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सोमवार, 11 अप्रैल 2022

कॉर्न|गोखरू क्या हैफुट?In hindi.

 #  फूटकॉर्न|गोखरू क्या है?In hindi.


Dr.VirenderMadhan

फुट कॉर्न को बनियन्स (Bunions) भी कहते हैं। इसे “गोखरू” और डील नाम से भी जानते है।

#फूटकोर्न किसे कहते है?

आयुर्वेद के अनुसार मानव शरीर में वात और कफ दोष के असंतुलन के कारण फुट कॉर्न होते हैं।

फुट कॉर्न, त्वचा की एक मोटी परत होती है, जो घर्षण, रगड़ और दबाव के कारण प्रतिक्रिया करके त्वचा में (खासकर पैरों के तलवे में) उत्पन्न होने लगती हैं। कॉर्न के कारण चलने पर दर्द होता है।

#फूटकोर्न कैसा होता है?

>> गोखरू|कॉर्न्स अक्सर छोटे-छोटे, परतदार गोल चक्र के आकार के होते हैं, जो आम तौर पर पैरों की उंगलियों के ऊपर, बराबर में या तलवे पर होते हैं। फुट कॉर्न अक्सर दुबले-पतले लोगों के पैरों में होते हैं, 

#गोखरू|फुटकोर्न किसे होता है?

 - जो लोग सही फिटिंग के जूते नहीं पहनते हैं या

-  जिनके पैरों में पसीना आता है या 

- जो दिन में ज्यादातर समय खड़े रहते हैं, उन लोगों में यह समस्या काफी आम होती हैं। फुट कॉर्न पुरूषों की तुलना में महिलाओं को ज्यादा होता है। 

  

फुटकोर्न के लक्षण

एक कठोर तथा ऊपर की तरफ उठा हुआ उभार (गांठ आदि),

प्रभावित त्वचा खुरदरी तथा मोटी होना,

त्वचा पर सूखी या मोम जैसी परत बनना,

त्वचा के अंदर दर्द या छूने पर दर्द महसूस होना,

चलने या अन्य गतिविधियां करते समय दर्द महसूस होना, इत्यादि।

फुटकोर्न के कारण

- पैरों की त्वचा में कुछ कॉर्न्स ठीक तरीके से न चलने के कारण भी होता है, 

- ज्यादातर फुट कॉर्न का कारण ठीक साइज के जूते ना पहनना ही होता है।

- ऊंची एड़ियों के जूते पहनना भी ऐसी स्थिति पैदा करने का एक मुख्य कारण माना जाता है, 

- नंगे पैर चलना भी कारण बनता है।

-अन्य कारण

*पैरों तथा उनकी उंगलियों की संरचना में असामान्यता।

*चलने में असामान्यता।

*खराब फिटिंग के जूते या मौजें।

*किसी उपकरण, औजार या इंस्ट्रूमेंट्स आदि का इस्तेमाल करना, 

*जिससे पैर की किसी एक जगह दबाव पड़ता हो।

*बिना जुराबों के जूते या सैंडल आदि पहनना, इससे पैरों में घर्षण बढ़ता है।

*नियमित रूप से नंगे पैर चलना, ऐसे में पैर खुद को बचाने के लिए त्वचा की मोटाई बढ़ाने लगते हैं।

*दोहराने जाने वाली गतिविधियां, जैसे एक ही तरीके से चलना या दौड़ना।

*कुछ प्रकार के व्यवसाय, जैसे खेतों या गार्डन आदि में काम करने वाले लोग।

*वृद्धावस्था, क्योंकि इस उम्र में त्वचा में फैटी टिश्यू कम हो जाते हैं, 

*जिससे त्वचा में गद्दापन (Padding) कम हो जाता है। जिससे फुट कॉर्न आदि विकसित होने का जोखिम बढ़ जाता है। 

#ट्रीटमेंट ऑफ फुट कॉर्न|कॉर्न को ठीक करने के लिए घरेलू इलाज (Home Remedy To Cure Corn)

प्यूमिक स्टोन (Pumice Stone)

प्यूमिक स्टोन से रगडें फिर कैस्टर आयल लगायें।

मुलेठी (Mulethi)

पैर धोकर मुलहठी का लेप करें।

सेंधा नमक (Rock Salt)

सेंधानमक के पानी से धाये।

सफेद सिरका (White Vinegar)

सफेद सिरका या सेब का सिरका (Apple Cider Vinegar) कुछ दिनों तक लगायें।

लहसुन (Garlic) का पेस्ट बनाकर प्रयोग करें।

#फूटकोर्न से बचने के लिए क्या करें।?

**  उचित साइज के जूतें पहनने चाहिए।

* पैरों को हर शाम को साबुन और पानी के साथ धोएं, पैरों को धोने और अच्छी तरह से सुखाने के बाद उन पर तैल क्रीम लगाएं।


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