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सोमवार, 11 जुलाई 2022

क्यों आती है बार बार डकारें?In hind.

 #बार-बार डकार आना।



#क्यों आती है बार बार डकारें?In hind.

बार-बार डकार आना।

Dr.VirenderMadhan.

</>डकारें आने के कारण:-

* पाचन मे गडबडी होना,

* यकृत विकार होना,

* आंत्र मे संक्रमण होना,

* कब्ज का होना,

* कुआहार होना,

* चिंता होना,

#पाचन मे गडबडी होना,

- भोजन के पाचन मे गडबड होने से पेट मे गैस बनती है अत्यधिक गैस होने के कारण डकारें आने लगती है कभी खट्टी डकारें आती है तो कभी बुदबूदार डकारें आती है।

>यकृत विकार होना,

- यकृत विकार होने पर या तिल्ली विकार होने पर भोजन का पाचन ठीक से नही होता है फलस्वरूप पेट मे गैस बनती है फिर डकारें आने लगती है रोग बढने पर ये डकारें लगातार आती रहती हैं।

>आंत्र मे संक्रमण होना,

- जब आंतों मे रोगाणुओं के कारण संक्रमण होने लगता है तो भोजन पचने की जगह सडने लगता है और गैस, पेट, दर्द, डकारें आने लगती है।

>कब्ज के कारण

- कब्ज का होना भी डकारों का बडा कारण है।मल इकट्ठा हो कर आंत्र मे खुश्की, सडन पैदा कर देता है कब्ज की अधिकता मे डकारें आने लगती है।

>कुआहार

- इन सबका कारण कुआहार है लाईफ स्टाईल खराब होने पर,या ऐसा भोजन करने पर जिसे हम पचा नही पाते, या मौसम, आयु,आदि के विपरीत भोजन जो हमें करना नही चाहिए या

- बिना भुख के, बिना ईच्छा के किया हुआ भोजन पाचन क्रियाओं को खराब करके गैस तेजाब, हिचकी, डकार जैसे रोग पैदा कर देते है।

- तली-भुनी चीजें, कोल्ड्रिंक, फूलगोभी, बीन्स, ब्रोकोली आदि को खाने से पेट में गैस बनती है, जो डकार आने का कारण हो सकता है।

>चिंता होना।

- चिंता सबसे पहले पेट पर तथा पाचनशक्ति को खराब करता है जिसके कारण गैस, डकारें आने लगती है।

- इसके अलावा खट्टी डकार आने के कारण (dakar ke karan)

- जरूरत से ज्यादा खाना

- पेट में इंफेक्शन होना

- बदहजमी

- समय पर खाना न खाना

- धूम्रपान करना

- ज्यादा मसालेदार भोजन करना

#डकार को कैसे रोके|डकार की घरेलू चिकित्सा.

- हिंग को धी मे मिलाकर निगलने से दूषित डकारें बन्द हो जाती है।

- गाय के दूध मे एरण्ड का तैल Caster oil मिलाकर पीने से उदरवात,उदरावृत और आनाह (अफारा) दूर होता है।

-सौठ, हरड समान मात्रा में लेकर पानी से कुछ दिन लेने से आराम हो जाता है।

*अदरक 

- गर्म पानी में एक चम्मच अदरक रस और नींबू का रस, सेंधा नमक के साथ डालकर पी लें. डकार से फौरन राहत मिलेगी.

- रोजाना खाने के बाद एक अदरक का टुकड़ा अपने मुंह में रखें. ऐसा रोजाना करने से पेट में गैस की समस्या दूर हो जाती है. इसके अलावा जब कभी आपको डकार आए आप इसे मुंह में रखकर धीरे-धीरे रस लें. इससे डकार की समस्या दूर होगी.

* पुदीना

- पुदीने के सेवन से डकार की समस्या से निजात पाया जा सकता है. सबसे पहले गर्म पानी लें और इसमें पुदीने के रस की 2-3 बूंद डालकर पी लें. ऐसा करने से आपको तुरंत आराम मिल जाएगा। 

*नींबू

- नींबू का रस एक गिलास पानी में काला नमक मिलाकर पीने से गैस नीचे की ओर जाती है और मुंह से डकार आने की समस्या से निजात पाया जा सकता है.

* छाछ

 2 कप छाछ मे अदरक या सौठ, भुना जीरा, काला नमक या सैन्धव नमक, पुदिना, थोड़ा हिंग,सबको अच्छी तरह मिलाकर पीने से गैस-डकार आने मे राहत मिलती है।

* मेथी

अगर आपको कई दिनों से खट्टी डकारें आ रही हैं और आराम नहीं मिल रहा तो आप मेथी का इस्तेमाल कर सकते हैं. मेथी को रात भर पानी में भिगोना है उसके बाद सुबह इस मेथी वाले पानी को खाली पेट पीना है. इसके सेवन से खट्टी डकार की समस्या से छुटकारा मिल सकता है. 

* जीरा

- जीरा पेट की समस्यायों के लिए बेहद असरदार होता है. असमय डकार आने पर जीरे को भून कर खाने से आराम मिलता है. जीरे का रोज इस्तेमाल करने से गैस और डकार की समस्या से बचा जा सकता है. 

* गुड़ :

- खट्टी डकार आये तो तुरंत  गुड़ का टुकड़ा मुंह में रख लें. 

* लहसुन :

 लहसुन की एक कली को कच्चा चबाकर 1 ग्लास पानी पी लें. इससे डकार से लाभ मिलेगा। 

#आयुर्वेदिक शास्त्रीय औषधि

वटी:-

- गन्धक वटी, रसोन वटी,शंख वटी,काकायन वटी,अग्नितुण्डी वटी,

*चूर्ण:-

हिग्वाष्टिक चूर्ण, लवणभास्कर चूर्ण, शिवाक्षार चूर्ण, पंचसम चूर्ण,आदि।

*रस-रसायन:-

सुतशेखर रस, अश्वकंचूकी रस, गुल्म कुठार रस,आदि।

*पाक

एरण्ड पाक,

*आसव

कुमार्यासव,अभयारिष्ट, द्राक्षासव आदि।

*क्वाथ

आरग्वाधादि क्वाथ,  त्रिवृतादि क्वाथ,

धन्यवाद!



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