#यूरिक एसिड UricAcid.?In hindi.
#Dr_Virender_Madhan.
यह कार्बनिक पदार्थ है जो शरीर में बहुत कम मात्रा में पाया जाता है. इसकी जितनी मात्रा बनती है उसे किडनी द्वारा फिल्टर कर शरीर से बाहर निकाल दिया जाता है लेकिन अगर यह जरूरत से ज्यादा शरीर में बनने लगे तो हाई ब्लड प्रेशर, जोड़ों में दर्द, उठने-बैठने में परेशानी और सूजन समेत कई तकलीफों को न्योता देता है.
* अगर किसी के जोड़ों में दर्द की शिकायत रहती है? या उनके पैरों की उंगलियों, एड़ियों और घुटनों में दर्द और सूजन रहती है? या फिर वे गठिया के शिकार हैं ? तो ये सभी लक्षण उनके शरीर में यूरिक एसिड (Uric Acid in Hindi) के बढ़ने के कारण हो सकते हैं।
यूरिक एसिड अत्यधिक मात्रा अनको बीमारियां लाती है।
– यूरिक एसिड क्या होता है?
यूरिक एसिड खाद्य पदार्थों के पाचन से उत्पन्न एक प्राकृतिक अपशिष्ट उत्पाद है जिसमें प्यूरिन होता है। जब हमारे शरीर में प्यूरिन टूटता है तो यूरिक एसिड पाया जाता है। कुछ खाद्य पदार्थों में उच्च स्तर में प्यूरिन पाए जाते हैं जैसे:
- कुछ मीट
- एक प्रकार की मछली
- सूखे सेम
- बीयर
- इसके अलावा हमारे शरीर में भी प्यूरिन बनते और टूटते हैं।
* आम तौर पर हमारा शरीर किडनी की सहायता से यूरिक एसिड को मूत्र के द्वारा बाहर निकलता रहता है यदि आप अपने भोजन में बहुत अधिक प्यूरिन का सेवन करते हैं,या
- यदि आपका शरीर इस यूरिक एसिड को बाहर निकलने मे असमर्थ है, तो यूरिक एसिड का लेवल बहुत बढ़ जाता है । * उस स्थिति को हाइपर्यूरिसीमिया के रूप में जाना जाता है।
- यूरिक एसिड के बढ़ने से शरीर की विभिन्न मांसपेशियों में सूजन आ जाती है,जिसके कारण दर्द होने लगता है और यह दर्द बढ़ने लगता है इससे गाउट नामक बीमारी हो सकती है जो दर्दनाक जोड़ों का कारण बनती है। यह ब्लड और मूत्र को भी एसिडिक बना सकता है।
अधिक जानकारी के लिए यहाँ क्लिक करें-
https://youtu.be/X6IwM_tgCyM
#यूरिक एसिड के इक्क्ठा होने के कारण – Uric Acid Ke Karan :-
* आहार
- कुछ प्रकार के आहार के कारण शरीर में यूरिक एसिड इकट्ठा हो सकता है
* आनुवंशिक:-
कुछ मामलो में यह आनुवंशिक होता है
* मोटापा
अधिक वजन होने के कारण भी यह समस्या हो सकती है
* तनाव:-
यदि आप बहुत अधिक तनावग्रस्त रहते हैं तो भी आपके शरीर में यूरिक एसिड इकट्ठा हो सकता है
* वृक्कों के रोग:-
किडनी की बीमारी से यूरिक एसिड बढ़ सकता है
*मधुमेह:-
मधुमेह/डायबिटीज के कारण भी यूरिक एसिड बढ़ता है
* कीमोथेरेपी के कारण
भी यूरिक एसिड के बढ़ने का कारण होती हैं
* सोरायसिस;-
सोरायसिस – जो एक त्वचा रोग होता है के कारण यूरिक एसिड बढ़ सकता है
#यूरिक एसिड बढ़ने के लक्षण – Uric Acid Ke Lakshan-
* आपको किडनी की समस्याएं (गुर्दे की पथरी), या पेशाब के साथ समस्याएं हो सकती हैं
* जोड़ों के दर्द के साथ उठने बैठने में परेशानी होना।
* हाथ और पैर की उँगलियों में सूजन के साथ दर्द होना।
* उंगलियों टेढी मेढी हो जाती है।
अधिक जानकारी के लिए:-
https://youtu.be/X6IwM_tgCyM
#क्या खायें?
* एप्पल साइडर सिरका:
एक गिलास पानी के साथ 3 बड़े चम्मच एप्पल साइडर सिरका लेना चाहिए।
* फ्रेंच बीन जूस:
यह सबसे प्रभावी घरेलू उपाय है, इसे दिन में दो बार लेने से आराम मिलता है।
*चेरी:
चेरी मे एंटी-इंफ्लेमेटरी पदार्थ होते हैं जो यूरिक एसिड के क्रिस्टलीकरण और इसे जोड़ों में जमा होने से रोकता है।जिससे दर्द और सूजन होती है।
* जामुन:
चेरी के अलावा, स्ट्रॉबेरी, ब्लूबेरी और जामुन जो एंटी इन्फ्लामेट्री गुणों से समृद्ध होते हैं, ।
* दूध
आप दूध के स्थान पर सोया या बादाम का दूध पी सकते हैं जो कि प्रोटीन से भरपूर होता है।
* भरपूर मात्रा में पानी पियें:
इससे आप अपने शरीर से यूरिक एसिड को आसानी से निकल सकते हैं ।
*ऑलिव ऑयल:
कोल्ड-प्रेस्ड तकनीक से बने ऑलिव ऑयल से खाना पकाने से आपके गाउट को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी क्योंकि इसमें एंटीऑक्सिडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं।
* बीन्स:
पिंटो बीन्स में फोलिक एसिड होता है जो यूरिक एसिड के लेवल को कम करने के लिए एक महत्वपूर्ण पदार्थ है।
* सूरजमुखी के बीज और दाल
दाल, ताजा सब्जियों का रस, निम्बू, अजवाइन, उच्च फाइबर वाले भोजन, केले , ग्रीन टी, ज्वार और बाजरा जैसे अनाज, टमाटर, ककड़ी और ब्रोकोली,आदि का प्रयोग कर सकते हैं।
-एरण्ड तैल , लहसुन, करेला, गोखरू, पुनर्नवा, विधारा ,गोमूत्र आदि का प्रयोग जरूर करें।
#क्या न खायें ?
प्यूरिन से भरपूर खाद्य पदार्थ जैसे रेड मीट, समुद्री भोजन, ऑर्गन मीट
-सेम और परिष्कृत कार्बोहाइड्रेट और सब्जियां जैसे शतावरी, मटर, मशरूम और गोभी खाने से बचें।
- फ्रक्टोज युक्त पदार्थों का सेवन कम करें।
- व्यायाम करें।
-अधारणीय वेग न रोकें।
-रात्रि जागरण न करें।
#आयुर्वेदिक उपाय?
- गिलोय और सौठ को सम मात्रा में लेकर चूर्ण बना लें उसकी 2 ग्राम की मात्रा में गर्म पानी के साथ कुछ दिनों तक लेने से आराम हो जाता है।
-कचूर और सौठ का सम मात्रा में चूर्ण बना कर 2-3ग्राम लेते रहने से कुछ दिन मे आराम हो जाता है।
-एरण्ड के बीज का छिलका उतारकर 25ग्राम को 500 मि०ली० दूध में खीर बनाकर खाने से कुछ दिनों में लाभ मिल जाता है।
-अश्वगन्धा, चोबचीनी, काली मिर्च समान मात्रा में लेकर चूर्ण बनाकर रात्रि में 5-6 ग्राम दूध से कुछ दिनों तक लेने से आराम मिलता है।
बथुआ के 25ग्राम रस रोज लेने से गठिया मे भी राहत मिल ती है।
#शास्त्रोंक्त आयुर्वेदिक चिकित्सा?
-पुनर्नवादि चूर्ण,
-अजमोदादि वटक
-रास्नासप्तक
-चित्रकादि चूर्ण
-महारास्नादि क्वाथ
-आमवारि रस
- त्रिफलादि लौह
- सर्वतोभद्र रस आदि
अधिक जानकारी के लिए यहाँ क्लिक करें-
https://youtu.be/X6IwM_tgCyM
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