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सोमवार, 28 फ़रवरी 2022

क्या है अल्परक्त दाब (Hypotension) Dr.Virender Madhan.in hindi.



 अल्प रक्तदाब (Hypotension)

#Dr_Virender_Madhan.

»क्या होता है Hypotension?

» परिचय:-

अल्प रक्तदाब को हीनरक्त दाब, क्षीण व्यानबल,आदि नामों से जानते है।

जब किसी व्यक्ति का सिस्टोलिक ब्लडप्रेशर 100mm और डायस्टोलिक ब्लड प्रेशर 60 mm से कम हो तो उसे लो ब्लडप्रेशर, अल्परक्त दाब,हीन रक्तदाब जाना जाता है।

- लो ब्लड प्रेशर(Low Blood Pressure) आपको दिल की होने वाली बीमारियों का भी संकेत देता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि खून का बहाव यानी फ्लो सीधे-सीधे तौर पर दिल की पम्पिंग की क्रिया पर निर्भर करता है। दिल की दिक्कतें शरीर में बहुत सारी समस्याएं खड़ी करा सकती हैं। क्योंकि अंगों तक यदि पर्याप्त खून नहीं पहुंचेगा। तो वे अंग धीरे-धीरे काम करना बंद कर देता है।


#Hypotension के कारण:-


- लो बी.पी. इंसान को किसी भी कारण से हो सकते हैं जैसे शरीर में पानी की कमी, दवाई का असर, सर्जरी या गंभीर चोट, आनुवंशिक या जेनेटिक, स्ट्रेस लेना, ड्रग्स का सेवन, खान पान की बुरी आदतें, ज्यादा समय तक भूखा रहना या अनियमित खान पान आदि।


*औषधियों के कारण:-

- कुछ एलोपैथी दवा के कारण रोगियों के रक्तचाप अल्पता हो जाती है।


#संक्रमण के कारण?

- शरीर मे कोई संक्रमण हो तो भी बी.पी कम हो सकता है हृदय,वृक्क,आदि ओरगनस के संक्रमण से अधिकतर B.P.Low हो जाता है हृदयरोग  मे भी बी.पी. प्रभावित होता है।


*रक्तस्राव के कारण-

- अधिक रक्तस्राव होकर बी.पी इतना कम हो सकता है कि रोगी की मृत्यु तक हो सकती है .

*कुपौषण के कारण:-


कुपौषण भी इस रोग का बडा कारण है.पौष्टिक आहार नही होगा या पौष्टिक आहार नही खायेंगें तो रक्ताल्पता होगी उसके बाद रक्तदाब अल्पता हो जाती है। 


अन्य कारण :-

- जैसे लगातार खडे रहने से, लू लग जाने से, रक्तवाहिनियों के फूल जाने से आन्त्रशोथ मे, चिंता करने से ,गर्भावस्था में ब्लड प्रेशर कम हो जाने की सम्भावना अधिक होती है।

अत्यधिक व्रत करना भी एक कारण बन जाता है।


#Hypotension के लक्षण:-


* सिरशूल ,चक्कर आना।

*किसी भी कार्य में दिल न लगना।

* हाथ-पैर ठण्डे होना।

*भुख की कमी।

*आंखों के सामने अंधेरा छा जाना।

*मूत्र कम आना.

*थोडे से काम करने से सांस फूलना।

*रोगी चुपचाप रहता है।

*रोगी की आंखें अंदर धस जाती है।

*मांसपेशियों मे ऐंठन रहती है।


#शास्त्रोक्त आयुर्वेदिक औषधियां:-

*बादाम पाक:- 1-1 चम्मच प्रातः सांय काल दूध के साथ लें।

*मकरध्वज वटी :-1-1गोली दिन में 2 बार दूध के साथ लें।

*मृतसंजीवनी सुरा 2-2 चम्मच बराबर मात्रा में पानी मिलाकर दिन में 2बार लें।

*नवजीवन रस 1-1 गोली दिन में2 बार दूध से ले।

*द्राक्षावलेह 10-10 ग्राम प्रात सांयकाल दूध से लें।

*ब्राह्म रसायन:-1-1 चम्मच प्रात सांय काल दूध से लें।

*अश्वगंधा चूर्ण 1-1 चम्मच प्रात सांय काल दूध से लें।

*लोहासव 3-3चम्मच बराबर पानी मिलाकर भोजन के बाद दिन में 2बार लें।

*मकरध्वज रसायन:-

1-1 गोली दिन में 2 बार दूध से ले।

#लो बी०पी०मे क्या घरेलू उपाय करें ?

*बादाम 2, छुवारे 2 ,किसमिश 20 ,अश्वगंधा चूर्ण 1चम्मच ,250 ग्राम दूध, 250 पानी मिलाकर खुब उबालें दूध मात्र रहें बाद मे पीले.

*काले चने 50 ग्राम. किसमिस40  लेकर रात मे पानी मे भिगो लें सवेरे नाश्ते के रूप मे खालें।

*बी०पी०अधिक कम होने पर बायें करवट चुपचाप लेटा रहे।

*सुखे आंवला का चूर्ण बराबर मिश्री मिलाकर 10 ग्राम दूध के साथ रोज लें।

आमलकी रसायन 10 ग्राम रोज खायें।

*आंवला रस मे बराबर शहद मिलाकर 20 ग्राम सवेरे सायं लेने से अल्परक्त दाब ठीक हो जाता है।

*गोदंती हरिताल भस् 4ग्राम, स्वर्णमाक्षिक और मृगश्रृंग भस्म 2-2 ग्राम

सुतशेखर रस 1ग्राम लेकर सभी को मिलाकर पीस कर रख लें।

इसमे से 125-250 मि०ग्राम दिन मे 3बार दूध से लें।


पथ्यापथ्य:-

#क्या खायें क्या न खायें ?


*याद रहे रोगी को रक्त की कमी होती है अतः रोगी को पौष्टिक भोजन दें।प्रोटीन युक्त भोजन अधिक खाने को दें।

*दूध , अण्डे, पनीर, मक्खन, बादाम, मांस रस, आदि भोजन मे दें।

*चिंता नहीं करें.

*आराम करें.

*डाइट् और लाइफस्टाइल में बदलाव करें।

*खाने में नमक की मात्रा सामान्य रखें।

* दिनभर में पानी या किसी अन्य तरह का तरल पदार्थ को उचित मात्रा में लेते रहे। 

* दूध, मट्ठा, जूस, लस्सी आदि,जरुर लेते रहें।

* एक झटके से अचानक नीचे से ऊपर की ओर न उठें।

धन्यवाद!

#डा०वीरेंद्र मढान।


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