

 गैस्ट्रोइंटेस्टिनल रोग, 

कुछ एलर्जी, और अन्य रोग, वजन बढ़ाने की क्षमता को प्रभावित कर सकते हैं। इन रोगों के कारण आपके शरीर की मेटाबोलिक गतिविधियों में परिवर्तन हो सकता है और वजन नहीं बढ़ता है।

*एल्कोहल और नशीली दवाएं:-

 अधिक मात्रा में एल्कोहल का सेवन या नशीली दवाओं का उपयोग वजन न बढ़ने का कारण बन सकता है। ये तत्व आपके शरीर के उपाय सिस्टम को प्रभावित करके खाने की प्रवृत्ति को बदल सकते हैं और वजन नहीं बढ़ा सकते हैं।

*अनियमित और अस्वस्थ आहार:-

 अनियमित और अस्वस्थ आहार भी वजन न बढ़ने का कारण हो सकता है। अगर आपके आहार में पर्याप्त मात्रा में पोषक तत्व नहीं हैं या आपका आहार तेजी से पाचन हो जाता है, तो वजन नहीं बढ़ता है।

*व्यायाम की कमी:-

 अगर आप रोज व्यायाम नहीं करते हैं या आराम

पूर्वक में रहते हैं, तो यह वजन न बढ़ने का कारण बन सकता है। व्यायाम शरीर के मेटाबोलिज़्म को बढ़ाता है, स्ट्रेंथ बढ़ाता है और संपूर्ण शारीरिक स्वास्थ्य को बढ़ाता है। यदि आप व्यायाम नहीं करते हैं, तो आपका वजन नहीं बढ़ सकता है।

*जीवनशैली और दिनचर्या:- 

आपकी जीवनशैली और दिनचर्या भी वजन न बढ़ने का प्रभाव डाल सकती है। यदि आप अधिक समय बैठे रहते हैं, सक्रिय नहीं रहते हैं, नियमित नींद नहीं लेते हैं, और स्वास्थ्यप्रद आदतों को अनदेखा करते हैं, तो वजन नहीं बढ़ सकता है।

*आनुवंशिक कारण:-

 कुछ लोगों में आनुवंशिक गुणों के कारण वजन नहीं बढ़ता है। यदि आपके परिवार में इस समस्या से संबंधित कोई इतिहास है, तो इसका भी प्रभाव हो सकता है।

#किन रोगों के कारण वजन नही बढता?

वजन कम होने के कई कारण हो सकते हैं, जैसे कि यदि किसी व्यक्ति का वजन नहीं बढ़ रहा है, तो इसके पीछे कुछ संभावित कारण शामिल हो सकते हैं। यहां कुछ ऐसे रोग या स्थितियाँ हैं जिनके कारण वजन नहीं बढ़ सकता है:

*थायराइड प्रशमन (हाइपोथायराइडिज्म):- 

थायराइड ग्रंथि की समस्या से प्रभावित होने पर वजन बढ़ने में कठिनाई हो सकती है। थायराइड हार्मोन की कमी वजन बढ़ाने के प्रक्रिया को प्रभावित कर सकती है।

*डायबिटीज (मधुमेह):-

 मधुमेह रोगी जो इंसुलिन की कमी के कारण उपचार करते हैं, उनका वजन कम हो सकता है। इंसुलिन की कमी वजन नियंत्रण में असमर्थता ला सकती है और वजन बढ़ाने को रोक सकती है।

*कैंसर:-

 कुछ कैंसर प्रकार वजन कम होने का कारण बन सकते हैं। अस्थायी या स्थायी सर्जरी, रेडिएशन या कीमोथेरेपी द्वारा उपचार के दौरान व्यक्ति का वजन घट सकता है।

*खाना खाने की स्थिति मे न होना:-

 कई रोग या स्थितियाँ व्यक्ति को खाने जाने मे असमर्थ बना सकती हैं, जिसके कारण उनका वजन नहीं बढ़ता है। इसमें दांतों के संबंधित समस्याएं, मुंह और गले के संक्रमण, पाचन तंत्र की समस्याएं शामिल हो सकते हैं।

*गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल रोग (GI Disorders):-

 कुछ गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल रोग जैसे कि क्रोन रोग और कोलाइटिस आहार को प्रभावित कर सकते हैं और इससे वजन कम हो सकता है।


*मनोचिकित्सा रोग:-

 चिंता, डिप्रेशन, अवसाद और अन्य मनोचिकित्सा रोग व्यक्ति के भोजन प्रवृत्तियों को प्रभावित कर सकते हैं, जिससे वजन बढ़ने में कठिनाई हो सकती है।

*इंफेक्शन और परजीवी संक्रमण:-

 कुछ इंफेक्शन और परजीवी संक्रमण जैसे कि टीबी, एचआईवी, मलेरिया, टॉपिकल स्प्रू, परजीवी जीनेरा इत्यादि व्यक्ति का वजन बढ़ने में असमर्थता ला सकते हैं।

#वजन बढ़ाने के लिए आयुर्वेदिक दवा:-

आयुर्वेदिक दवाओं का उपयोग किया जा सकता है, लेकिन यह महत्वपूर्ण है कि आप इन्हें किसी प्रशिक्षित आयुर्वेदिक विशेषज्ञ के सलाह पर ही उपयोग करें, क्योंकि हर व्यक्ति की प्रकृति और अवस्था अद्वितीय होती है। आयुर्वेद में, वजन बढ़ाने के लिए व्यक्ति की आहार और जीवनशैली में परिवर्तन करने की सलाह दी जाती है।

यहां कुछ आयुर्वेदिक दवाएं हैं जिन्हें वजन बढ़ाने के लिए सुझाया जा सकता है, लेकिन इनका उपयोग करने से पहले अपने वैद्य से परामर्श करें:

*अश्वगंधा (Ashwagandha):-

 यह जड़ी-बूटी तंत्रिका को पौष्टिक बढ़ावा देने और वजन बढ़ाने में मदद करने के लिए जाना जाता है। इसका सेवन वजन बढ़ाने के लिए संक्रमण व संप्रेषण को बढ़ा सकता है।

*शतावरी (Shatavari):-

 यह पौष्टिक जड़ी-बूटी होती है जिसे वजन बढ़ाने में उपयोग किया जाता है। इसे वजन बढ़ाने के लिए आहार में शामिल करने के लिए ताजगी से उपयोग किया जा सकता है। इसके अलावा शतावरी प्रोटीन और विटामिन्स को बढ़ाने में भी मदद कर सकती है, जो वजन बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण होते हैं।

*अजवाइन (Ajwain):- 

अजवाइन वजन बढ़ाने के लिए उपयोगी हो सकती है। इसे तवा में भूनकर और फिर उसे पीसकर शहद के साथ सेवन किया जा सकता है। अजवाइन में पौष्टिक तत्व मौजूद होते हैं जो पाचन प्रक्रिया को सुधारकर वजन बढ़ाने में मदद कर सकते हैं।

*अंजीर (Anjeer):-

 अंजीर में ऊर्जा, प्रोटीन, और पोषक तत्वों की अच्छी मात्रा होती है। इसे रोजाना सोखकर खाने से वजन बढ़ाने में मदद मिल सकती है।

*आमला (Amla):-

 आमला शक्तिशाली वजन बढ़ाने और पोषण प्रदान करने वाली आयुर्वेदिक दवा है। इसे स्वास्थ्य बढ़ाने, पाचन प्रक्रिया को सुधारने, और वजन बढ़ाने के लिए उपयोग किया जा सकता है।


यदि आप वजन बढ़ाने के लिए किसी आयुर्वेदिक दवा का सेवन करना चाहते हैं, तो इसे अपने आयुर्वेदिक वैद्य से परामर्श करें। वे आपकी प्रकृति, मेडिकल हिस्ट्री, और वर्तमान स्थिति के आधार पर आपको सबसे उपयुक्त दवा और खाद्य सामग्री की सलाह देंगे। वे आपको सही मात्रा, दिशा, और समय के साथ सेवन करने की भी दिशा-निर्देश प्रदान करेंगे।

इसके अलावा, वजन बढ़ाने के लिए आप निम्नलिखित सामान्य सुझावों का अनुसरण कर सकते हैं:

#वजन बढाने के लिए क्या करें?

*पौष्टिक आहार:-

 अपने आहार में पौष्टिक और कैलोरी भरपूर खाद्य सामग्री शामिल करें। अधिक प्रोटीन, सही प्रकार के प्रतिस्थापनीय पदार्थ, गर्म तेल, नट्स, दूध, पनीर, और दालें शामिल करें।

*स्वस्थ तेलों का सेवन:-

 घी, सरसों का तेल, और नारियल का तेल जैसे स्वस्थ तेलों का उपयोग करें। इनमें प्राकृतिक तत्वों की अच्छी मात्रा होती है जो वजन बढ़ाने में मदद कर सकती हैं।

*व्यायाम:-

 वजन बढ़ाने के लिए बार बेल, वजन ट्रेनिंग, और मसल टोनिंग व्यायाम करें। यह मांसपेशीय बढ़ाने और मांसपेशियों को स्थूलता देने में मदद कर सकते हैं। आपके आयुर्वेदिक वैद्य आपके लिए सही व्यायाम प्रणाली और संशोधित कार्यक्रम सिफारिश करेंगे।

*विश्राम और निद्रा:-

 पर्याप्त आराम और निद्रा प्राप्त करें। यह शरीर को स्थायीकृत करने और मांसपेशियों का विकास करने में मदद करेगा।

*स्ट्रेस का प्रबंधन:-

 स्ट्रेस को संयंत्रित करने के लिए योग, ध्यान, और प्राणायाम जैसी तकनीकों का उपयोग करें। स्ट्रेस के कारण वजन घट सकता है, इसलिए इसे प्रबंधित करना महत्वपूर्ण है।

धन्यवाद!

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें