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मंगलवार, 22 फ़रवरी 2022

#गर्दन दर्दNack Pain.dr.virender madhan.in hindi.


 #गर्दन दर्दNack Pain.

dr.virender madhan.in hindi.

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#Dr_Virender_madhan.

#गर्दन और कंधे में दर्द क्यों होता है?

कारण:-

 पीठ के ऊपरी हिस्‍से यानि गर्दन और कंधे में दर्द होने का सबसे बड़ा कारण है सही से न बैठना, सही से आसन से न सोना।

 *रात को सोते समय गलत तकिया की वजह से यह दर्द हो सकता है ।

*कई बार हमारी दिनचर्या भी गर्दन में दर्द का कारण बन जाती है.

* कोई पुरानी चोट भी इसकी वजह हो सकती है.

- इसके अलावा गलत तरीके से उठना-बैठना, लेटना या फिर बहुत मोटी तकिए का इस्तेमाल करना इस दर्द और अकड़ का कारण हो सकता है. इसके अलावा कई घंटों तक एक ही मुद्रा में बैठे रहने से भी गर्दन में दर्द हो सकता है.


** गर्दन, कंधों और आसपास की मांसपेशियों में दर्द सामान्य या गंभीर होता है। इससे सिर में दर्द, सुन्नता, कठोरता, अकड़ जाना, झुनझुनी, कुछ भी निगलने में दर्द होना और सूजन आदि जैसी समस्याएं हो सकती हैं। 

*मांसपेशियों में तनाव और खिचाव आना, बिना ब्रेक लिए घंटों तक काम करते रहना, *सोते समय गर्दन की अवस्था गलत हो जाना और व्यायाम के समय गर्दन में मोच आ जाना आदि शामिल हैं।


अन्य कारण-

 जैसे पोषक तत्वों की कमी, गर्दन की चोट, सर्विकल स्पोंडिलोसिस आदि शामिल हैं। कही कही मामलों में ये समस्या स्पाइन के संक्रमित होने के कारण और स्पाइन में कैंसर होने की वजह से भी होती है। 


#सर्वाइकल के क्या क्या लक्षण होते हैं?

 

- हाथ-पैरों में कमज़ोरी और 

- सूजन 

- चलने-फिरने में दिक्कत 

- ऐंठन होना 

- आंतों की प्रक्रिया में बदलाव 

- गर्दन में झटका या दबाव 

- चोट के कारण 

- रीढ़ में खिंचाव


#गर्दन के दर्द होने पर क्या करें उपाय ?


- जब गर्दन के पीछे दर्द ज्यादा बढ़ जाए, तो पानी को हल्का गर्म कर लें और उसमें नमक डालकर सूती कपड़े से गर्दन की सिकाई करें।  

» [आप डॉक्टर से भी सलाह ले सकते हैं]

- घर पर आप हिंग और कपूर बराबर मात्रा में ले थोडे से सरसों के तैल मे मिला कर रगडकर क्रीम सी बनाकर गर्दन पर लगाये।

- अदरक का पानी में पेस्ट बना कर गर्दन पर दर्द वाले स्थान पर. लगा सकते है।

- किसी तैल से गर्दन पर हल्के हाथों से मालिस कर सकते है।

- गर्म पानी मे कपडा भिगोकर सेक सकते है .

- गर्म पानी से ही स्नान करें।

-किसी एक्सपर्ट से पुछ कर गर्दन की एक्सरसाइज करें।

#गर्दन दर्द के लिए आयुर्वेदिक औषधियों:-

*अभ्यगं- 

- न्यूमोस आयल (गुरु फार्मास्युटिकल)

- महानारायण तैल

-प्रसारिणी तैल आदि की गर्दन पर हल्के हाथों से मालिस करें।


* रुक्ष स्वेदन:-

-गर्म कपडे से.

- गर्म पानी की बोतल से.

-हथेली रगड कर सेक कर सकते है।

* नस्य:-

वेल, कालीमिर्च, बला का तैल मे नस्य बनाकर रोगी को नस्य दे।

-षडबिंदूतैल का नस्य दे सकते है।

*अन्य औषधीय प्रयोग:-

रसौनाक्षीर का प्रयोग

दशमूल क्वाथ या

दशमूलारिष्ट का प्रयोग

- लाक्षादिगुग्गुल-

- महायोगराज गुग्गुल

- महावातविध्वंन रस

-वृहतवातचिन्ता मणी रस

#क्या करें क्या न करें?

{पथ्यापथ्य}

-आहार में मटर, गोभी, करेला, - दालें न खायें।

- जामुन-सुपारी न खाये।

अधारणीय वेग धारण न करें यानि जैसे 

- छींक, 

डकार,जम्भाई,मल-मूत्र आदि वेगों को न रोकें।

- दिन मे न सोये

- रात्रि मे देर तक न जागे।

-व्यायाम, व्रत, अधिक पैदल न चलें।

- सिर या हाथ से वजन न उठायें।


#drvirendermadhan




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