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शनिवार, 28 मई 2022

थायरॉइड को कैसे ठीक करें?गुरु आयुर्वेद F.in hindi.

 थायरॉइड को कैसे ठीक करें?गुरु आयुर्वेद F.in hindi.

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#थायरॉइड क्या होता है?हिन्दी में



Thyroid kya hota hain ?In hindi.

Dr.VirenderMadhan.

#Thyroid kya hota hain ?In hindi.

 एक तितली के आकार (butterfly-shaped organ) थायराइड  की ग्रंथि होती है जो गर्दन में श्वासनली (विंडपाइप) के सामने होती है। थायराइड का कार्य हार्मोन को स्रावित करना है  थायरोक्सिन (T4) और ट्राईआयोडोथायरोनिन (T3) थायराइड हार्मोन हैं। जो बॉडी फंक्शन को बदलता और मैनेज करता है।

 जब भी हार्मोन में अचानक से उतार-चढ़ाव होता है, तो कई लक्षण दिख सकते हैं, 

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</>https://youtu.be/Aq1r8ddZTHs

#थायराइड में क्या प्रॉब्लम होती है?

हमेशा थकान ,

गर्दन में सूजन, 

वजन तेजी से बढ़ना, 

 गुस्सा आना, 

स्किन ड्राई होना , 

ठंड लगना और डिप्रेशन होना शामिल है।

  दुसरी तरफ हाइपोथायराइड( Hypothyroid) होता है

 जिसमे वजन तेजी से गिरता जाता है। 

तेज धड़कन , 

कमजोरी, 

बालों का झड़ना, 

पसीना ज्यादा आना है।

# थायराइड के आरम्भ मे लक्षण क्या होते हैं?

थायरॉइड बढ़ जाए तो गर्दन में सूजन हो सकती है. 

- मांसपेशियों में, शरीर के जोड़ों में अक्सर दर्द रह सकता है.

* हाइपोथायरॉइड में त्वचा में रूखापन आ सकता है.

बालों का तेजी से झड़ना, 

कब्ज की समस्या सकती है

#थायराइड के लिए आयुर्वेदिक दवा: 

- अश्वगंधा ( विथानिया सोम्निफेरा ) एक एडाप्टोजेन जड़ी बूटी है जो आपके तनाव के स्तर को भी दूर करती है।

अश्वगंधा में थायराइड ग्रंथियों से निकलने वाले हार्मोन्स को संतुलित करने का गुण है। एंटीऑक्सीडेंट से भरा अश्वगंधा ग्रंथी को सही मात्रा में हार्मोन उत्पादन करने में मदद करता है। हार्मोन संतुलन के साथ ही अश्वगंधा इम्यून सिस्टम को भी मजबूत करता है।

- काचनार की छाल का चूर्ण या काढा पीयें।

- जलकुंभी और सहजन दो ऐसी जड़ी बूटियां हैं, जो शरीर में आयोडीन के स्तर को बढ़ाने में मदद करते हैं। 

- धनिया और जीरक का प्रयोग लाभकारी है। धनिया को चाय तरह पकाकर ले सकते है।

जीरे को भुन कर पानी से ले सकते है।

अदरक का काढा भी काफी कारगर हो सकता है

# थायराइड के लिए कौन सी आयुर्वेदिक दवा है?

आरोग्यबर्द्धिनी बटी,

मेदाहर बटी,

स्लिम-सी कैपसूल

कांचनार गुग्गुल वटी और वृद्धिवाटिका वटी 2-3 गोली ले लें। 

अगर बच्चे को हैं तो 1-2 गोली सेवन कराए।

रोजाना सुबह गौमूत्र अर्क का सेवन करे

- त्रिफला चूर्ण तथा त्रिकुटा चूर्ण दोनों मिलाकर सेवन करे।

- अश्वगंधा और गिलोय की 1-2 गोली का लें।

- सुबह एलोवेरा और आंवला का जूस पिएं।

- बहेड़ा सजून और दर्द कम करने में करे मदद।

-मुलेठी- 

मुलेठी थायराइड ग्रंथि को संतुलित करन में मदद करता है और थकान को मिटाता है.

#थायराइड मे क्या खायें क्या न खायें?

- थायराइड मरीजों को चावल ब‍िल्‍कुल नहीं खाना चाह‍िए। इसमें चावल में ग्‍लूटेन प्रोटीन होता है जो एंटीबॉडीज को कम देता है 

- तली भुने भोजन न करें।

- दिन मे न सोयें।

- थोड़ा व्यायाम जरुर करें।

- फास्टफूड, कोल्डड्रिंक आदि न लें।

#थायराइड में कौन कौन से फल खाने चाहिए?

जामुन, स्ट्रॉबेरी, ब्लूबेरी और रास्पबेरी को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं.

नोट:- किसी भी औषधि का प्रयोग करने से पहले अपने आयुर्वेदिक चिकित्सक से सलाह अवश्य करलें।

धन्यवाद!




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