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सोमवार, 20 जून 2022

#पिंपल्स में काम करने वाले 15 गुपचुप तरीके,आयुर्वेदिक उपाय.in hindi.

 #पिंपल्स में काम करने वाले 15 गुपचुप तरीके,आयुर्वेदिक उपाय.in hindi.

#कील मुंहासों के कारण,लक्षण, और उपाय जाने हिंदी में।



How To Become Master Of Pimples In 6 Steps?

#कील मुंहासों के कारण,लक्षण, और उपाय जाने हिंदी में।

> कील मुंहासों के नाम.

- कील-मुहांसे,युवानपिंडिका, पिम्पलस, आदि नाम से जाना जाता है।

#कील मुहांसे क्यों होते है?

- मुहांसे|पिंपल्स होने की एक और वजह प्रदूषण और धूल मिट्टी है जिसकी वजह से चेहरे पर गंदगी जम जाती है और इससे कील-मुंहासे हो जाते हैं। 

- मुँहासे तब होते हैं जब त्वचा के छोटे-छोटे छिद्र, जिन्हें रोम या हेयर फॉलिकल्स कहा जाता है, बन्द हो जाते हैं। वसामय ग्रंथि (Sebaceous glands) आपकी त्वचा की सतह के पास पाई जाने वाली छोटी ग्रंथियाँ हैं। ये ग्रंथियाँ बालों के हेयर फॉलिकल्स से जुड़ी होती हैं जो कि त्वचा के वो छोटे छिद्र हैं जिनमें से बाल उगते हैं।

-  चेहरे पर पिंपल निकलने की समस्या अधिकतर टीनएज मे देखी जाती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि इस उम्र में हमारे शरीर में हॉर्मोनल तेजी से बदलाव हो रहे होते हैं। इस कारण हॉर्मोन्स लेवल डिस्टर्ब होने से हमारी स्किन पर पिंपल्स उगने लगते हैं। 

#जीवनशैली के खराब होने से:-

-गलत खानपान

 आजकल फास्ट फूड ( Fast Food ) और जंक फूड ( Junk Food ) का खाने का ट्रेंड काफी बढ़ गया है। इससे शरीर को काफी नुकसान होते हैं। फास्ट फूड या जंक फूड खाने से पाचनतंत्र( Digestive System ) पर असर तो पड़ता  है, फास्ट फूड के मसालों में काफी ज्यादा गर्मी होती है कई प्रकार के केमिकल (Chemical ) होते हैं। इसके साइड इफेक्ट के रूप में कील मुंहासे चेहरे पर नजर आने लगते हैं, जो कई बार चेहरे पर दाग छोड़ जाते हैं।

-पानी की कमी से

 पानी की कमी होने से भी चेहरे पर कील मुहासे बढ़ जाते हैं और ये लंबे समय तक चेहरे को नुकसान पहुंचाते रहते हैं। जब आप सही मात्रा में पानी नहीं पीते तो आपकी त्वचा का पीएच लेवल कम होने लगता है। जिसके कारण आपकी त्वचा में कील मुंहासे ज्यादा निकलने लगते हैं। 

-प्रदूषण का प्रभाव

 चेहरे की स्किन ज्यादा संवेदनशील होती है। ऐसे में कील मुंहासे होने का बड़ा कारण हमारे आसपास फैला ( Pollution )प्रदूषण भी होता है, जब आप घर से बाहर निकलते हैं धूल मिट्टी और धुआ आपकी त्वचा को नुकसान पहुंचाता है। 

मीठे पर्दाथों के कारण :-

 खाने में मीठी चीजें ज्यादा खाने से भी चेहरे पर कील मुहांसों की समस्या बढ़ जाती है। किसी भी चीज़ में मीठा स्वाद बनाने के लिए आप शहद या मिश्री का इस्तेमाल कर सकते हैं।

-पेट की खराबी के कारण:-

हमें होने वाली 80 फीसदी बीमारियां उसकी पेट की खराबी के कारण होती हैं।अगर आपका पाचन ठीक नहीं हैं तो भी आपके चेहरे पर कील मुहांसे हो सकते हैं। 

- केमिकल युक्त कॉस्मेटिक्स:-

 केमिकल युक्त कॉस्मेटिक्स का इस्तेमाल करते हैं तो कुछ समय बाद ये आपके चेहरे को खराब हो सकता है, जिसके कारण चेहरे पर दाग धब्बे और कील मुहांसे होने लगते हैं। 

-  एक बड़ा कारण “धूप"है

  धूप में ज्यादा रहने से सूर्य की अल्ट्रावायलेट किरणों के कारण भी कील मुंहासे ज्यादा होने लगते हैं, साथ ही सन बर्न भी हो जाता है। 

#कील मुहांसों के उपाय:-

* चेहरे को अच्छी तरह से धोकर पिंपल्स पर शहद लगाकर मसाज करें. इसके अलावा ग्रीन टी पीने से कील-मुंहासों से आराम मिलता

है. 

* खाने में नींबू का इस्तेमाल करें. पानी में नींबू निचोड़कर पी यें 

* मुंहासों के दाग-धब्बे हटाने के  लिए 1 चम्मच बेसन, गुलाब जल व आधा चम्मच नींबू का रस मिलाकर पेस्ट बना लें. इस पेस्ट को दाग-धब्बों पर लगाएं और सूखने के बाद पानी से धो लें. 

* मुल्तानी मिट्टी से उपचार

8-10 ग्राम मुल्तानी मिट्टी एक कटोरे में ले लें और उसमें दो चम्मच कच्चा दूध मिलाएं, एक चम्मच गुलाब जल डालें और उसका अच्छी तरह से पेस्ट बना लें। इस पेस्ट को अपने चेहरे पर लगायें और 20 से 25 मिनट रहने दें और फिर ठंडे पानी से अपना चेहरा धो लें। 

* बेसन से उपचार

  बेसन 10 ग्राम में आधा नींबू निचोड़ कर उसमें एक चम्मच शहद डालें। इसके बाद इसमें दो से तीन चम्मच कच्चा दूध मिलाएं और इसका पेस्ट बना लें। चहेरे पर 20 से 25 मिनट रहने दें और फिर चेहरे को धो लें .

* एलोवेरा से उपचार

एलोवेरा जेल चेहरे पर रगडें  

* केले से उपचार

 केले का छिलका और उसके अंदरूनी भाग से अपने चेहरे पर रगड़ना है और जहां जहां आपके कील मुंहासे हैं वहां पर अच्छी तरह से इसे रगड़ लें, यह अच्छा कारगर उपाय है। 

#आयुर्वेदिक उपचार-

* मसूर की दाल 2 चम्मच लेकर बारीक पीस लें। इसमें थोड़ा सा दूध और घी मिलाकर फेंट लें और पतला-पतला लेप बना लें। इस लेप को मुंहासों पर लगाएं।

* गाय के ताजे दूध में एक चम्मच चिरौंजी पीसकर इसका लेप चेहरे पर लगाकर मसलें। सूख जाने पर पानी से धो डालें।

* सोहागा 3 ग्राम, चमेली का शुद्ध तेल 1 चम्मच। दोनों को मिलाकर रात को सोते समय चेहरे पर लगाकर मसलें। सुबह बेसन को पानी से गीला कर गाढ़ा-गाढ़ा चेहरे पर लगाकर मसलें और पानी से चेहरा धो डालें।

* लोध्र, वचा और धनिया, तीनों 50-50 ग्राम खूब बारीक पीसकर रख लें। एक चम्मच चूर्ण थोड़े से दूध में मिलाकर लेप बना लें और कील-मुंहासों पर लगाएं। आधा घण्टे बाद पानी से धो डालें।

* शुद्ध टंकण और शक्ति पिष्टी 10-10 ग्राम मिलाकर एक शीशी में भर लें। थोड़ा सा यह पावडर और शहद अच्छी तरह मिलाकर कील-मुंहासों पर लगाएं।

* सफेद सरसों, लोध्र, वचा और सेन्धानमक 25-25 ग्राम बारीक चूर्ण करके मिला लें ो एक चम्मच चूर्ण पानी में मिलाकर लेप बना लें और कील-मुंहासों पर लगाएं।

* साफ पत्थर पर पानी डालकर जायफल घिसकर लेप को कील-मुंहासों पर लगाएं।

* कूठ, प्रियंगु फूल, मजीठ, मसूर, वट वृक्ष की कोंपलें  लोध्र, लाल चन्दन, सब 10-10 ग्राम बारीक चूर्ण करके मिला लें। एक चम्मच चूर्ण पानी के साथ पीसकर लेप बना लें। इसे कील-मुंहासों पर लगाएं।

धन्यवाद!




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